गोरखपुर में बोले अनुराग ठाकुर, एनसीईआरटी की किताबें बताती थी भगत सिंह को आतंकवादी

केंद्रीय सूचना और प्रसारण मंत्री अनुराग ठाकुर ने गोरखपुर में महाराणा प्रताप श‍िक्षा पर‍िषद के संस्थापक सप्ताह समारोह के दौरान कहा क‍ि पूर्ववर्ती सरकारों के समय में एनसीईआरटी की किताबों में क्रांतिकारियों को आतंकवादी बताया गया। शहीद भगत सिंह जैसे राष्ट्रभक्त आतंकवादी के रूप से पढ़ाए जाते रहे।

By Pradeep SrivastavaEdited By: Publish:Sun, 05 Dec 2021 10:17 AM (IST) Updated:Sun, 05 Dec 2021 03:42 PM (IST)
गोरखपुर में बोले अनुराग ठाकुर, एनसीईआरटी की किताबें बताती थी भगत सिंह को आतंकवादी
गोरखपुर में महाराणा प्रताप श‍िक्षा पर‍िषद के संस्थापक सप्ताह समारोह को संबोध‍ित करते अनुराग ठाकुर। - जागरण

गोरखपुर, जागरण संवाददाता। केंद्रीय सूचना और प्रसारण मंत्री अनुराग ठाकुर ने गोरखपुर में महाराणा प्रताप श‍िक्षा पर‍िषद के संस्थापक सप्ताह समारोह के दौरान रोजगारपरक शिक्षा के लिए विद्यार्थियों को प्रेरित किया। इसी क्रम में विद्यार्थियों को उन्होंने रोजगार, स्व-रोजगार, कारोबार और अविष्कार का मंत्र दिया। मोदी सरकार की ओर से स्टार्टअप के जरिए रोजगार के अवसर उपलब्ध कराने की भी चर्चा की। कहा कि प्रधानमंत्री मोदी के कार्यकाल के दौरान ही बहुत से स्टार्टअप महज पांच साल में बड़ी-बड़ी कंपनियों में तब्दील हो गए। देश को स्टार्टअप नेशन के रूप में पूरी दुनिया में प्रतिष्ठा मिली।

नई पीढ़ी को सही इतिहास पढ़ाना हमारी जिम्मेदारी

अनुराग ठाकुर ने कहा कि पूर्ववर्ती सरकारों के समय में एनसीईआरटी की किताबों में क्रांतिकारियों को आतंकवादी बताया गया। शहीद भगत सिंह जैसे राष्ट्रभक्त आतंकवादी के रूप से पढ़ाए जाते रहे। नई पीढ़ी को सही इतिहास पढ़ाना हमारी जिम्मेदारी है। नई शिक्षा नीीति ऐसा ही एक प्रयास है। उन्होंने युवाओं का आह्वान किया कि वह सही इतिहास लेखन में योगदान देने के लिए आगे आएं। नई शिक्षा नीति को लागू करने में अपना योगदान सुनिश्चित करें। ऐसा करके ही हमारा देश फिर से विश्व गु्रु बन सकता है। इसे लेकर उन्होंने विद्यार्थियों से हामी भी भरवाई।

चुनौतियों को अवसर में बदलना है

उन्होंने विद्यार्थियों से कहा कि उन्हें जीवन की कठिन परिस्थितियों से भागना नहीं बल्कि सामने खड़े होकर मुकाबला करना है। चुनौतियों को अवसर में बदलना है क्योंकि लड़ने वालों के कदमों में ही जहां होता है। उन्होंने स्टार्टअप स्थापित करने और उसके उद्योग बनने तक प्रयासरत रहने की सीख दी। आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, रोबाटिक्स आदि के इस्तेमाल से कंपनियों में कम हो रहे मैनपावर की चर्चा करते हुए केंद्रीय मंत्री ने इन परिस्थितियों में भी खुद को बनाए रखने के लिए शिक्षा के साथ कौशल विकास पर जोर दिया। केंद्रीय मंत्री ने छात्रों से कहा कि वह अपनी शिक्षा से देश और प्रदेश को आगे बढ़ाने का संकल्प लें।

आजादी का अमृत महोत्सव और चौरी चाैरा शताब्दी वर्ष की चर्चा करते हुए उन्होंने कहा कि देश के लिए बलिदान होने वाले राष्ट्रभक्तों का स्मरण करते हुए हमें अपना योगदान सुनिश्चित करने के लिए कार्य करना होगा। इसके लिए उन्होंने विद्यार्थियों से नशा विरोधी, स्वच्छता, शिक्षा और स्वास्थ्य की मुहिम से जुड़ने की अपील की। इस दौरान केंद्रीय मंत्री ने अपने सांसद मोबाइल मेडिकल सेवा मुहिम की चर्चा की, जिसके माध्यम से उन्होंने तीन साल में सात लाख लोगों को मुफ्त इलाज की सुविधा उपलब्ध कराई है। तीन गाड़ियों से शुरू हुई वह मोबाइल सेवा अब 17 गाड़ियों तक पहुंच गई है।

पीठाधीश्वरों की यशस्वी पीढ़ी के वर्तमान नायक हैं योगी

अपने संबोधन में अनुराग ठाकुर ने समाज कल्याण और आजादी की लड़ाई में योगदान को लेकर गोरक्षपीठ की भूरि-भूरि प्रशंसा की। कहा, पीठ ने आजादी की लड़ाई से लेकर आधुनिक भारत के निर्माण में अपना योगदान सुनिश्चित किया है। आजादी के बाद आने वाली चुनौतियों को इस पीठ के युगद्रष्टा पीठाधीश्वरों ने देखा, समझा और उसको स्वीकार किया। महाराणा प्रताप शिक्षा परिषद की स्थापना उसी का परिणाम थी। योगी आदित्यनाथ पीठाधीश्वरों की उसी यशस्वी पीढ़ी के वर्तमान नायक है।

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