जानलेवा साबित हो सकता है बंद कार में एसी चालू रखना

बंद कार में एसी या हीटर चालू रखना जीवन को खतरे में डालने जैसा है। बंद कार में इनके चालू रखने से निकलने वाली घातक गैसें अंदर मौजूद व्यक्ति को मौत के आगोश में पहुंचा सकती है।

By Pradeep SrivastavaEdited By: Publish:Thu, 15 Nov 2018 02:32 PM (IST) Updated:Thu, 15 Nov 2018 03:41 PM (IST)
जानलेवा साबित हो सकता है बंद कार में एसी चालू रखना
जानलेवा साबित हो सकता है बंद कार में एसी चालू रखना

गोरखपुर, जेएनएन। कार में ठंड के दिनों में हीटर और गर्मी के समय एसी का इस्तेमाल करना आम बात है। इन्हें चालू कर कार में चलने से यात्रा आरामदायक हो जाती है, लेकिन आरामदायक यात्रा के लिए कार में लगी ये चीजें कई बार थोड़ी सी असावधानी के चलते जानलेवा भी साबित हो सकती हैं। खासकर बंद कार में एसी या हीटर चालू रखना जीवन को जानबूझकर बड़े खतरे में डालने जैसा है। बंद कार में इनके चालू रखने से निकलने वाली घातक गैसें अंदर मौजूद व्यक्ति को मौत के आगोश में पहुंचा सकती है।

विशेषज्ञ बताते हैं कि पेट्रोल से चलने वाली कार के इंजन से कार्बन मोनोआक्साइड गैस जबकि डीजल से चलने वाली कार के इंजन से कार्बन डाइआक्साइड गैस निकलती है। कार का एसी या हीटर चालू रहने से यह गैस काफी मात्रा में बनती है। कार चल रही होती है तो गैस हवा में घुलकर उड़ जाती है लेकिन बंद कार में एसी या हीटर चालू रहने पर इनके अंदर आने का खतरा बना रहता है। कार के अंदर मौजूद व्यक्ति की सांस के साथ यह गैस शरीर के अंदर पहुंच जाती है और खून के साथ शरीर को मिलने वाली आक्सीजन को कम कर देती हैं। जिससे उस व्यक्ति की मौत हो जाती है।

बच्‍चों पर जल्दी पड़ता है प्रभाव

बंद कार में एसी या हीटर चालू कर ब'चों को अंदर छोडऩे का आपका फैसला उसकी जान ले सकता है। एसी या हीटर चालू रखने से इंजन से निकलने वाला कार्बन मोनोआक्साइड या कार्बन डाइआक्साइड की चपेट में ब'चे बड़ों की तुलना में जल्दी आ जाते हैं। जिससे कुछ ही देर में उनकी मौत हो सकती है।

घातक है गैराज में खड़ी कार का एसी या हीटर चालू रखना

बंद गैराज में खड़ी कार में एसी या हीटर चलाकर बिल्कुल भी न बैठें। बंद गैराज में जगह बहुत छोटी होती है। इसलिए कार के इंजन से निकलने वाली गैसें बहुत जल्दी गैराज के अंदर की हवा में घुल जाती है। बाद में यही हवा कार के अंदर भी पहुंचती है। जो कार के अंदर मौजूद व्यक्ति की मौत की वजह बन सकती है।

तो बन जाएगी बर्निंग कार

ठंड के मौसम में कार के अंदर गर्मी बनाए रखने के लिए जलती अंगीठी रखकर सफर करने का मतलब सीधे-सीधे मौत को दावत देने जैसा है। एक तो कार चलाने के लिए इस्तेमाल होने वाला ईंधन अत्यंत ज्वलनशील होता है और दूसरे कार के अंदर इंटिरियर में प्रयोग की जाने वाली चीजें भी बेहद ज्वलनशील होती हैं। ऐसी स्थिति में जलती अंगीठी रखकर सफर करने से कार कभी भी बर्निंग कार में तब्दील हो सकती है।

क्या बरते सावधानी

- कार की नियमित सर्विसिंग कराते रहें

- बच्‍चों को कभी भी कार के अंदर अकेला न छोड़ें

- कार को हमेशा खुली जगह पर खड़ी करें

- कूड़े के ढेर या सकरी जगह पर कार खड़ी न करें

- कार खड़ी कर अंदर बैठना हो तो दरवाजे का शीशा थोड़ा सा खुला रखें

- एसी चलाते समय बीच-बीच में उसे फ्रेश एयर मोड पर डालते रहें

यातायात नियमों के पालन से सुरक्षित होता है सफर

पुलिस अधीक्षक (यातायात) आदित्य प्रकाश वर्मा, यातायात जागरूकता के लिए लगातार अभियान चलाते रहते हैं। यातायात पुलिस के इस मुहिम में दैनिक जागरण भी बराबर की साझीदारी निभा रहा है। दैनिक जागरण के सहयोग से पुलिस अधीक्षक यातायात ने गोरखनाथ इलाके में स्थित एक नर्सिंगहोम में कर्मचारियों और मरीजों के तीमारदारों के साथ बैठक कर सड़क पर चलते समय नियमों के पालन करने के प्रति जागरूक किया। उन्होंने कहा कि सड़क पर चलते समय यातायात नियमों का पालन करने से सफर सुरक्षित होता है।

गोरखपुर-सोनौली राष्ट्रीय राजमार्ग पर स्थित इस नर्सिंगहोम में सड़क हादसे का शिकार हुए काफी लोग आते हैं। इसीलिए पुलिस अधीक्षक यातायात ने नियमों के पालन के प्रति लोगों को जागरूक करने के उद्देश्य से इस अस्पताल का चयन किया। नर्सिंगहोम के डाक्टर, कर्मचारियों और अस्पताल में मौजूद मरीजों के परिजनों से उन्होंने बाइक चलाते समय हेलमेट लगाने और कार से सफर करते समय सीट बेल्ट बांधे रखने के फायदे बताए। साथ ही सफर में यातायात नियमों के पालन के प्रति लोगों को जागरूक किया।

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