Manish Gupta Murder Case: जेल पहुंचते ही लो हुई हत्यारोपित पुलिसकर्मियों की बीपी, अस्‍पताल में कराना पड़ा इलाज

गोरखपुर जेल में बंद हत्यारोपित इंस्पेक्टर जगत नारायण और अक्षय मिश्रा की तबीयत मंगलवार को बिगड़ गई। चक्कर आने की शिकायत पर जांच हुई तो पता चला कि दोनों का ब्लड प्रेशर कम हो गया है। चिकित्सकों की सलाह और दवा से उन्हें आराम मिल गया।

By Pradeep SrivastavaEdited By: Publish:Wed, 13 Oct 2021 02:25 PM (IST) Updated:Wed, 13 Oct 2021 08:58 PM (IST)
Manish Gupta Murder Case: जेल पहुंचते ही लो हुई हत्यारोपित पुलिसकर्मियों की बीपी, अस्‍पताल में कराना पड़ा इलाज
गोरखपुर जेल पहुंचे ही हत्यारोपित पुलिसकर्मियों की तबीयत खराब हो गई। - फाइल फोटो

गोरखपुर, जागरण संवाददाता। गोरखपुर जिला कारागार के नेहरू बैरक में बंद हत्यारोपित इंस्पेक्टर जगत नारायण और अक्षय मिश्रा की तबीयत मंगलवार को बिगड़ गई। चक्कर आने की शिकायत पर जांच हुई तो पता चला कि दोनों का ब्लड प्रेशर कम हो गया है। चिकित्सकों की सलाह और दवा से उन्हें आराम मिल गया। लखनऊ पुलिस में सिपाही के पद पर तैनात जेएन स‍िंंह के छोटे भाई और मुकदमे की पैरवी कर रहे अधिवक्ता ने भी दोपहर में जेल पहुंचकर दोनों से मुलाकात की।

रात भर बेचैन रहे हत्‍यारोप‍ित

कानपुर के कारोबारी मनीष गुप्ता हत्याकांड के मुख्य आरोपित जगत नारायण सिंह और अक्षय मिश्रा को एसआइटी ने रविवार की देर रात रिमांड मजिस्ट्रेट की कोर्ट में पेश किया था, जहां से दोनों को जेल भेज दिया गया। रात करीब एक बजे जेल पहुंचने के बाद से ही दोनों बेचैन थे। रविवार की पूरी रात नेहरु बैरक में करवट बदलते रहे। सोमवार की सुबह नित्यकर्म के बाद नाश्ता कर दोनों पूरे दिन बैरक में गुमसुम बैठे रहे।

मंगलवार की सुबह जेएन स‍िंह और अक्षय मिश्रा की तबीयत बिगड़ गई। चक्कर आने और कमजोरी महसूस होने की शिकायत पर निगरानी कर रहे आदर्श कैदी ने जेल अधिकारियों को इसकी जानकारी दी। जेलर ने दोनों को जेल अस्पताल भेजकर जांच कराई तो पता चला कि ब्लड प्रेशर कम हो गया है। डाक्टर की सलाह पर उन्होंने दवा ली तो आराम मिला। एक घंटे बाद ही दोनों को वापस बैरक में भेज दिया गया। दोपहर में जेएन ङ्क्षसह के छोटे भाई ने जेल पहुंचकर दोनों से मुलाकात की। अधिवक्ता पीके दूबे ने भी मुलाकात कर आधे घंटे तक दोनों से बातचीत कर घटना की जानकारी ली। जेल सूत्रों की माने तो जेएन ङ्क्षसह और अक्षय मिश्रा खुद को बेगुनाह बता रहे हैं। उनका कहना है कि शराब के नशे में धुत मनीष गुप्ता का पैर फिसल गया था और गिरने की वजह से सिर में चोट लगने से उसकी मौत हुई।

गोरखपुर-कानपुर की 16 टीमें कर रहीं थी तलाश

गोरखपुर : कारोबारी मनीष गुप्ता हत्याकांड के आरोपित पुलिसकर्मियों पर एक-एक लाख रुपये का इनाम घोषित करने के साथ ही इसकी जांच एसआइटी को सौंपी गई थी। गोरखपुर-कानपुर की 16 पुलिस टीमें उनकी तलाश में लगी हैं। मंगलवार को सूचना मिली कि मिर्जापुर, कोतवाली थाने के पचेर गांव का हत्यारोपित दारोगा राहुल दुबे और गाजीपुर के सैदपुर, भटौली गांव का सिपाही प्रशांत कुमार न्यायालय में समर्पण करने गोरखपुर आए हैं। इंस्पेक्टर कैंट सुधीर सिंह, इंस्पेक्टर रामगढ़ताल सुशील शुक्ला और उपनिरीक्षक शेष कुमार शर्मा ने दोनों आरोपितों को आजाद नगर से गिरफ्तार कर लिया। एसएसपी डा. विपिन ताडा ने इसकी जानकारी एसआइटी को दी। एसआइटी प्रभारी और विवेचक रात तक थाने में दोनों से पूछताछ की। इसके बाद दोनों का थाने में ही मेडिकल परीक्षण कराकर मजिस्ट्रेट के समक्ष पेश कर दिया गया। रात करीब साढ़े नौ बजे वह जिला कारागार पहुंचे।

सरेंडर न हो पाने पर दी गिरफ्तारी

राहुल और प्रशांत सोमवार को ही आत्म समर्पण करने की तैयारी में थे। जैसे ही इसकी भनक पुलिस को लगी एसपी सिटी की अगुवाई में पुलिस ने कचहरी की घेराबंदी कर दी। फोर्स पूरे दिन सीजेएम न्यायालय के आसपास मुस्तैद रही, जिसके चलते वह सोमवार को समर्पण नहीं कर सके। चर्चा है कि आत्म समर्पण की संभावना न दिखने पर आरोपितों ने गोरखपुर में तैनात करीबी पुलिसकर्मियों से संपर्क किया, जिनके जरिए मंगलवार को उनकी गिरफ्तारी मैनेज हुई।

यह है मामला

मनीष गुप्ता अपने हरियाणा के दोस्त हरबीर और प्रदीप के साथ 27 सितंबर को गोरखपुर आए थे। तीनों युवक तारामंडल स्थित होटल कृष्णा पैलेस के कमरा नंबर 512 में रुके थे। रामगढ़ताल थाना प्रभारी जगत नारायण ङ्क्षसह समेत छह पुलिसकर्मी रात करीब 12 बजे कमरे की तलाशी लेने पहुंचे। आधी रात को इस तरह कमरे की तलाशी लेने पर मनीष ने आपत्ति जताई तो पुलिसकर्मियों से उनका विवाद हो गया। आरोप है कि इंस्पेक्टर जगत नारायण ङ्क्षसह और पुलिस टीम ने पीट-पीटकर मनीष की हत्या कर दी। हालांकि पुलिस वालों का कहना था कि मनीष शराब के नशे में धुत थे और गिरने की वजह से उनकी मौत हुई। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में मनीष के शरीर पर कई जगह चोट के निशान मिले। मनीष की पत्नी मीनाक्षी की तहरीर पर पुलिस ने छह पुलिसकर्मियों पर हत्या का मुकदमा दर्ज किया है जिसकी विवेचना कानपुर एसआइटी कर रही है।

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