लापरवाही के आरोप में दारोगा व सिपाही निलंबित
देवरिया के भटनी थाना क्षेत्र में पिटाई से युवक की मौत का मामला।
देवरिया, जेएनएन। भटनी रेलवे ग्राउंड में पिटाई से घायल युवक की इलाज के दौरान हुई मौत के मामले में कार्रवाई में लापरवाही बरतने वाले उप निरीक्षक व एक सिपाही को पुलिस अधीक्षक डा.श्रीपति मिश्र ने निलंबित कर दिया है। प्रकरण की जांच सीओ को सौंपी है।
13 अक्टूबर की रात रामपुर खुरहुरिया निवासी सिद्धांत को उस समय हतवा निवासी विकास यादव समेत कुछ युवकों ने पकड़ लिया, जब वह भोजन लेकर अपने दूसरे मकान पर जा रहे थे। पिटाई कर उन्हें फेंक दिया। घायल सिद्धांत को मेडिकल कालेज में भर्ती कराया गया। जहां बुधवार को सिद्धांत की मौत हो गई। पुलिस इस पूरे प्रकरण में शुरू से ही लापरवाही बरतती रही। प्रभारी थानाध्यक्ष गुफरान ने इस मामले में पहले एनसीआर दर्ज किया, बाद में प्राण घातक हमले की धारा बढ़ा दी गई, लेकिन दलित अधिनियम के तहत कार्रवाई नहीं की गई। मृतक के परिवार के सदस्य थाने पर दौड़ते रहे। इतना ही नहीं, उन्हें थाने से भगाया जाता रहा। मौत के बाद पुलिस की इस लापरवाही के खिलाफ लोगों ने जमकर हंगामा किया और चक्का जाम किया। एसपी डा.श्रीपति मिश्र ने मामले में रिपोर्ट मांगी। थानाध्यक्ष की रिपोर्ट मिलते ही एसपी ने उप निरीक्षक गुफरान व सिपाही रजत यादव को तत्काल निलंबित कर दिया। पुलिस अधीक्षक डा.श्रीपति मिश्र का कहना है कि पहले ही दिन इस मामले में दलित अधिनियम का मुकदमा दर्ज होना चाहिए था। साथ ही इसकी विवेचना सीओ को सौंपी जानी चाहिए थी। दारोगा व सिपाही ने लापरवाही बरती है। प्रथम ²ष्टया दोषी पाए जाने पर दारोगा व सिपाही को निलंबित कर दिया गया है।
दारोगा का आडियो हुआ था वायरल
दारोगा गुफरान पर आए दिन लापरवाही का आरोप लगता रहता है। दस दिन पूर्व ही दारोगा का एक मारपीट के मामले में बातचीत का आडियो वायरल हुआ था। जिसकी जांच अभी सीओ कर रहे हैं। इस बीच दूसरे मामले में बड़ी लापरवाही सामने आई है।