कुशीनगर में जलभराव से आक्रोशित ग्रामीणों ने बांध काटा
कुशीनगर के खड्डा क्षेत्र में लगभग ढाई घंटे रहा अफरा-तफरी का माहौल जलभराव से निजात के लिए यहां पहले भी हो चुकी है रेगुलेटर लगाने की मांग स्थानीय लोगों की समस्या पर प्रशासन ने कोई ध्यान यही वजह है कि इस बार भी जलभराव का संकट लोग झेल रहे हैं।
कुशीनगर : खड्डा क्षेत्र के करीब एक दर्जन गांवों में जलभराव की स्थिति से आक्रोशित ग्रामीणों ने शनिवार को नौतार बांध के 1.75 किमी के समीप काटकर जल निकासी का रास्ता बना दिया। इसकी जानकारी होने पर बाढ़ खंड के एसडीओ राजेन्द्र पासवान, हनुमानगंज पुलिस पहुंच कर लोगों को समझाने-बुझाने का प्रयास किया, लेकिन ग्रामीण नहीं माने।
एसडीएम अरविद कुमार, तहसीलदार डा. एसके राय ने खड्डा व नेबुआ नौरंगिया पुलिस फोर्स के साथ मौके पर पहुंच ग्रामीणों की समस्याएं सुनीं। इसी बीच विधायक जटाशंकर त्रिपाठी भी मौके पर पहुंच गए और लोगों को स्थायी समाधान का भरोसा दिया। लगभग ढाई घंटे हंगामा के दौरान अफरातफरी का माहौल बना रहा है। दूसरी ओर बाढ़ खंड के एसडीओ ने हनुमानगंज थाने में अज्ञात लोगों के खिलाफ बांध काटने का आरोप लगाते हुए कार्रवाई करने की तहरीर दी है। विकासखंड खड्डा के गांव नौतार जंगल, हनुमानगंज, भगवानपुर, लक्ष्मीपुर पड़रहवा, भैंसहा, रंजीता जंगल, बसडीला, पकड़ी बृजलाल, सिसवा,गोपाल, मदनपुर, सुकरौली, जंगल सिसवा समेत 15 गांवों में बारिश की वजह से जलभराव की स्थिति बनी हुई है। इसके पहले क्षेत्र के प्रधानों ने रेगुलेटर फाटक का निर्माण करने की मांग की थी। गांव व खेत में पानी कम न होने से आक्रोशित ग्रामीणों ने गैनही -तुर्कहा नाला के समीप पहुंचकर तटबंध को फावड़ा आदि से काट दिया।
नारायणी का दबाव ,दहशत
अमवाखास बांध के किमी 800 स्पर के नोज पर कटान को रोकने के लिए रेत से भरी बोरी ही डाली जा रही है। रविवार को पानी का डिस्चार्ज एक लाख 56 हजार क्यूसेक होते ही कटान से ग्रामीण भयभीत हैं। यही स्थिति लक्ष्मीपुर के किमी 8.600 पर बने स्पर पर बना हुआ है। अधिशासी अभियंता महेश कुमार सिंह का कहना है कि बचाव कार्य तेजी से चल रहा है।