गोरखपुर में देखते ही पुलिस पर टूट पड़ते हैं पशु तस्कर, पुलिस को भाग कर बचानी पड़ती है जान
गोरखपुर की पुलिस इस समय पशु तस्करों से खौफ खा रही है। पशु तस्कर यहां पुलिस को देखते ही हमला कर देत रहे हैं। संख्य अधिक होने की वजह से गश्त रहे पुलिसकर्मियों के पास भागने के सिवाय और कोई रास्ता नहीं बचता है।
गोरखपुर, जागरण संवाददाता। बेखौफ पशु तस्कर गोरखपुर पुलिस के लिए मुसीबत बने हुए हैं। ये इतने मनबढ़ हैं कि पुलिस को देखते ही हमला कर देते हैं। संख्य अधिक होने की वजह से गश्त रहे पुलिसकर्मियों के पास भागने के सिवाय और कोई रास्ता नहीं बचता है। गोरखपुर के अलग-अलग थाने की पुलिस पर पशु तस्कर पिछले दो साल में 15 बार से अधिक जानलेवा हमला कर चुके हैं।
हो चुकी हैं कई घटनाएं
पशु तस्करों ने छह जुलाई की रात में चिलुआताल इलाके मोहरीपुर में जमकर तांडव मचाया। थाने की बोलेरो समेत सिपाही की बाइक भी टक्कर मारकर तोड़ दी। ड्यूटी पर तैनात गार्ड को भी मारपीट कर घायल कर दिया।इंस्पेक्टर चिलुआताल और उनकी टीम पर हमला करते हुए तस्कर सामने से ही फरार हो गए। घटना के अगले दिन तस्करों ने मोहरीपुर में पेट्रोल पंप के पास एक पिकअप पर कुछ तस्कर पिकअप पर जानवर लाद रहे थे। 13 जून को गुलरिहा इलाके में मेडिकल कालेज रोड पर क्राइम ब्रांच और गुलरिहा पुलिस की तस्करों से मुठभेड़ हुई। 11 जून को शाहपुर के आवास-विकास कालोनी में इन तस्करों का विरोध करने वाले इंजीनियर पुत्र पर तस्करों ने जानलेवा हमला कर दिया।
नौ जून को कैंट के छात्रसंघ चौराहे पर दारोगा की बाइक तस्करों ने ईंट-पत्थर चलाए। छह जून की रात को बेतियाहाता में सिपाहियों की पिटाई कर बाइक तोड़ दी। जनवरी 2021 में शाहपुर थाने की नई बोलेरो में तस्कर टक्कर मारकर फरार हो गए। नवंबर 2020 में शाहपुर के झरना टोला में चौकी प्रभारी पर पिकअप सवार तस्करों ने हमला कर उनकी नाक तोड़ दी। दिसंबर 2020 में शाहपुर थाने में तैनात मुख्य आरक्षी को असलहा सटा दिया था।जनवरी 2020 में रामगढ़ताल थाने की गाड़ी और आजाद नगर पुलिस चौकी की गाड़ी में टक्कर मार दी। तिवारीपुर के सूर्य विहार पुलिस चौकी पर भी तस्करों ने गाड़ी चढ़ाकर पुलिसकर्मियों की जान लेने की कोशिश की थी।
विरोध करते ही हमला कर देता है गिरोह
शहर में वारदात कर रहा पशु तस्करों का यह गिरोह बहुत खतरनाक है।मवेशी उठाते समय अगर किसी ने इनका विरोध किया तो वह फौरन ही उसपर जानलेवा हमला कर देते।तस्करों की गाड़ियों में लाठी- डंडे और ईंट- पत्थर भारी मात्रा में भरे होते हैं।
आवास-विकास कालोनी में हुई तीन वारदात
चार अक्टूबर 2021 : शाहपुर इलाके के आवास विकास कालोनी में सोमवार की रात पिकअप से पहुंचे पशु तस्कर बी-ब्लाक में घूम रहे छुट्टा पशुओं को गाड़ी में लाद रहे थे।पार्क के पास रहने वाले व्यवसायी अखिलेश गुप्ता की नजर उन पर पड़ी तो उन्होंने टोक दिया, जिसके बाद तस्करों ने पथराव शुरू कर दिया।मोहल्ले के लोग जुटे तो पिकअप पर लदे दो गोवंशीय को लेकर शाहपुर की तरफ फरार हो गए।
नौ जून 2021 : पशु तस्कर पिकपअ लेकर शाहपुर के आवास कालोनी में रहने वाले इंजीनियर शशिकांत के घर के सामने पहुंचे। बी ब्लाक में घूम रहे पशुओं को पकड़ने लगे। जिसकी करतूत इंजीनियर के घर में लगे सीसी कैमरे में कैद हो रही थी। छत पर खड़े इंजीनियर के 12 वर्षीय पुत्र ने तस्करों को शोर मचा दिया। जिसके बाद तस्करों ने शशिकांत के घर पथराव शुरू कर दिया। शोर मचाने पर कालोनी के लोग बाहर निकले और तस्करों को दौड़ा लिया। लेकिन पशु तस्कर पथराव करते व असलहा लहराते हुए फरार हो गए। घटना की जानकारी होते ही शाहपुर पुलिस मौके पर पहुंची।
23 मई 2021 : तस्करों ने गीता वाटिका के सामने नवीन गुप्ता के घर पथराव कर दिया था। जिसमें जेल रोड चौकी प्रभारी सुनील कुमार सिंह ने अज्ञात पशु तस्करों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया है। पशु तस्करों के दुस्साहस से कालोनी के लोग सहमे हुए हैं। कोरोना कर्फ्यू के दौरान रात में खुलेआम घूम रहे वारदात कर रहे पशु तस्करों ने पुलिस के लिए चुनौती खड़ी कर दी है। रात गश्त होने के बाद भी तस्कर क्यों नहीं पकड़े जा रहे हैं यह समझ से परे है।