गोरखपुर की मस्जिदों से अपील, कोरोना मरीजों की मदद के लिए आगे आएं मुसलमान Gorakhpur News

मुफ्ती अख्तर हुसैन मन्नानी ने मुल्क भर के साहिबे निसाब (आर्थिक रूप से सक्षम) मुसलमानों से अपील करते हुए कहा कि अपने जकात सदका व फित्रा की रकम से ऐसे हकदार लोगों की मदद करें जो बीमार हैं। जिनको दवा की सख्त जरूरत है।

By Satish Chand ShuklaEdited By: Publish:Thu, 22 Apr 2021 02:08 PM (IST) Updated:Thu, 22 Apr 2021 06:51 PM (IST)
गोरखपुर की मस्जिदों से अपील, कोरोना मरीजों की मदद के लिए आगे आएं मुसलमान Gorakhpur News
अपील के संबंध में लाउडस्‍पीकर का फाइल फोटो, जेएनएन।

गोरखपुर, जेएनएन। कोरोना वायरस की दूसरी लहर ने लोगों की जिंदगी को मुश्किल बना दिया है। तमाम मरीज आक्सीजन, दवा व उचित चिकित्सा सुविधा के अभाव में जिंदगी की जंग लड़ रहे हैं। बड़े शहरों से घर वापसी शुरू हो गई है। ऐसे हालात को देखते हुए उलमा ने लोगों से ईद पर नए कपड़े बनवाने के बजाए कोरोना संक्रमित मरीजों, जरूरतमंदों एवं गरीबों के लिए भोजन व दवाओं की व्यवस्था करने की अपील की है। मस्जिदों से भी इस बात की अपील की जा रही है कि उन लोगों की मदद करें जो कोरोना माहमारी के चलते बेरोजगार हो गए हैं और उन्हें किसी की मदद और सहारा नहीं मिल रहा है। उलमा की अपील  इंटरनट मीडिया के जरिए भी लोगों तक पहुंचाई जा रही है।

मुश्किल दौर में सभी को साथ मिलकर खड़ा होना होगा

मुफ्ती अख्तर हुसैन मन्नानी ने मुल्क भर के साहिबे निसाब (आर्थिक रूप से सक्षम) मुसलमानों से अपील करते हुए कहा कि अपने जकात, सदका व फित्रा की रकम से ऐसे हकदार लोगों की मदद करें जो बीमार हैं। जिनको दवा की सख्त जरूरत है। जिनके पास खाने-पीने का इंतजाम न हो उनके लिए राशन का इंतजाम कर दें। ईद के खर्च में कटौती कर हर जरूरतमंद की मदद करें। किसी की मदद के लिए रमजान से अच्‍छा महीना नहीं हो सकता।

दिल खोलकर करें गरीबों की मदद

मौलाना अब्दुल खालिक निजामी ने कहा कि कोरोना संक्रमण के चलते तमाम लोग  दिक्कत में हैं। वह भोजन और दवाओं के लिए परेशान हैं। लोग इस ईद अपने आसपास रहने वाले लोगों की दिल खोलकर मदद करें। उन्हें भोजन दें और कपड़े के साथ ही दवाओं की व्यवस्था भी करें। सहायता देते समय मजहब आड़े नहीं आना चाहिए। मुश्किल भरे इस दौर में सभी को एक साथ मिलकर खड़ा होना होगा।

हर जरूरतमंद की मदद करने का हुक्‍म देता है हमारा दीन

मुफ्ती खुश मोहम्मद मिस्बाही ने कहा कि हमारा दीन हर जरूरतमंद की मदद करने का हुक्म देता है। चाहे वह किसी भी मजहब का क्यों ना हो। उन्होंने रोजेदारों से आह्वान किया कि उन लोगों की भी मदद करें जो कोरोना माहमारी के चलते बेरोजगार हो गए हैं। यह वक्त भले ही मुसीबतों का हो, लेकिन अगर इस समय हमने आपसी सौहार्द बनाए रखा तो यकीनन हम भाईचारे को बढ़ा रहे हैं। कारी मो. अनस रजवी ने कहा दूसरों की मदद करने से अल्लाह खुश होता है। फिजूलखर्ची एवं दिखावे को बंद कर जरूरतमंदों के लिए मदद का हाथ बढ़ाइए।

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