विमान बनाने वाली बोइंग गोरखपुर में बनाएगी 200 बेड कोविड अस्पताल, शुरू हुई जमीन की तलाश

बोइंग कंपनी की ओर से प्रस्तावित गोरखपुर में दो सौ बेड वाले कोविड अस्पताल पहले एम्स में शुरू करने की संभावना तलाशी गई थी। मुख्यमंत्री ने भी इस स्थान का निरीक्षण किया था। पर कतिपय कारणों से यहां कार्य समय से पूरा नहीं हो पा रहा है।

By Pradeep SrivastavaEdited By: Publish:Thu, 13 May 2021 11:10 AM (IST) Updated:Thu, 13 May 2021 11:10 AM (IST)
विमान बनाने वाली बोइंग गोरखपुर में बनाएगी 200 बेड कोविड अस्पताल, शुरू हुई जमीन की तलाश
बोइंग कंपनी गोरखपुर में दो सौ बेड का कोविड अस्‍पताल बनाएगी। - प्रतीकात्‍मक तस्‍वीर

गोरखपुर, जेएनएन। विमान बनाने वाली मल्टीनेशनल कंपनी बोइंग की ओर से गोरखपुर में 200 बेड का लेवल तीन कोविड अस्पताल संचालित किया जाना है। इसके लिए एम्स में जगह देखी गई है लेकिन अब सदर तहसील क्षेत्र के सोनबरसा गांव स्थित महायोगी गुरु गोरखनाथ विश्वविद्यालय के परिसर में भी विकल्प की तलाश की जा रही है। मंडलायुक्त जयंत नार्लिकर के नेतृत्व में अधिकारियों ने बुधवार को यहां के आयुर्वेदिक मेडिकल कालेज का निरीक्षण किया। माना जा रहा है कि 200 बेड का कोविड अस्पताल यहीं बनाया जाएगा।

मुख्यमंत्री ने किया था निरीक्षण था

बोइंग कंपनी की ओर से प्रस्तावित अस्पताल पहले एम्स में शुरू करने की संभावना तलाशी गई थी। मुख्यमंत्री ने भी इस स्थान का निरीक्षण किया था। पर, कतिपय कारणों से यहां कार्य समय से पूरा नहीं हो पा रहा है, इसलिए प्रशासन की ओर से दूसरा विकल्प भी तलाश किया जा रहा है।

इसी क्रम में मंडलायुक्त जयंत नार्लिकर, जिलाधिकारी के. विजयेंद्र पाण्डियन, मुख्य विकास अधिकारी इंद्रजीत सिंह, जिला पंचायत राज अधिकारी हिमांशु शेखर ठाकुर ने बुधवार को आयुर्वेदिक मेडिकल कालेज का निरीक्षण किया। वहां बैठक कर जल्द से जल्द व्यवस्था करने पर भी सहमति बनी है। यहां सुविधाओं को देखते हुए यह लगभग तय माना जा रहा है कि इसी आयुर्वेदिक मेडिकल कालेज में 200 बेड का अस्पताल स्थापित होगा। 

आक्सीजन प्‍लांट भी लगेगा

अधिकारियों ने लगातार दूसरे दिन इस परिसर का निरीक्षण किया है। यहां व्यवस्था अनुकूल पाई गई है। 200 बेड का अस्पताल स्थापित हुआ तो एक आक्सीजन प्लांट भी लगाया जाएगा। हालांकि प्रशासनिक अधिकारी अभी किसी निर्णय पर न पहुंचने की बात कह रहे हैं लेकिन तैयारियों को देखकर बोइंग कंपनी की ओर से संचालित अस्पताल यहीं स्थापित करने की संभावना जताई जा रही है। अधिकारी इसे एक विकल्प के रूप में ही देख रहे हैं।

मंडलायुक्त जयंत नार्लिकर ने बताया कि बोइंग कंपनी की ओर से 200 बेड का कोविड अस्पताल स्थापित किया जाना है। इसके लिए एम्स में जगह देखी गई है। विकल्प के रूप में महायोगी गुरु गोरखनाथ विश्वविद्यालय परिसर स्थित आयुर्वेदिक मेडिकल कालेज में भी जगह देखी गई है। दोनों विकल्प के बारे में शासन को जानकारी दी गई है। वहां से निर्देश मिलने के बाद काम शुरू कर दिया जाएगा।

शुरू हुआ साफ-सफाई का काम

पंचायती राज विभाग ने आयुर्वेदिक मेडिकल कालेज के परिसर में साफ-सफाई शुरू करा दी है। जिला पंचायती राज अधिकारी हिमांशु शेखर ठाकुर ने चरगांवा ब्लाक से 25 कर्मचारियों की ड्यूटी लगाकर साफ- सफाई कराई।

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