प्रेम संबंध में हुई थी बाबूराम की हत्या
सिद्धार्थनगर पुलिस व एसओजी टीम ने मिश्रौलिया थाना क्षेत्र के बहोरवा घाट के बाबूराम निषाद की मौ
सिद्धार्थनगर: पुलिस व एसओजी टीम ने मिश्रौलिया थाना क्षेत्र के बहोरवा घाट के बाबूराम निषाद की मौत के रहस्य से पर्दा उठा दिया है। पुलिस ने 48 घंटे के अंदर तीन आरोपितों को गिरफ्तार कर अदालत में पेश किया, जहां से उन्हें जेल भेज दिया गया। घटना की असली वजह प्रेम संबंध होना पाया गया है।
एएसपी सुरेश चंद्र रावत ने रविवार को घटना का पर्दाफाश पुलिस लाइन सभागार में किया। उन्होंने पुलिस टीम को ढाई हजार रुपये का पुरस्कार देने की घोषणा की। एएसपी ने बताया कि रणजीत ने पुलिस को तहरीर देकर लड़के बाबूराम के गायब होने जानकारी दी थी। कहा था कि उसका लड़का 29 जुलाई को घर से साइकिल से निकला था। अंतिम बार रात को साढ़े सात बजे खेत की ओर जाते देखा गया था। इसके बाद से उसका पता नहीं चल पाया। अगले दिन सुबह उसका शव बूढ़ी राप्ती नदी में पाया गया था।
एसपी डा. यशवीर सिंह समेत अन्य अधिकारियों ने घटनास्थल का निरीक्षण करते हुए आवश्यक कार्रवाई का निर्देश दिया था। जांच का जिम्मा स्थानीय पुलिस के साथ एसओजी को सौंपी गई थी। टीम ने जांच में पाया कि बाबूराम का संबंध पकड़े गए आरोपित संतोष की बहन से था। इसी बिदु पर ध्यान केंद्रित करते हुए जांच शुरू की। पीएम रिपोर्ट में सीने की हड्डी टूटी पाई गई, इसके बाद युवक के हत्या की आशंका बलवती हो गई।
एएसपी ने बताया कि टीम ने जांच में पाया कि युवक की पहले गला घोटकर हत्या कर दी गई। इसके भाई अशर्फी व पिता दुर्गा ने मिलकर शव को नदी में फेंक दिया। पूछताछ में सभी ने घटना में शामिल होना स्वीकार्य कर लिया। गला घोंटने में प्रयोग की गई रस्सी भी पुलिस ने बरामद कर लिया।
पर्दाफाश करने वाली टीम में एसओ मिश्रौलिया पंकज कुमार पांडेय, एसओजी प्रभारी जीवन त्रिपाठी, चौकी प्रभारी चेतिया आनंद कुमार,अमित कुमार शाही, आनंद यादव, वीरेन्द्र त्रिपाठी, राजीव शुक्ला,अवनीश सिंह, देवेंद्र तिवारी, संदीप तिवारी शामिल रहे।