योगी सरकार के साढ़े चार साल पूरे, भाजपा व‍िधायकों ने ग‍िनाईं सरकार की उपलब्धियां

गोरखपुर में गोरखपुर नगर के व‍िधायक डाक्‍टर राधा मोहन दास अग्रवाल गोरखपुर ग्रामीण के व‍िधायक व‍िपिन स‍िंह और पिपराइच विधानसभा क्षेत्र के विधायक महेंद्र पाल सिंह ने मीड‍िया से रूबरू होकर सरकार की पिछले साढ़े साल की उपलब्धियां गिनाईं।

By Pradeep SrivastavaEdited By: Publish:Tue, 21 Sep 2021 07:50 AM (IST) Updated:Tue, 21 Sep 2021 05:40 PM (IST)
योगी सरकार के साढ़े चार साल पूरे, भाजपा व‍िधायकों ने ग‍िनाईं सरकार की उपलब्धियां
उत्‍तर प्रदेश के मुख्‍यमंत्री योगी आद‍ित्‍यनाथ। - फाइल फोटो

गोरखपुर, जागरण संवाददाता। प्रदेश में योगी आदित्यनाथ सरकार ने अपने साढ़े चार साल पूरे कर लिए हैं। अगला विधानसभा चुनाव नजदीक है, ऐसे में इन चार साल की उपलब्धियां चुनाव की दिशा निर्धारित करने वाली साबित होंगी। सरकार के जनप्रतिनिधियों का दावा है कि बीते साढ़े चार साल में योगी सरकार ने विकास की ऐसी गंगा बहाई है, जो बीते 70 वर्ष में नहीं बह सकी थी। उनके अनुसार शिक्षा, स्वास्थ्य, सड़क, उद्योग आदि के क्षेत्र में हुए चुनाव में भाजपा के लिए मील का पत्थर साबित होंगे। इसे लेकर गोरखपुर नगर, गोरखपुर ग्रामीण और पिपराइच विधानसभा क्षेत्र के विधायकों से संवाददाताओं से बातचीत की और सरकार की पिछले साढ़े साल की उपलब्धियां गिनाईं।

योगी राज में यूपी ने लगाई ऊंची छलांंग : आरएमडी

नगर विधायक डा. राधा मोहन दास अग्रवाल ने कहा है कि वर्ष 2017 में पहले उत्तर प्रदेश देश के पिछड़े राज्यों में शरीक था लेकिन साढ़े चार साल में इसने ऊंची छलांग लगाई है और आर्थिक दृष्टि से महाराष्ट्र के बाद देश का दूसरा सबसे बड़ा राज्य बन गया है। वर्ष 2017 में प्रदेश की प्रति व्यक्ति आय सिर्फ 45 हजार रुपये थी, जो साढ़े चार साल में बढ़कर 94 हजार हो चुकी है।

नगर व‍िधायक ने कहा कि प्रदेश को अपराध व भ्रष्टाचार मुक्त और विकास युक्त बनाने में सरकार को ऐतिहासिक सफलता हासिल हुई है। प्रदेश के सवा चार लाख नौजवानों को प्रत्यक्ष नौकरी तथा तीन करोड़ नौजवानों को स्व-रोजगार के अवसर उपलब्ध कराये गये हैं। प्रदेश में देश के सर्वाधिक 82 लाख सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्योगों के माध्यम से 12 लाख करोड़ रुपये का निवेश कराकर दो करोड़ लोगों को रोजगार दिया गया है। ईज आफ डूईंग बिजनेस में प्रदेश ने 14वें स्थान से उठकर दूसरा स्थान पाने में सफलता पाई है।

कोरोना महामारी के बावजूद प्रदेश सरकार ने लाखों करोड़ रुपये की योजनाएं जमीन पर उतारी हैं। प्रदेश में इस दौरान तीन राज्य विश्वविद्यालय, 33 मेडिकल कालेज , 28 नए इंजीनियरिंग कालेज, 57 नये महाविद्यालय, 26 नए पालिटेक्निक संस्थान, 79 नए आइटीआई, 250 इंटर कालेज तथा 771 कस्तूरबा विद्यालयों की स्थापना की गई। भारत सरकार की 44 केन्द्रीय योजनाओं में उत्तर प्रदेश आज पहले स्थान पर है। प्रधानमंत्री शहरी आवास योजना के अंतर्गत 40 लाख तथा ग्रामीण आवास योजना के अंतर्गत 26 लाख आवास बनवाये गये। 2.61 करोड़ शौचालय बनवाये गये। सौभाग्य योजना में 1.38 करोड़ परिवारों को निशुल्क विद्युत कनेक्शन तथा उज्जवला योजना के अंतर्गत 1.5 करोड़ परिवारों को निशुल्क गैस कनेक्शन उपलब्ध कराये गये।

