गोरखपुर विश्‍वविद्यालय में शुरू होगा बीटेक पाठ्यक्रम, बीएससी मैथ के अभ्यर्थी भी ले सकेंगे प्रवेश Gorakhpur News

दीनदयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय ने इस वर्ष से शुरू होने वाले बीटेक पाठ्यक्रम में प्रवेश लेने के तरीके को साफ कर दिया है। तीन ट्रेड में शुरू किए जाने वाले बीटेक पाठ्यक्रम के हर ट्रेड में 60 सीटें होंगी।

By Rahul SrivastavaEdited By: Publish:Sun, 23 May 2021 07:10 PM (IST) Updated:Sun, 23 May 2021 07:10 PM (IST)
गोरखपुर विश्‍वविद्यालय में शुरू होगा बीटेक पाठ्यक्रम, बीएससी मैथ के अभ्यर्थी भी ले सकेंगे प्रवेश Gorakhpur News
गोरखपुर विश्‍वविद्यालय में शुरू होगा बीटेक पाठ्यक्रम। प्रतीकात्‍मक तस्‍वीर

गोरखपुर, जेएनएन : दीनदयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय ने इस वर्ष से शुरू होने वाले बीटेक पाठ्यक्रम में प्रवेश लेने के तरीके को साफ कर दिया है। तीन ट्रेड में शुरू किए जाने वाले बीटेक पाठ्यक्रम के हर ट्रेड में 60 सीटें होंगी। इनके लिए तीन तरीके से प्रवेश लेने की योजना विश्वविद्यालय प्रशासन ने बनाई है।

आधी सीटें एकेटीयू और जेईई मेंस के आधार पर भरी जाएंगी

इलेक्ट्रानिक्टस एंड कम्युनिकेशन, इंफार्मेशन टेक्नाेलाजी और कंप्यूटर इंजीनियरिंग ट्रेड के लिए अलग 60 सीटों पर लिए जाने वाले प्रवेश में आधी यानी 30 सीटों को एकेटीयू और जेईई मेन्स के अंकों के आधार पर भरा जाएगा। इसके अलावा 20 फीसद यानी 12 सीटों पर प्रवेश के लिए उन अभ्यर्थियों को मौका दिया जाएगा, जिन्होंने विश्वविद्यालय के बीएससी मैथ पाठ्यक्रम में प्रवेश के लिए परीक्षा दी लेकिन चयनित होने के बाद उन्होंने बीटेक में प्रवेश का मन बना लिया हो। बाकी की 30 फीसद यानी 18 सीटों के लिए विश्वविद्यालय द्वारा प्रवेश परीक्षा आयोजित की जाएगी।

बीटेक सीटों पर प्रवेश के लिए चार विकल्‍प
बीटेक सीटों पर प्रवेश को लेकर चार विकल्प देने के पीछे विश्वविद्यालय का मेधावी छात्रों के लिए प्रवेश का रास्ता खोलना है। अगले वर्ष से सिविल, इलेक्ट्रिकल और मैकेनिकल इंजीनियरिंग में भी बीटेक शुरू करने की योजना है। उनमें भी प्रवेश की यही प्रक्रिया अपनाई जाएगी। बीटेक पाठ्यक्रम के संचालन के लिए विवि में इंस्टीट्यूट आफ इंजीनियरिंग एंड टेक्नालाजी की स्थापना की गई है, जिसका समन्वयक विज्ञान संकाय के डीन शांतनु रस्तोगी को बनाया गया है। उनके सहयोग के लिए डा. कृपा मणि मिश्र, डा. सचिन कुमार सिंह और डा. जूली श्रीवास्तव को सह-कोआर्डिनेटर बनाया गया है। पूरी इंजीनियरिंग फेकेल्टी सेल्फ फाइनेंस मोड में चलाई जाएगी।

चार तरीके से प्रवेश का लिया गया निर्णय

दीनदयाल उपाध्‍याय गोरखपुर विश्‍वविद्यालय के कुलपति प्रो. राजेश सिंह ने बताया कि गोविवि में शुरू होने वाले बीटेक पाठ्यक्रम में पढ़ने के लिए मेधावी छात्रों को कई विकल्प देने के मकसद से चार तरीके से प्रवेश का निर्णय लिया गया है। कई बार बीएससी मैथ के लिए आवेदन करने वाले अभ्यर्थी भी बाद में बीटेक करने का मन बना लेते हैं, ऐसे विद्यार्थियों को भी प्रवेश का अवसर देने का निर्णय किया है।

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