यात्रियों को बड़ी राहत : सितंबर से फिर शुरू होगी यूपी- बिहार बस सेवा
कोरोना की दूसरी लहर में बंद यूपी- बिहार बस सेवा को परिवहन निगम ने फिर से संचालित करने की तैयारी शुरू कर दी है। बसें गोरखपुर से पटना मोतिहारी और रक्सौल के बीच रोजाना पूर्व निर्धारित किराया और समय सारिणी के आधार पर चलाने की योजना बनाई जा रही है।
गोरखपुर, जागरण संवाददाता : उत्तर प्रदेश और बिहार के लोगों के लिए राहत भरी खबर है। कोरोना की दूसरी लहर में बंद यूपी- बिहार बस सेवा को परिवहन निगम ने फिर से संचालित करने की तैयारी शुरू कर दी है। बसें गोरखपुर से पटना, मोतिहारी और रक्सौल के बीच रोजाना पूर्व निर्धारित किराया और समय सारिणी के आधार पर संचालित करने की योजना बनाई जा रही है। दरअसल, स्थिति सामान्य होने के बाद यूपी और बिहार के लोगों का आवागमन बढ़ गया है।
रोजाना हजारों लोगों की आवाजाही
बिहार के पटना, सिवान, छपरा, मोतिहारी, रक्सौल, गोपालगंज से यूपी स्थित पूर्वांचल के प्रमुख गोरखपुर सहित विभिन्न शहरों में रोजाना हजारों लोगों की आवाजाही शुरू हो गई है। बिहार के सैकड़ों लोग परिवार के साथ गोरखपुर में रहते हैं। दिल्ली, पंजाब, हरियाणा, मुंबई, गुजरात, राजस्थान और सिकंदराबाद आदि शहरों में नौकरी करने वाले बिहार के अधिकतर प्रवासी भी गोरखपुर जंक्शन पर ही उतरते हैं। यहां पहुंचने के बाद लोग बसों से ही अपने घर जाते हैं, लेकिन बस सेवा बंद होने से लोगों की मुश्किलें बढ़ गई हैं।
मजबूरी में कर रहे प्राइवेट बसों से यात्रा
मजबूरी में प्राइवेट बसों से यात्रा करनी पड़ रही है। ऐसे में लोग फिर से यूपी-बिहार बस सेवा शुरू होने का इंतजार करने लगे हैं। रोडवेज के क्षेत्रीय प्रबंधक पीके तिवारी के अनुसार शासन की हरी झंडी मिल चुकी है। गोरखपुर से जल्द ही यूपी-बिहार बस सेवा शुरू कर दी जाएगी।
गोरखपुर से बिहार के लिए चल रहीं 100 डग्गामार बसें
रोडवेज की यूपी-बिहार बस सेवा बंद होने से प्राइवेट (डग्गामार) बसों की चांदी है। बस संचालक यात्रियों को जबरदस्ती बैठाते हैं और मनमाना किराया वसूलते हैं। यही नहीं बीच रास्ते में उतार भी देते हैं। गोरखपुर से बिहार के लिए रोजाना लगभग 100 बसें चल रही हैं। यह सभी बसें रेलवे स्टेशन के सामने और विश्वविद्यालय चौराहा से रेल म्यूजियम तक सड़क पर लगी रहती हैं। हर पल जाम की स्थिति और दुर्घटना की आशंका बनी रहती है। कहीं कोई नोटिस लेने वाला नहीं है।