चुनाव में चूक से बचने के लिए भाजपा ने बनाया मास्टर प्लान, जानिए किस तरह की दी गई जिम्मेदारी

मिशन 2022 को लेकर भाजपा ने विधानसभावार जिम्मेदारों का जाल बिछा दिया है। चुनाव के दौरान कहीं कोई चूक न रह जाए इसके लिए हर स्तर पर जिम्मेदारी तय की गई है। बीते दिनों चुनावी अभियान को रफ्तार देने के लिए युवा विस्तारकों की तैनाती की गई।

By Rahul SrivastavaEdited By: Publish:Tue, 28 Sep 2021 09:10 PM (IST) Updated:Wed, 29 Sep 2021 09:21 AM (IST)
चुनाव में चूक से बचने के लिए भाजपा ने बनाया मास्टर प्लान, जानिए किस तरह की दी गई जिम्मेदारी
भाजपा ने की विस्तारकों की तैनाती। प्रतीकात्मक तस्वीर

गोरखपुर, डा. राकेश राय : मिशन 2022 को लेकर भाजपा ने विधानसभावार जिम्मेदारों का जाल बिछा दिया है। चुनाव के दौरान कहीं कोई चूक न रह जाए, इसके लिए हर स्तर पर जिम्मेदारी तय की गई है। बीते दिनों चुनावी अभियान को रफ्तार देने के लिए युवा विस्तारकों की तैनाती की गई तो अब उनके मार्गदर्शन के लिए हर जिले में अनुभवी पालक मनोनीत किए जा रहे हैं। गोरखपुर क्षेत्र के 62 विधानसभा क्षेत्रों के लिए 12 पालकों का मनोनयन किया जा रहा है। पालक संबंधित विधानसभा क्षेत्र में तैनात किए गए विस्तारकों की रिहाइश का इंतजाम तो करेंगे ही, उन्हें अपने राजनीतिक अनुभव से समृद्ध भी करते रहेंगे। पालकों के लिए उन्हीं वरिष्ठ कार्यकर्ताओं का चयन किया जा रहा है, जो कई चुनावों का अनुभव भी हो।

महत्वपूर्ण मानी जा रही है पालक की भूमिका

पालक की भूमिका इसलिए महत्वपूर्ण मानी जा रही है क्योंकि विस्तारक युवा और उत्साही हैं। उत्साह की वजह से वह चुनाव के दौरान न चाहते भी कोई गलती न कर बैठें और उसका खामियाजा पार्टी को भुगतना पड़े। पालक अपने अनुभव से विस्तारकों का इसे लेकर समय-समय पर मार्गदर्शन भी करते रहेंगे। साथ ही पार्टी पदाधिकारियों व कार्यकर्ताओं और विस्तारकों के बीच कड़ी की भूमिका भी निभाएंगे। यह इस द़ष्टि से भी महत्वपूर्ण है कि विस्तारक की तैनाती उनके अपने विधानसभा क्षेत्र में नहीं की गई है और उन्हें चुनाव तक निर्धारित विधानसभा क्षेत्र में स्थायी रूप से निवास करना है। ऐसे में पालक क्षेत्र में विस्तारकों की पहचान भी बनेंगे। पालकों के चयन में इस बात का भी पार्टी ने ख्याल रखा है कि वह उसी जिले के हों, जहां के रहने वाले हैं। पालकों के मनोनयन से हर विधानसभा क्षेत्र में पार्टी की टीम पहले से बढ़ गई है। विधानसभा प्रभारी और विधानसभा संयोजकों की मनोनयन पहले ही कर दिया गया है। चुनावी तैयारी की मानिटरिंग करने के लिए पार्टी की पहले से रणनीति रही है कि संयोजक भले ही क्षेत्र का हो पर प्रभारी हर हाल में दूसरी विधानसभा क्षेत्र का वरिष्ठ पदाधिकारी होना चाहिए। दरअसल प्रभारी के माध्यम से ही नेतृत्व चुनावी तैयारियों की मानिटरिंग भी करता है।

हर विधानसभा क्षेत्र में बनी है 16 सदस्यीय संचालन टोली

पार्टी ने हर विधानसभा क्षेत्र में बकायदा 16 सदस्यीय विधानसभा संचालन टोली बनाई है। इस टोली में विधानसभा प्रभारी, संयोजक और विस्तारक भी शामिल है। टोली के अन्य पद हैं- बूथ प्रबंधन कार्य प्रमुख, मतदाता सूची कार्य प्रमुख, कार्यक्रम एवं अभियान प्रमुख, सामाजिक टोली संपर्क, सदस्यता अभियान प्रमुख, सभा-रैली-बैठक-प्रवास प्रमुख, महिला और पुरुष लाभार्थी संपर्क प्रमुख, सरकारी योजना एवं अभियान, प्रचार-प्रसार प्रमुख, आइटी प्रमुख, सोशल मीडिया प्रमुख और कोष प्रमुख। इस टोली को शीर्ष नेतृत्व का निर्देश कि वह चुनावी प्रचार में जरूरत के मुताबिक पार्टी के मोर्चो, विभागों और प्रकोष्ठों की टीम की भी मदद लेंगे।

हर विधानसभा क्षेत्र में बनाए गए हैं एक-एक विस्तारक

भाजपा के क्षेत्रीय अध्यक्ष डा. धर्मेद्र सिंह ने कहा कि चुनावी अभियान को रफ्तार देने के लिए हर विधानसभा क्षेत्र में एक-एक विस्तारक बनाए गए हैं। विस्तारक चूंकि उस विधानसभा क्षेत्र के बाहर के हैं और उन्हें निर्धारित क्षेत्र में चुनाव तक स्थायी रूप से निवास करना है, इसलिए उनकी चिंता के लिए जिले स्तर पर पालकों का मनोनयन किया है। पालक चुनाव संपन्न होने तक विस्तारकों की हर स्तर पर हर संभव मदद करेंगे।

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