रेलकम्रियों को बड़ी राहत, कोरोना संक्रमित कर्मचारियों का नहीं कटेगा वेतन- रेलवे ने स्वीकृत किया स्पेशल CL
कर्मचारियों की मांग और संगठनों के लगातार दबाव के बाद पूर्वोत्तर रेलवे प्रशासन स्पेशल सीएल (विशेष आकस्मिक अवकाश) को मेडिकल लीव (सिक) के नाम पर स्वीकार करने का निर्णय लिया है। अगले माह रेलवे बोर्ड की अनुमति के बाद स्पेशल सीएल को समायोजित किया जाएगा।
गोरखपुर, जेएनएन। कोरोना संक्रमित सैकड़ों रेलकर्मियों और उनके स्वजन के लिए अच्छी खबर है। घर पर रहकर या अस्पतालों में अपना इलाज करा रहे या करा चुके रेलकर्मियों का वेतन नहीं कटेगा। उपचार के दौरान लिए गए अवकाश का पूरा वेतन मिलेगा। कर्मचारियों की मांग और संगठनों के लगातार दबाव के बाद पूर्वोत्तर रेलवे प्रशासन स्पेशल सीएल (विशेष आकस्मिक अवकाश) को मेडिकल लीव (सिक) के नाम पर स्वीकार करने का निर्णय लिया है। अगले माह रेलवे बोर्ड की अनुमति के बाद स्पेशल सीएल को समायोजित किया जाएगा।
बोर्ड की अनुमति के बाद समायोजित होंगे स्पेशल सीएल, कर्मचारी संगठनों ने जताया अभार
रेलवे प्रशासन के इस निर्णय ने बीमार रेलकर्मियों को राहत पहुंचाई है। कर्मचारी संगठनों ने भी रेलवे प्रशासन के प्रति आभार जताया है। एनई रेलवे मजदूर यूनियन के महामंत्री केएल गुप्त ने कहा है कि किसी भी कर्मचारी का वेतन नहीं कटना चाहिए। नरमू ने स्पेशल सीएल के लिए महाप्रबंधक और प्रमुख मुख्य कार्मिक अधिकारी को पत्र लिखा था।
वेतन के लिए संबंधित अधिकारियों से लगातार वार्ता जारी थी। पूर्वोत्तर रेलवे कर्मचारी संघ के महामंत्री विनोद कुमार राय, एससीएसटी रेलवे इंपलाइज एसोसिएशन के महामंत्री चंद्रशेखर और पूर्वोत्तर रेलवे श्रमिक संघ के सहायक महामंत्री बजरंगी दूबे ने भी इस निर्णय का स्वागत किया है।
रेलवे प्रशासन ने लिया स्पेशल सीएल को मेडिकल लीव के नाम पर स्वीकार करने का निर्णय
दरअसल, कोरोना के दूसरी लहर में संक्रमित रेलकर्मी दफ्तर न पहुंचकर घर या अस्पतालों में उपचार कराने लगे। लेकिन स्पेशल सीएल के लिए जब उन्होंने कार्मिक और संबंधित विभाग में आवेदन किया तो सबने पल्ला झाड़ लिया। कोई उनका स्पेशल सीएल स्वीकार नहीं कर रहा था। ऐसे में एक दिन बाद वेतन कटने की नौबत आ गई थी।
जबकि, रेलवे बोर्ड ने कोरोना काल में संक्रमित कर्मियों के लिए 30 दिन के स्पेशल सीएल का प्रावधान किया है। फिलहाल, रेलवे प्रशासन ने रेलकर्मियों को राहत देते हुए स्पेशल सीएल के लिए नया दिशा-निर्देश जारी करने का आग्रह किया है। जल्द ही बोर्ड की नई गाइड लाइन भी जारी हो जाएगी।