योगीराज में चहुंओर बही विकास की गंगा : विपिन सिंह

गोरखपुर ग्रामीण विधायक विपिन सिंह ने कहा है कि प्रदेश में योगी आदित्याथ की सरकार ने महज साढ़े चार साल में जितने कार्य किए, उतने कार्य बीते 70 वर्ष में नहीं हुए। अगर यह कहा जाए कि योगी राज में प्रदेश में चहुंओर विकास की गंगा बही तो गलत नहीं होगा। मुख्यमंत्री की विकासवादी योजनाओं को पूरे देश ने स्वीकार किया है, यही वजह है कि उत्तर प्रदेश को विकास के माडल के तौर पर देखा जा रहा है।

उन्होंने कहा कि प्रदेश की पहचान पहले दंगों, गुंडों और माफियाओं की वजह से होती थी। पर जबसे योगी आदित्यनाथ ने प्रदेश की कमान संभाली है, प्रदेश को विकास के माडल के रूप में स्वीकार किया जा रहा है। पूर्वी उत्तर प्रदेश की तो दिशा और दशा ही बदल गई है। एम्स शुरू हो चुका है तो तीन दशक से बंद पड़ा फर्टिलाइजर कारखाना धुंआ उगलने के लिए तैयार है।

आयुष विश्वविद्यालय की आधारशिला रखी जा चुकी है। महायोगी गोरखनाथ विश्वविद्यालय के रूप में एक और विश्वविद्यालय की सौगात गोरखपुर को मिल चुकी है। तरकुलानी पंम्पिंग हाउस का निर्माण कराकर मुख्यमंत्री ने शहर के साथ-साथ किसानों की हजारों एकड़ फसल को बारिश से बर्बाद होने से बचाया है। विधायक ने बताया कि केवल उनके विधानसभा क्षेत्र में ही 1100 करोड़ रुपये से अधिक का विकास कार्य हुआ हे। चंदाघाट पुल, चिड़ियाघर, नौसड़-बाघागाढ़ा फोरलेन, रामगढ़ ताल का सुंदरीकरण, वाटर स्पोर्ट्स कांप्लेक्स, योगिराज गंभीरनाथ प्रेक्षागृह, एनेक्सी भवन, गुरु गोरक्षनाथ व रामघाट जैसे कुछ ऐसे कार्य हैं, जिनसे शहर की सूरत ही बदल गई है। कुल मिलाकर महज साढ़े चार साल में विकास के इतने कार्य हुए हैं, जिन्हें ऊंगली पर गिनाया जाना संभव नहीं। इस दौरान महानगर अध्यक्ष राजेश गुप्ता, शशिकांत सिंह, देवेश श्रीवास्तव, अच्युतानंद शाही आदि मौजूद रहे।

साढ़े चार साल में हुआ चार सौ साल का विकास कार्य : महेंद्र पाल

पिपराइच विधायक महेंद्र पाल सिंह ने कहा कि योगी सरकार से पहले प्रदेश में विकास की गति शून्य हो गई थी। सभी कार्य ठप थे। गुंडागर्दी, भ्रष्टाचार और माफियाराज चरम पर था। जैसे में ही मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रदेश की कमान संभाली, विकास कार्यों ने रफ्तार पकड़ ली। कल्याणकारी योजनाएं जन-जन तक पहुंचने लगीं। रोजगार के रास्ते खुल गए। निर्माण कार्यों की झड़ी लग गई। गोरखपुर अब मेट्रो सिटी बनने की राह में तेजी से आगे बढ़ चला है। रामगढ़ताल परियोजना, चिड़ियाघर, एम्स, फर्टिलाजर ऐसी उपलब्धि है, जिसकी कल्पना योगी सरकार के बिना की ही नहीं जा सकती थी। दरअसल साढ़े चार साल में चार सौ साल का विकास कार्य हुआ है।

गोरखपुर में तो इतने कार्य हुए कह यह जिला महज साढ़े चार साल में विकसित जिलों की कतार में खड़ा हो गया। पिपराइच विधानसभा क्षेत्र में हुए विकास कार्यों की चर्चा करते हुए विधायक ने कहा कि पिपराइच चीनी मिल का शुरू होना केवल गोरखपुर ही नहीं बल्कि समूचे पूर्वांचल की उपलब्धि रही।

प्रदेश के पहले आयुष विश्वविद्यालय की नींव रखकर मुख्यमंत्री ने गोरखपुर को ऐसी सौगात दी, जिसकी किसी ने कल्पना तक नहीं की थी। राजकीय आइटीआइ की स्थापना भी क्षेत्र की बड़ी उपलब्धियों में से एक है। क्षेत्र में करीब 300 किलोमीटर की सड़कों का निर्माण कराया जा चुका है। इस बात की चर्चा भी बहुत जरूरी है कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के प्रयास के चलते पिपराइच प्रदेश का एकलौता विधानसभा क्षेत्र बन गया है, जहां एक साथ दो विश्वविद्यालय संचालित होंगे। यह भी बताना जरूरी है कि विकास का यह प्रवाह अभी रुका नहीं है बल्कि निरंतर जारी है। इस दौरान जीतन सिंह, दिनेश दुबे, बिजेंद्र जायसवाल, सुधीर सिंह, बलवंत सिंह, जेपी सिंह, सुग्रीव सिंह आदि मौजूद रहे।

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