लखनऊ से गोरखपुर चिडिय़ाघर लाए गए काले हिरण, मगरमच्‍छ आज आएंगे Gorakhpur News

गोरखपुर चिडिय़ाघर में काले हिरण का बाड़ा भी सोमवार को आबाद हो गया। लखनऊ चिडिय़ाघर से लाए गए सात वयस्क और एक शावक को बाड़े में छोड़ा गया। छह घंटे के सफर के बाद काले हिरणों का परिवार सुबह 10 बजे चिडिय़ाघर पहुंचा।

By Pradeep SrivastavaEdited By: Publish:Tue, 02 Mar 2021 11:11 AM (IST) Updated:Tue, 02 Mar 2021 01:57 PM (IST)
लखनऊ से गोरखपुर चिडिय़ाघर लाए गए काले हिरण, मगरमच्‍छ आज आएंगे Gorakhpur News
गोरखपुर चिडिय़ाघर में लाया गया काला हिरण। - सौजन्‍य - गोरखपुर चिडि़याघर

गोरखपुर, जेएनएन। शहीद अशफाक उल्लाह खां प्राणि उद्यान (चिडिय़ाघर) में काले हिरण  (ब्लैक बक या कृष्ण मृग) का बाड़ा भी सोमवार को आबाद हो गया। लखनऊ चिडिय़ाघर से लाए गए सात वयस्क और एक शावक को बाड़े में छोड़ा गया। छह घंटे के सफर के बाद काले हिरणों का परिवार सुबह 10 बजे चिडिय़ाघर पहुंचा। केंद्रीय चिडिय़ाघर प्राधिकरण के दिशा-निर्देशों के पालन में इन हिरणों को 21 दिन के लिए क्वारंटाइन में रखा गया है। चिडिय़ाघर के पशु चिकित्सकों की टीम उन पर नजर रख रही है।

काले हिरणों के परिवार में शामिल हैं सात वयस्क व एक शावक

लखनऊ चिडिय़ाघर के पशु चिकित्सक डा. विजेंद्र सिंह ने नेतृत्व में गठित टीम सोमवार को सुबह चार बजे काले हिरणों साथ लेकर गोरखपुर के लिए रवाना हुई थी। उनके गोरखपुर आने से पहले ही गोरखपुर चिडिय़ाघर के निदेशक डा. एच राजा मोहन और पशु चिकित्साधिकारी डा. योगेश प्रताप सिंह की देखरेख में सारी तैयारी कर ली गई थी। बाद में उन्हीं की देखरेख में हिरणों को उनके बाड़े में छोड़ा गया। इस दौरान चिडिय़ाघर के एसडीओ संजय कुमार मल्ल, क्षेत्रीय वन अधिकारी सुनील राव और राजकीय निर्माण निगम के परियोजना प्रबंधक डीवी सिंह भी मौजूद रहे।

नाश्ते में दिया गया भीगा चना, खाने में बरसीन व सब्जियों का मिश्रण

सुबह चिडिय़ाघर पहुंचने के बाद काले हिरणों को नाश्ते में भीगा चना पेश किया गया। बाड़े में छोड़े जाने के बाद खाने में उनको हरी बरसीन, फल व सब्जियों का मिश्रण तथा दाना दिया गया। पशु चिकित्साधिकारी डा. योगेश ने बताया कि सभी हिरण पूरी तरह से स्वस्थ्य हैं। उन पर नजर रखी जा रही है।

बिश्नोई समाज करता है काले हिरणों की पूजा

राजस्थान के बिश्नोई समाज के लिए काले हिरणों को विशेष महत्व है। इस समाज के लोग इन हिरणों को बेहद पवित्र मानते हैं और इनकी पूजा करते हैं। हिरणों की यह प्रजाति तेजी से लुप्त हो रही वन्यजीवों की प्रजाति में शामिल हैं।

आज आएंगे चार मगरमच्‍छ

अभी तक चिडिय़ाघर में छह मगरमच्‍छ लाए जा चुके हैं। चार और मगरमच्‍छ मंगलवार को कानपुर चिडिय़ाघर से लाए जाएंगे। कानपुर चिडिय़ाघर की टीम सोमवार की देर शाम मगरमच्‍छों को लेकर गोरखपुर के लिए रवाना हो गई है। मंगलवार को मगरम'छों के साथ यह टीम गोरखपुर पहुंचेगी।

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