गोरखपुर डीएम की बड़ी कार्रवाई, लापरवाही बरतने पर नौ कर्मचारियों की सेवा समाप्त
दो दर्जन से अधिक शिक्षकों की सेवा समाप्त होने के बाद गोरखपुर में डीएम की अनुमति के बाद नौ आंगनबाड़ी कार्यकर्ता एवं सहायिकाओं की सेवा समाप्त कर दी गई है। जिलाधिकारी विजय किरन आनंद के अनुमोदन के बाद जिला कार्यक्रम अधिकारी की ओर से यह कार्रवाई की गई है।
गोरखपुर, जागरण संवाददाता। गोरखपुर में लापरवाह कर्मियों पर सख्ती जारी है। दो दर्जन से अधिक शिक्षकों की सेवा समाप्त होने के बाद डीएम की अनुमति के बाद नौ आंगनबाड़ी कार्यकर्ता एवं सहायिकाओं की सेवा समाप्त कर दी गई है। जिलाधिकारी विजय किरन आनंद के अनुमोदन के बाद जिला कार्यक्रम अधिकारी की ओर से यह कार्रवाई की गई है।
लगातार गायब थीं आंगनबाड़ी कार्यकर्ता एवं सहायिकाएं
जिला कार्यक्रम अधिकारी ने बताया कि जिले की बाल विकास परियोजना कैंपियरगंज एवं बड़हलगंज में कुछ आंगनबाड़ी कार्यकर्ता एवं सहायिका पिछले कई वर्षों से लगातार अनुपस्थित चल रही थीं। कार्यों के प्रति उदासीनता बरतने के कारण नोटिस देकर उनका पक्ष मांगा गया लेकिन अधिकतर कार्यकर्ता या सहायिका की ओर से पक्ष प्रस्तुत नहीं किया गया। जिनकी ओर से अपना पक्ष रखा गया वह तथ्यहीन एवं बिना साक्ष्य के पाया गया। जिसके बाद जिलाधिकारी ने एक नवंबर को सभी की सेवा समाप्त करने का अनुमोदन प्रदान कर दिया।
इनके खिलाफ हुई सेवा समाप्ति की कार्रवाई
जिला कार्यक्रम अधिकारी ने बताया कि बाल विकास परियोजना कैंपियरगंज की आंगनबाड़ी केंद्र कल्याणपुर की कार्यकर्ता पुष्पा, सनगद केंद्र की सहायिका नरमता देवी, आंगनबाड़ी केंद्र रामनगर केवटलिया की कार्यकर्ता मीना जायसवाल, आंगनबाड़ी केंद्र सोनौरा बुजुर्ग की सहायिका किरन देवी, आंगनबाड़ी केंद्र जवैनिहा की कार्यकर्ता रमीला देवी की सेवा समाप्त की गई है। इसी तरह बाल विकास परियोजना बड़हलगंज में आंगनबाड़ी केंद्र महुलिया पोयल की कार्यकर्ता शालिनी दुबे, आंगनबाड़ी केंद्र कोल्हुआ की कार्यकर्ता विट्टन तिवारी, आंगनबाड़ी केंद्र बसावनपुर की सहायिका उर्मिला देवी एवं आंगनबाड़ी केंद्र बुढ़नपुरा की सहायिका राधा देवी की सेवा समाप्त की गई है।
नई नियुक्तियां होंगी
जिला कार्यक्रम अधिकारी ने बताया कि आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं एवं सहायिकाओं की सेवा समाप्त करने के बाद जो पद रिक्त हुए हैं, वहां नई नियुक्तियां की जाएंगी। उन्होंने कहा कि कार्यों में लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। सभी को समय से केंद्र पर उपस्थित रहना है और अपनी जिम्मेदारियों का निर्वहन करना होगा। सभी को मिलकर जिले को कुपोषण मुक्त बनाना है।