गुस्साए सपाई कलवारी थाने में धरने पर बैठे, जानिए पूरा मामला
समाजवादी प्रबुद्ध प्रकोष्ठ के जिलाध्यक्ष श्याम नारायण शुक्ला उर्फ कक्कू शुक्ला के वाहन में बस्ती जिले के कलवारी एहतमाली गांव के निकट तोड़फोड़ करने से नाराज समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ताओं ने कलवारी थाना परिसर में ही धरना शुरू कर दिया।
गोरखपुर, जागरण संवाददाता : समाजवादी प्रबुद्ध प्रकोष्ठ के जिलाध्यक्ष श्याम नारायण शुक्ला उर्फ कक्कू शुक्ला के वाहन में बस्ती जिले के कलवारी एहतमाली गांव के निकट तोड़फोड़ करने से नाराज समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ताओं ने कलवारी थाना परिसर में ही धरना शुरू कर दिया। कक्कू शुक्ल का आरोप है कि भाजपा का झंडा लगे वाहनों में बैठे लोगों ने पुलिस की मौजूदगी में उनकी गाड़ी में तोड़फोड़ की।
थाने में धरने की सूचना पर पुलिस महकमे में मचा हड़कंप
थाने में सपाइयों के धरना देने की जानकारी होते ही पुलिस महकमे में हड़कंप मच गया। मौके पर पहुंचे सीओ कलवारी शक्ति सिंह ने सपा नेताओं को समझा-बुझाकर धरना समाप्त कराना चाहा, मगर सपाई नहीं माने। कक्कू शुक्ला के अनुसार वह सपा जिलाध्यक्ष महेंद्रनाथ यादव के पुश्तैनी घर कलवारी एहतमाली में उनसे मिलकर वापस लौट रहे थे। इसी बीच उनके साथ यह घटना हो गई। उन्होंने जैसे ही अपने गाड़ी में तोड़फोड़ की सूचना जिलाध्यक्ष को दी। वह पार्टी नेताओं, कार्यकर्ताओं के साथ कलवारी थाने पर पहुंच गए।
10 गाड़ियों का था काफिला
उच्चाधिकारियों को पत्र भेजकर आरोप लगाया कि कलवारी थाने के एक दारोगा अपने बोलेरो गाड़ी में दो सिपाहियों के साथ बैठे थे। उनके साथ 10 लग्जरी गाड़ियों का काफिला भी था। दारोगा ने गाड़ी को रोक लिया और बाहर निकलने को कहा। जब उन्होंने बात करना चाहा तो कुछ लोगों ने उन पर हमला बोल दिया और गाड़ी तोड़ने के साथ ही जान से मारने की धमकी दी। सपा जिलाध्यक्ष ने आरोप लगाया कि जान बूझकर सपा नेताओं, कार्यकर्ताओं का पुलिसिया संरक्षण में उत्पीड़न किया जा रहा है। पार्टी इसे बर्दाश्त नहीं करेगी।
तहरीर के आधार पर दर्ज किया गया है मुकदमा
एसपी आशीष श्रीवास्तव ने कहा कि सपा नेता की दी गई तहरीर के आधार पर मुकदमा दर्ज किया गया है। पुलिस की तरफ से थाने के अंदर धरना देने और कोविड-19 की गाइड लाइन का उल्लंघन करने के आरोप में सपा जिलाध्यक्ष सहित अन्य के खिलाफ भी मुकदमा दर्ज कराया जाएगा।