गुस्साए ग्रामीणों ने देवरिया-कसया मार्ग किया जाम
छोटी गंडक नदी में डूबे बच्चे की तलाश करने में लापरवाही सामने आने पर मंगलवार को लोगों का गुस्सा फूट गया। कोटवा चौराहे के सामने देवरिया-कुशीनगर मार्ग जाम कर दिया।
देवरिया: छोटी गंडक नदी में डूबे बच्चे की तलाश करने में लापरवाही सामने आने पर मंगलवार को लोगों का गुस्सा फूट गया। कोटवा चौराहे के सामने देवरिया-कुशीनगर मार्ग जाम कर दिया। बच्चे की तलाश के लिए एनडीआरएफ टीम बुलाने की मांग पर अड़ गए। करीब एक घंटे तक सड़क जाम से वाहनों की लंबी कतार लग गई। एसडीएम सदर व सीओ सदर के समझाने पर लोग मानें। दोपहर बाद बच्चे का शव कमधेनुवा गांव के सामने उतराता मिला।
कोटवा गांव का आठ वर्षीय बच्चा शाहबाज पुत्र मसरूफ सोमवार को खेलते समय फिसलकर अचानक छोटी गंडक नदी में डूब गया। देर रात तक ग्रामीण व गोताखोर तलाश करते रहे, लेकिन बच्चे का पता नहीं चला। जानकारी होने के बाद भी प्रशासन की तरफ से सहयोग नहीं मिलने पर गुस्साए लोग कोटवा चौराहे पर सुबह करीब 11 बजे जुटने लगे। प्रशासन पर लापरवाही व एनडीआरएफ टीम नहीं बुलाने का आरोप लगाते हुए सड़क जाम कर दिया। जिसके चलते करीब एक घंटे तक यातायात ठप रहा। पटनवा पुल से लेकर सिरसिया महादेवा बाजार तक जाम लग गया। ग्रामीणों ने बच्चे की तलाश कराने, स्वजन को 25 लाख रुपये का मुआवजा व आवास दिलाने की मांग की। पुलिस बल के साथ पहुंचे थानाध्यक्ष मनोज कुमार ने इसकी जानकारी उच्चाधिकारियों को दी। सूचना पर एसडीएम सदर सौरभ सिंह, क्षेत्राधिकारी सदर श्रीयश त्रिपाठी मौके पर पहुंचकर स्वजन से बात की और आर्थिक सहायता दिलवाने का आश्वासन दिया। दूसरे दिन पांच किमी दूर उतराता मिला शव
मंगलवार को जाम खत्म होने के बाद लोग नदी में बच्चे की तलाश में जुटे थे। करीब दो घंटे बाद स्वजन को घटनास्थल से करीब पांच किमी दूर कमधेनुवा गांव के सामने शव उतराने की जानकारी मिली। स्वजन में चीख पुकार मच गई। बच्चे की शिनाख्त के बाद पुलिस ने कब्जे में लिया। मां रुखसाना खातून, भाई शान अली, बहन सना खातून समेत अन्य स्वजन का रो-रोकर बुरा हाल था।