क्षमता से अधिक लोगों के सवार होने से पलटी थी आमी नदी में नाव, दो की हो गई थी मौत

खजनी इलाके के महुआडाबर में आमी नदी में चार सितंबर को पलट गई थी। इसमें महिला सहित दो की मौत हो गई थी। छानबीन में पता चला है कि नाव की क्षमता चार लोगोंं के सवार होने की थी लेकिन नौ लोग सवार हाेे गए थे।

By Navneet Prakash TripathiEdited By: Publish:Mon, 06 Sep 2021 06:45 AM (IST) Updated:Mon, 06 Sep 2021 06:45 AM (IST)
क्षमता से अधिक लोगों के सवार होने से पलटी थी आमी नदी में नाव, दो की हो गई थी मौत
क्षमता से अधिक लोगाेें के सवार होने से पलटी थी नाव। प्रतीकात्‍मक फोटो

गोरखपुर, जागरण संवाददाता। खजनी के महुआडाबर में चार सितंबर की शाम ग्रामीणों की लापरवाही के चलते छोटी नांव पलटी थी। ग्रामीणों का कहना है कि लोग धैर्य रखते तो शायद यह घटना नहीं घटती। नांव में क्षमता से अधिक लोग सवार थे। इसके चलते नांव पलट गई और गांव की प्रियंका व उनके भतीजे विवेक की मौत हो गई थी।

सिर्फ चार लोगों के सवार होने की थी नाव की क्षमता

महुआडाबर निवासी जिला पंचायत सदस्य रामबुझारत पासवान ने बताया कि नाव छोटी थी। उसकी क्षमता सिर्फ चार लोगों के सवार होने की थी। चार व्यक्ति सवार भी थे। गांव से निकलकर वह लोग सडक पर जा रहे थे। बाद में उसमें दो व्यक्ति और सवार हो गए। छह लोग भी आसानी से गांव के बाहर चले गए। सडक से वह लोग उसी नाव से सात बजे गांव में लौटने लगे तो तीन व्यक्ति और सवार हो गए। इनमें प्रियंका और उनका भतीजा भी शामिल था। गहरे पानी में पहुंचने पर नाव असंतुलित होकर नदी में पलट गई।

रक्षाबंधन में भाइयों को राखी बांधने आई थी प्रियंका

इससे प्रियंका व उनके भतीजे विवेक की मौत हो गई। प्रियंका की शादी गीडा के बड़हहन में हुई थी। वह मायके में अपने भाइयों को राखी बांधने के लिए आई थी। प्रियंका का पति धर्मेंद्र दिल्ली में पेंट पालिश करके परिवार की जीविका चलाता था। प्रियंका के दो छोटे-छोटे बच्चे हैं।

विधायक ने पीडित परिवार को बंधाया ढांढस

घटना की जानकारी होने पर सहजनवां विधायक शीतल प्रसाद पाण्डेय पांच सितंबर को पीडित परिवार से मिलकर ढांढस बंधया। विधायक ने परिवार को पांच हजार रुपये की सहायता भी दी। जिला पंचायत सदस्य ने बताया कि प्रधान प्रतिनिधि जी बोध उपाध्याय व उन्होंने कोटेदार से कहकर पीडि़त परिवार को एक बोरी चावल तथा एक बोरी गेहूं दिलवाया है। नायब तहसीलदार सहजनवां अमित सिंह व लेखपाल को बुलाकर पीडि़त स्वजन को अहेतुक सहायता दिये जाने की मांग की है। एक ही परिवार के दो व्यक्तियों की मौत को लेकर गांव में मातम की स्थिति है। लोग पीडि़त परिवार को ढांढस बंधाने में जुटे हैं।

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