नौ सेना अधिकारी की अंतिम विदाई में उमड़ा जन सैलाब, सड़क हादसे में हुई थी मौत
21 फरवरी की शाम को उनके पास राष्ट्रीय रक्षा अकादमी (एनडीए) पुणे खडकवासला से फोन आया। बताया कि लेफ्टिनेंट कमांडर आशीष कुमार हादसे में घायल हो गए। फ्लाइट से परिवार के लोग मुंबई होते हुए पुणे पहुंचे। तब जानकारी हुई।
गोरखपुर, जेएनएन। नौसेना में तैनात लेफ्टिनेंट कमांडर आशीष कुमार की अंतिम विदाई में मंगलवार की सुबह जनसमूह उमड़ पड़ा। फैजाबाद से आए डोगरा रजीमेंट के अधिकारियों व राजघाट पुलिस ने राप्ती तट सलामी दी। अंतिम यात्रा में जिला प्रशासन व पुलिस अधिकारियों के न स्थानीय लोगों में आक्रोश रहा।
एनडीए खडकवासला में ट्रेनिंग कर रहे थे लेफ्टिनेंट कमांडर आशीष
राजघाट के हांसूपुर निवासी आशीष कुमार आठ साल पहले नौसेना में अधिकारी बने थे। तीन भाई- बहन में दूसरे नंबर के आशीष की अभी शादी नहीं हुई थी।उनके पिता दीपचंद कुशवाहा सब्जी कारोबारी हैं।छोटा भाई अश्वनी गाजियाबाद में बीटेक की पढ़ाई कर रहा है। दीपचंद ने बताया कि 21 फरवरी की शाम को उनके पास राष्ट्रीय रक्षा अकादमी (एनडीए) पुणे, खडकवासला से फोन आया। बताया कि लेफ्टिनेंट कमांडर आशीष कुमार हादसे में घायल हो गए। फ्लाइट से परिवार के लोग मुंबई होते हुए पुणे पहुंचे।हास्पिटल पहुंचने पर बताया कि सेना की गाड़ी से आशीष व उनके सहयोगी जा रहे थे। बाइक सवार को बचाने में हुए एक्सीडेंट में गंभीर रुप से घायल हो गए।उपचार के दौरान उनकी मौत हो गई।सोमवार की शाम विशेष विमान से उनका पार्थिव शरीर पुणे से लखनऊ एयरपोर्ट पहुंचा। जहां से देर रात गोरखपुर लाया गया।मंगलवार की सुबह राजकीय सम्मान के साथ राजघाट के राप्तीतट पर उन्हें अंतिम विदाई दी गई।
15 दिन पहले हुआ था प्रमोशन
परिवार के लोगों ने बताया कि 15 दिन पहले आशीष कुमार प्रमोशन पाकर लेफ्टिनेंट कमांडर बने थे।जिसके बाद राष्ट्रीय रक्षा अकादमी में प्रशिक्षण ले रहे थे।चाचा नारद कुशवाहा ने बताया कि आशीष अपनी बड़ी बहन अंजली की शादी की तैयारी में लगा था।पिछले दो साल में उसके के लिए कई रिश्ता आया लेकिन शादी नहीं की।