Lockdown in Gorakhpur : जरूरतमंदों को नहीं होगी राशन की समस्या, सहेजे जा रहे भाजपाई Gorakhpur News
इस बात पर सर्वाधिक जोर रहता है कि हर जरूरतमंद के पास भोजन के लिए राशन की उपलब्धता सुनिश्चित हो। प्रत्येक कार्यकर्ता अपने बूथ पर सप्ताह भर में 40 परिवारों से जरूर संपर्क करेंगे।
गोरखपुर, जेएनएन। लॉकडाउन के दौरान किसी को कोई समस्या न हो, इसके लिए भाजपा के पदाधिकारी और कार्यकर्ता हर जतन कर रहे हैं। इसे लेकर पार्टी पदाधिकारी कितने संवेदनशील है, इसका अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि कार्यकर्ताओं को सहेजने को लेकर प्रतिदिन वीडियो कांफ्रेंसिंग से निर्देश दिए जा रहे हैं। निर्देश के क्रम में हो रहे कार्य की निगरानी और समीक्षा भी लगातार हो रही है।
हर जरूरतमंद के पास राशन की उपलब्धता जरूरी
क्षेत्रीय अध्यक्ष डॉ. धर्मेंद्र सिंह सभी जिलाध्यक्षों का वीडियो कांफ्रेंसिंग से मार्ग-दर्शन कर रहे हैं तो जिलाध्यक्ष अपने पदाधिकारी का। मंडल अध्यक्ष भी मंडल स्तर पर इस सिलसिले को आगे बढ़ा रहे हैं। इस दौरान इस बात पर सर्वाधिक जोर रहता है कि हर जरूरतमंद के पास भोजन के लिए राशन की उपलब्धता सुनिश्चित हो। इन सबके साथ यह भी बताया जा रहा है कि फिजिकल डिस्टेंसिंग को बनाए रखना हर कार्यकर्ता की जिम्मेदारी है।
एक सप्ताह के एजेंडे पर चर्चा
वीडियो कांफ्रेंसिंग में प्रदेश नेतृत्व से मिले एक सप्ताह के एजेंडे को पूरा करने पर भी चर्चा हुई। कहा गया कि प्रत्येक कार्यकर्ता अपने-अपने बूथ पर सप्ताह भर में 40 परिवारों से जरूर संपर्क करें। सभी कार्यकर्ताओं से यह भी कहा गया कि वह अपने-अपने घरों में कम से कम दो मास्क भी बनाएं, जिससे भविष्य में मास्क की कमी की समस्या न होने पाए।
सोशल मीडिया के माध्यम से लोगों को जागरूक कर रहे 750 स्वयंसेवक
मदन मोहन मालवीय प्रौद्यौगिकी विश्वविद्यालय(एमएमएमयूटी) के एनएसएस स्वयंसेवक कोरोना से बचाव को लेकर एक अलग ही अलख जगा रहे हैं। वह लोगों को सोशल मीडिया पर जागरूक कर रहे हैं। लोगों अपने घर रहने की सलाह दे रहे हैं। उनकी पूरी कोशिश है कि किसी भी हाल में कोरोना संक्रमण के बढ़ते प्रभाव को कम किया जाए।
चल रही गतिविधियों के बारे में ली जानकारी
कुलपति प्रो श्रीनिवास सिंह ने एमएमएमयूटी के एनएसएस समन्वयक डॉ. अवधेश कुमार से विभिन्न स्वयंसेवकों द्वारा चलायी जा रही गतिविधियों की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि एनएसएस के 863 स्वयंसेवक अपने अपने गृहनगरों में बचाव के लिए अलग-अलग अभियान चला रहे हैं। इनमें से 750 से अधिक वालंटियर सोशल मीडिया के माध्यम से 'स्टे होम स्टे सेफ कैंपेन चला रहे हैं। 418 स्वयंसेवक स्वास्थ्य मंत्रालय से उपयोगी जानकारी एकत्रित कर लोगों तक पहुंचा रहे हैं। 242 वालंटियर अपने अपने घरों के आस पास लोगों का प्रवास रोकने के लिए सक्रिय हैं। 250 से अधिक स्वयंसेवक घर के आस-पास जरूरतमंद लोगों तक खाद्य सामग्री पहुंचाने व वितरित करने के लिए सक्रिय हैं। 400 से अधिक स्वयंसेवकों ने विभिन्न सहायता कोषों में ढाई लाख रुपये से अधिक की राशि दान कर चुके हैं। कुलपति प्रो. सिंह ने कहा है कि छात्र इसे सिर्फ एनएसएस तक सीमित न रखें बल्कि विवि के अन्य छात्र छात्राओं को भी इन गतिविधियों में शामिल करें।