बस्‍ती में स्वतंत्रता सेनानियों के तैयार होंगे आलेख, बनेगा संग्रहालय

बस्ती जिले में स्वतंत्रता आंदोलन एवं राष्ट्रवादी साहित्य विशेषकर जनपद के अनाम स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों पर आधारित इतिहास लेखन कार्य प्राथमिकता पर कराये जाने के लिए जिलाधिकारी सौम्या अग्रवाल ने कलेक्ट्रेट सभागार में बैठक करके रूप रेखा को अंतिम रूप दिया।

By Navneet Prakash TripathiEdited By: Publish:Tue, 07 Dec 2021 05:27 PM (IST) Updated:Tue, 07 Dec 2021 05:27 PM (IST)
बस्‍ती में स्वतंत्रता सेनानियों के तैयार होंगे आलेख, बनेगा संग्रहालय
बस्‍ती में स्वतंत्रता सेनानियों के तैयार होंगे आलेख, बनेगा संग्रहालय। प्रतीकात्‍मक फोटो

गोरखपुर, जागरण संवाददाता। बस्ती जिले में स्वतंत्रता आंदोलन एवं राष्ट्रवादी साहित्य विशेषकर जनपद के अनाम स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों पर आधारित इतिहास लेखन कार्य प्राथमिकता पर कराये जाने के लिए जिलाधिकारी सौम्या अग्रवाल ने कलेक्ट्रेट सभागार में बैठक करके रूप रेखा को अंतिम रूप दिया। कहा कि आजादी के अमृत महोत्सव के अवसर पर जिले में एक संग्रहालय की स्थापना की जायेगी। इसमें वीरांगना तलाश कुवंरि कर आदमकद प्रतिमा स्थापित की जाएगी।

सेनानियों के इतिहास लेखन में उनके परिवारीजनों की ली जाएगी मदद

उन्होंने कहा कि अनाम स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों का जीवन चरित्र लेखन में उनके निकटस्थ परिवारीजनों की सहायता ली जायेगी। उनके द्वारा उपलब्ध कराये गये अभिलेख, चित्र, वस्तुओं को आधार बनाया जायेगा। इसके अलावा आजादी के दौरान घटित घटनाओं, कला, सिम्बल, पेंटिंग को भी एकत्र कर डिजिटल फार्म में तैयार किया जायेगा। स्वतंत्रता संग्राम के दौरान बस्ती जनपद में महानायकों के आगमन के चित्र, उनके ठहरने के स्थल तथा अन्य सामग्री को संकलित करने के साथ ही जेल में उपलब्ध अभिलेखों का अध्ययन करके तत्कालीन सेनानियों का आलेख तैयार किया जायेगा।

इतिहास के शिक्षकों से ली जाएगी सहायता

उन्होंने कहा कि अगले सप्ताह महाविद्यालयों के इतिहास विभाग के विभागाध्यक्षों के साथ बैठक की जायेगी तथा उनसे भी सहयोग प्राप्त किया जायेगा। बैठक का संचालन डिप्टी कलेक्टर सूरज यादव ने किया। इसमें रोटरी क्लब के अध्यक्ष मयंक श्रीवास्तव, साहित्यकार अष्टभुजा शुक्ला, डा. वीरेन्द्र श्रीवास्तव, डा.रमा शर्मा, डा.शबीहा मुमताज ने महत्वपूर्ण सुझाव दिये। जिलाधिकारी ने फरीजा मंसूरी द्वारा महुआडाबर घटना पर बनाये गये चित्र का अवलोकन किया तथा उनके प्रयासों की सराहना की।

सशस्त्र झंडा दिवस पर सैनिक परिवार की मदद करने का आह्वान

सशस्त्र झंडा दिवस के अवसर पर जिलाधिकारी सौम्या अग्रवाल को जिला सैनिक कल्याण एवं पुनर्वास विभाग की ओर से टिकट भेंट किए गए। जिलाधिकारी ने सभी से शहीद एवं सेनानिवृत्त सैनिक परिवारों के कल्याण के लिए अधिक से अधिक योगदान करने की अपील की। जिलाधिकारी ने बताया कि 1949 से शहीदों और सेना में सेवारत सैनिकों को सम्मान देने के लिए सात दिसम्बर को देश में सशस्त्र सेना झण्डा दिवस मनाया जाता है।

देश के लिए शहीद होना गर्व की बात

देश की अखण्डता की रक्षा के लिए बहादुरी से लड़ते हुए प्राणों की आहूति देने से बढकर कोई नेक कार्य नही हो सकता। देश की रक्षा करते हुए, जो सैनिक घायल हो गये है या शहीद हो गये है, उनके प्रति हमारी जिम्मेदारी बनती है कि हम उनकी बीरांगनाओं और बच्चों की देखभाल करें। उन्होने कहा कि इस दिन सेना, नौसेना और वायु सेना के जवानों द्वारा प्रदान की जाने वाली सेवाओं को याद किया जाता है। हमारे देश के प्रत्येक नागरिक का सामूहिक कर्तव्य है कि वह हमारे बहादुर शहीदों और विकलांग हुए सैनिकों तथा उनके आश्रितो का पुनर्वास और कल्याण सुनिश्चित करें। झण्डा दिवस हमें इन दायित्वों को पूरा करने का अवसर देता है।

यह रहे मौजूद

इस अवसर पर जिला सैनिक कल्याण एंव पुनर्वास अधिकारी कमाण्डर बृजेन्द्र कुमार ने अपने साथियों के साथ आईजी राजेश मोदक डी राव,पुलिस अधीक्षक आशीष श्रीवास्तव, सीडीओ राजेश कुमार प्रजापति, एडीएम अभय कुमार मिश्र कार्यालय में जाकर झण्डा दिवस का टिकट लगाया। इस अवसर पर डिप्टी कलेक्टर सूरज यादव, संचितमोहन तिवारी, सूर्यलाल, मुज्तवा, राघवेन्द्र पाण्डेय, रंजीत रंजन, रामकुमार पाल,शम्भू, राजकुमार मिश्रा, जगदीश चन्द्र सहित अन्य मौजूद रहे।

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