अपर कृषि निदेशक पहुंचे बस्ती, उर्वरक केंद्रों पर स्टाक की स्थिति जांची
उर्वरक न मिलने की किसानों की शिकायत को शासन ने गंभीरता से लिया उर्वरक की उपलब्धता सुनिश्चित करने को अधिकारियों को दिया निर्देश
जागरण संवाददाता, बस्ती : जिले में उर्वरक की कमी और कालाबाजारी की शिकायतों को शासन ने गंभीरता से लिया है। गुरुवार को इसकी जांच के लिए अपर कृषि निदेशक (चावल) उप्र. एवं टास्क फोर्स अफसर (टीएफओ) सत्येंद्र बहादुर सिंह बस्ती पहुंचे। उन्होंने यहां उर्वरक उपलब्धता, वितरण की स्थिति जांची। किसानों की शिकायतों को लेकर अधिकारियों के साथ बैठक कर कड़े निर्देश दिए। कहा कि किसानों को किसी भी दशा में उर्वरक की कमी नहीं होनी चाहिए। अपर कृषि निदेशक ने उर्वरक केंद्रों का औचक निरीक्षण कर स्टाक भी देखा।
पांडेय बाजार स्थित उर्वरक के थोक विक्रेता बालाजी एजेंसी की जांच की गई। गोदाम में 1900 बोरी यूरिया, 1480 बोरी डीएपी, 120 बोरी एमओपी, 3000 बोरी सुपर फास्फेट पाउडर, 7880 बोरी सुपर फास्फेट दाना उपलब्ध पाया गया। अभिलेख से इसका सत्यापन भी किया। यहां डीएपी, एनपीके का अवैध भंडारण नहीं मिला। इसके बाद अपर कृषि निदेशक छावनी बाजार स्थित किसान खाद भंडार पहुंचे। पीओएस मशीन से उर्वरक बिक्री की जानकारी ली। कृष्णा कृषि सेवा केंद्र पचवस बस्ती एवं जायसवाल खाद भंडार छावनी का निरीक्षण किया। तीनों बिक्री केंद्रों पर यूरिया, डीएपी व अन्य उर्वरक उपलब्ध पाया गया। बिक्री केंद्रों पर उर्वरक के साथ अन्य उत्पाद की टैगिग किया जाना नहीं पाया गया।
अधिकारियों को बैठक में चेताया
अपर निदेशक ने कृषि भवन में कृषि विभाग के अधिकारियों, कोआपरेटिव समेत अन्य अधिकारियों के साथ उर्वरक वितरण की गहन समीक्षा की। उन्होंने मांग और उर्वरक की उपलब्धता की स्थिति जांची। कहा कि शासन की मंशा के अनुसार उर्वरकों का वितरण सुनिश्चित कराएं। चेताया इसमें लापरवाही पाए जाने पर संबंधित के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। इस दौरान सिद्धार्थनगर, संतकबीरनगर व बस्ती के जिला कृषि अधिकारी मनीष कुमार सिंह, तीनों जिलों के डीडी कृषि, सभी एसडीओ, पुनीत पांडेय, उपेंद्र सिंह आदि मौजूद रहे।