Gorakhpur Weather News: आसमान पर बांदलों का डेरा, राहत दे रहीं पुरवा हवाएं

Gorakhpur Weather News गोरखपुर में तापमान पर काबू पाने वाली बारिश के लिए अभी दो से तीन दिन का इंतजार करना होगा। इसके लिए बंगाल की खाड़ी के ऊपर वायुमंडलीय परिस्थितियां बन रही हैं। वहां निचले वायुमंडल में एक निम्न वायुदाब क्षेत्र विकसित हो रहा है।

By Pradeep SrivastavaEdited By: Publish:Sun, 11 Jul 2021 11:17 AM (IST) Updated:Sun, 11 Jul 2021 11:17 AM (IST)
Gorakhpur Weather News: आसमान पर बांदलों का डेरा, राहत दे रहीं पुरवा हवाएं
गोरखपुर के आसमान पर बादलों का डेरा होने से उमस बढ़ गई है। - फाइल फोटो

गोरखपुर, जागरण संवाददाता। बारिश न होने से शहर के तापमान में बढ़ोत्तरी का सिलसिला शुरू होग गया है। 31 डिग्री सेल्सियस तक नीचे आ चुका अधिकतम तापमान 35 के पार चला गया है। न्यूनतम तापमान ने भी 27 डिग्री सेल्सियस के आंकड़े को छू लिया है।

धूप और बादलों की लुकाछिपी में बढ़ रहा शहर का पारा

मौसम विशेषज्ञ कैलाश पांडेय के अनुसार इसकी वजह धूप का प्रभावी होना है। बादलों के बीच से रह-रह कर निकलने वाली धूप शहर का पारा तो चढ़ा ही रही है, वातावरण की नमी पाकर हीट इंडेक्स भी बढ़ा रही है। इसके चलते लोगों को रिकार्ड तापमान से अधिक की गर्मी का अहसास हो रहा है। हालांकि इन सबके बीच अनवरत चल रही पुरवा हवाएं कई बार राहत देने का काम कर रही हैं लेकिन स्थायी राहत तो केवल बारिश ही दे सकती है।

दो द‍िन में सामान्‍य होगी स्‍थ‍िति

मौसम विशेषज्ञ के मुताबिक तापमान पर काबू पाने वाली बारिश के लिए अभी दो से तीन दिन का इंतजार करना होगा। इसके लिए बंगाल की खाड़ी के ऊपर वायुमंडलीय परिस्थितियां बन रही हैं। वहां निचले वायुमंडल में एक निम्न वायुदाब क्षेत्र विकसित हो रहा है तो ऊपरी वायुमंडल में चक्रवातीय हवा का क्षेत्र भी तैयार हो रहा है। 12 से 13 जुलाई तक इसकी पूर्वी उत्तर प्रदेश तक पहुंचने की संभावना है, ऐसे में 12 जुलाई से गरज-चमक के साथ कुछ स्थानों पर हल्की से मध्यम तो कुछ पर मध्यम से भारी वर्षा का पूर्वानुमान मौसम विशेषज्ञ जता रहे हैं।

कल से बदलेगा मौसम

इससे पहले भी बारिश की संभावना से मौसम विशेषज्ञ इन्कार नहीं कर रहे। उनका कहना है कि पंजाब से लेकर दक्षिणी उत्तर प्रदेश, झारखंड होते हुए बंगाल की खाड़ी तक एक निम्न वायुदाब की पट्टी बनी हुई है। चूंकि वह बहुत मजबूत नहीं है लेकिन कुछ स्थानों पर बूंदाबादी से लेकर हल्की बारिश की वजह बन सकती है। पर वह बारिश तापमान को कम करने में की बजाय हीट इंडेक्स को बढ़ाने वाली साबित होगी। ऐसे में 12 जुलाई से पहले गर्मी कम होने की संभावना कम ही है। फिलहाल आसमान में बादल छाए हुए हैं और धूप उसकी ओट में छिपे रहने को मजबूर है।

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