बारिश को लेकर जारी किया गया अलर्ट, बढ़ाई गई तटबंधों की निगरानी

जिले में नदियों का जलस्तर अभी खतरनाक स्तर पर नहीं आया है लेकिन सिंचाई विभाग व आपदा प्रबंधन प्राधिकरण की ओर से बारिश को देखते हुए एलर्ट जारी कर दिया गया है। तटबंधों की निगरानी बढ़ाने का निर्देश दिया गया है।

By Rahul SrivastavaEdited By: Publish:Sun, 18 Jul 2021 12:30 PM (IST) Updated:Sun, 18 Jul 2021 12:30 PM (IST)
बारिश को लेकर जारी किया गया अलर्ट, बढ़ाई गई तटबंधों की निगरानी
महेसरा ताल के बढ़ते जल स्तर के कारण पानी से घिरा मंदिर। जागरण

गोरखपुर, जागरण संवाददाता : जिले में नदियों का जलस्तर अभी खतरनाक स्तर पर नहीं आया है लेकिन सिंचाई विभाग व आपदा प्रबंधन प्राधिकरण की ओर से बारिश को देखते हुए एलर्ट जारी कर दिया गया है। तटबंधों की निगरानी बढ़ाने का निर्देश दिया गया है। सिंचाई विभाग एवं राजस्व विभाग के अधिकारियों व कर्मचारियों ने कई तटबंधाें का निरीक्षण किया। शाम राप्ती नदी के जलस्तर में वृद्धि दर्ज की गई जबकि रोहिन नदी का जलस्तर उतार पर रहा। सरयू नदी भी स्थिर बनी है।

राप्‍ती नदी का जलस्‍तर दर्ज किया गया 73.70 मीटर

शाम चार बजे राप्ती नदी का जलस्तर बर्डघाट में 73.70 मीटर दर्ज किया गया। यह नदी चेतावनी बिंदु से 28 सेंटीमीटर जबकि खतरे के निशान से एक मीटर 28 सेंटीमीटर नीचे बह रही है। इसी तरह रोहिन नदी का जलस्तर त्रिमुहानी घाट पर 80.94 मीटर दर्ज किया गया। यह नदी खतरे के निशान से करीब डेढ़ मीटर नीचे बह रही है। अयोध्या पुल के पास सरयू नदी का जलस्तर 92.06 मीटर दर्ज किया गया।

नदियों के जलस्‍तर पर रखी जा रही है लगातार नजर

जिला आपदा विशेषज्ञ गौतम गुप्ता ने बताया कि आगे भी बारिश की संभावना है। ऐसे में नदियों के जलस्तर पर लगातार नजर रखी जा रह है। तटबंधों की निगरानी काफी पहले से चल रही है। जहां कमियां मिली हैं, उसे दूर भी किया गया है। इस समय तीनों नदियां खतरे के निशान से नीचे बह रही हैं। अभी किसी भी क्षेत्र में खतरा नहीं है लेकिन अधिक बारिश हुई तो जलस्तर में वृद्धि देखी जा सकती है।

जिले की सभी 86 बाढ़ चौकियों को सक्रिय रहने को कहा गया  

जिले की सभी 86 बाढ़ चौकियों को सक्रिय रहने को कहा गया है। वहां तैनात सभी विभागों के कर्मचारियों के नाम व नंबर दर्ज किए गए हैं। नाविकों से भी संपर्क किया गया है। जहां जरूरत होगी, समय से नाव लगा दी जाएगी।

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