अमरगढ़ महोत्सव की सफलता के लिए निकाली गई शहीद सम्मान यात्रा
यात्रा लोनिवि निरीक्षण भवन से निकलकर रोडवेज तिराहा होते हुए माली मैनहा रोड स्थित अमरगढ़ शहीद स्थल पर पहुंची। सुबह 11 बजे प्रारंभ हुई इस यात्रा में पूमावि गौहनिया राज स्कूल के बच्चे कस्बे के व्यापारी प्रशासनिक अधिकारी और अन्य लोग शामिल हुए। अमरगढ़ के 80 बलिदानियों की याद में बजरंग चौक बेवां चौराहा पर 15 अगस्त के दिन 101 फीट ऊंचा तिरंगा फहराया गया और अब तीन दिनों तक चलने वाला अमरगढ़ महोत्सव 26 से प्रारंभ हो रहा है।
सिद्धार्थनगर : शहीदों की चिताओं पर लगेंगे हर बरस मेले, वतन पर मरने वालों का यही बाकी निशां होगा। मशहूर रचनाकार जगदंबा प्रसाद मिश्र की इन्हीं पंक्तियों को 163 वर्षों बाद अमरगढ़ शहीद स्थली पर गुनगुनाया गया। विधायक राघवेंद्र प्रताप सिंह की पहल पर आयोजित होने वाले अमरगढ़ महोत्सव की सफलता के लिए बुधवार को भव्य अमरगढ़ शहीद सम्मान यात्रा निकाली गई।
यात्रा लोनिवि निरीक्षण भवन से निकलकर रोडवेज तिराहा होते हुए माली मैनहा रोड स्थित अमरगढ़ शहीद स्थल पर पहुंची। सुबह 11 बजे प्रारंभ हुई इस यात्रा में पूमावि गौहनिया राज स्कूल के बच्चे, कस्बे के व्यापारी, प्रशासनिक अधिकारी और अन्य लोग शामिल हुए। अमरगढ़ के 80 बलिदानियों की याद में बजरंग चौक बेवां चौराहा पर 15 अगस्त के दिन 101 फीट ऊंचा तिरंगा फहराया गया और अब तीन दिनों तक चलने वाला अमरगढ़ महोत्सव 26 से प्रारंभ हो रहा है। जो राष्ट्र भावना से ओत प्रोत रहेगा। इसी की सफलता के लिए यात्रा निकाली गई और बलिदानियों को याद किया गया। एसडीएम प्रमोद कुमार, ईओ शिवकुमार, पूर्व जिलाध्यक्ष नरेंद्र मणि त्रिपाठी, भाजपा जिला प्रभारी राम जियावन मौर्य, लवकुश ओझा, मधुसूदन अग्रहरि, शशि प्रकाश, गणेश गौड़, पप्पू श्रीवास्तव, अजय अग्रहरि, धर्मराज दुबे, कुलदीप कुमार आदि शामिल रहे।
शहीद स्थल पर यह होंगे कार्यक्रम
26 नवंबर-
सुबह, सर्वधर्म की ओर से शहीदों को श्रद्धांजलि, दोपहर में शहीद परिवारों के साथ बैठक और उनका सम्मान समारोह, शाम को स्कूली बच्चों का सांस्कृतिक कार्यक्रम, रात में मुंबई के कलाकारों की ओर से एक शाम शहीदों के नाम।
27 नवंबर-
सुबह, देश के विकास में किसानों का योगदान विषय पर गोष्ठी और उन्नतिशील किसानों का सम्मान समारोह, दोपहर में स्थानीय और शाम को बाहरी कलाकारों का कार्यक्रम
28 नवंबर-
सुबह, देश के विकास में महिलाओं के योगदान विषय पर परिचर्चा। उत्कृष्ट कार्य करने वाली महिलाओं का सम्मान समारोह। दोपहर में स्कूली बच्चों का कार्यक्रम, रात में भोजपुरी नाइट का आयोजन।