चाइनीज सामानों के बहिष्कार से देसी उत्पादों के प्रति लोगों का बढ़ा रुझान Gorakhpur News

चाइनीज सामानों के बहिष्कार एवं प्रतिबंध की वजह से देसी उत्पादों के प्रति लोगों का रुझान बढ़ा है। खासकर खिलौना बाजार में चीन का दबदबा बहुत हद तक कम हो गया है। लोग स्वदेशी खिलौने को ज्यादा पसंद कर रहे हैं।

By Rahul SrivastavaEdited By: Publish:Mon, 01 Mar 2021 03:10 PM (IST) Updated:Mon, 01 Mar 2021 03:10 PM (IST)
चाइनीज सामानों के बहिष्कार से देसी उत्पादों के प्रति लोगों का बढ़ा रुझान  Gorakhpur News
लोग पसंद कर रहे स्वदेशी खिलौना। प्रतीकात्‍मक तस्‍वीर

गोरखपुर, जेएनएन : चाइनीज सामानों के बहिष्कार एवं प्रतिबंध की वजह से देसी उत्पादों के प्रति लोगों का रुझान बढ़ा है। खासकर खिलौना बाजार में चीन का दबदबा बहुत हद तक कम हो गया है। लोग स्वदेशी खिलौने को ज्यादा पसंद कर रहे हैं। बीते तीन माह में स्वदेशी खिलौने की मांग में करीब 30 फीसद तक की बढ़ोतरी दर्ज की गई है। थोक कारोबारियों के मुताबिक अपने देश में अब देखने मेें आकर्षक, मजबूत और सस्ते खिलौने बन रहे हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिये इंडिया टाय फेयर-2021 का उद्घाटन किया। इससे पहले भी केंद्र सरकार स्वेदशी खिलौने को बढ़ावा देने का प्रयास कर रही थी। इसका असर धीरे-धीरे रंग पकड़ रहा है।

70 से 75 करोड़ रुपये का सालाना कारोबार है जिले में

गोरखपुर में खिलौनों का 70 से 75 करोड़ रुपये का सालाना कारोबार है। आसपास के जनपदों से लेकर बिहार के कुछ हिस्सों में खिलौने की आपूर्ति शाहमारुफ एवं पांडेयहाता की थोक मंडी से होती है। कोरोना काल से पहले स्थानीय बाजार में बिकने वाले अधिकांश खिलौने चाइनीज होते थे, लेकिन अब हालात बदल रहे हैं। बहिष्कार, सप्लाई चेन टूटने और खिलौने 25 फीसद तक महंगे होने की वजह से देसी खिलौने खूब बिक रहे हैं।

बढ़ी है खिलौने की मांग

थोक कारोबारी मोहम्मद अदील ने बताया कि कर्नाटक के रामनगर, आंध्र प्रदेश के कोंडापल्ली और तमिलनाडु के तंजौर से आने वाले खिलौने की मांग बढ़ी है। कम पैसे में अच्‍छे खिलौने मिल रहे हैं। खिलौने की कीमत पांच रुपये से शुरू हो रही है। संदीप कुमार ने बताया कि चाइनीज खिलौनों का महंगा होने भी स्वेदशी खिलौने के लिए फायदेमंद साबित हो रहा है। पहले दिल्ली के सदर बाजार में स्वदेशी खिलौना कम मिलता था, लेकिन वहां भी तस्वीर भी बदल गई है। फुटपाथ पर खिलौना बेचने वाले सरफराज ने बताया कि हल्के प्लास्टिक, थर्माकोल, कपड़े आदि के खिलौने बच्‍चे पसंद कर रहे हैैं। ये खिलौने इको फ्रेंडली भी हैं और बैटरी और चार्जर की जरूरत भी नहीं पड़ती।

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