जिला अस्पताल में एक्सपायर हो गई लाखों की दवाएं

एक्सपायर दवाएं इधर-उधर फेंक कर छिपाई जा रही व्यवस्थागत कमियांजिला अस्पताल में डंप पड़ी एक्सपायर दवाएं सीएमएस ने साधी चुप्पी

By JagranEdited By: Publish:Sat, 16 Oct 2021 11:47 PM (IST) Updated:Sat, 16 Oct 2021 11:47 PM (IST)
जिला अस्पताल में एक्सपायर हो गई लाखों की दवाएं
जिला अस्पताल में एक्सपायर हो गई लाखों की दवाएं

जागरण संवाददाता, बस्ती : कोरोना काल रहा हो या फिर सामान्य दिन। जिला अस्पताल में मरीजों के लिए भेजी जाने वाली दवाएं एक्सपायर हो गईं लेकिन जरूरतमंदों को नहीं मिल पाईं। एक्सपायर दवाएं पहले जलाने की कोशिश की गईं। मामला चर्चा में आ गया तो कमरे में डंप कर दिया गया। अधिकारी इसके लिए दोषी लोगों के खिलाफ कार्रवाई करने की बजाय व्यवस्थागत खामियों को छिपाने में लगे हुए हैं।

दरअसल जिला अस्पताल के चारों ओर मेडिकल स्टोर खुले हुए हैं। ओपीडी में डाक्टरों पर इनका ऐसा नेटवर्क है कि वह चाहकर भी अस्पताल की सरकारी दवाएं पर्ची को न दे पाते हैं और न ही लिख पाते हैं। यह मामला अक्सर चर्चा में आता रहता है। प्रशासनिक अधिकारियों की बात छोड़िए जनप्रतिनिधियों ने भी इस ओर ध्यान नहीं दिया। नतीजतन जरूरतमंदों तक सरकारी दवाएं नहीं पहुंच पाईं।

कुछ दिन पूर्व जिला अस्पताल परिसर में पानी टंकी के पास एक्सपायरी दवाएं कूड़े में फेंकी और जलाई पाई गईं थी। मामला चर्चा में आया तो एसआइसी ने जांच कराकर कार्रवाई की बात कही थी लेकिन मामले को ठंडे बस्ते में डाल दिया। लापरवाह कर्मियों का हौसला बढ़ गया है। लाखों रुपये की दवाएं आक्सीजन प्लांट के बगल बंद पड़े कमरे में डंप करके रखी गई हैं। इसमें इन्हेलर, साल्ब्यूटामाल टेबलेट सहित अन्य जरूरी और जीवनरक्षक दवाएं हैं। दवाओं के कुछ गत्ते तो ऐसे हैं,जो खुले ही नहीं हैं। यह दवाएं मार्च 2021 में ही एक्सपायर हो चुकी हैं। अब इन्हें धीरे-धीरे ठिकाने लगाया जा रहा है। दवाओं की ज्यादा आपूर्ति किए जाने के कारण खपत नहीं हो पाती है, जिससे बहुत सी दवाएं एक्सपायर हो जाती हैं। यह दवाएं क्यों, कैसे और कब एक्सपायर हुईं, इसकी जांच कराई जाएगी।

डा. आलोक वर्मा, प्रमुख अधीक्षक जिला अस्पताल

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