AIIMS Gorakhpur: डाक्टरों के संक्रमित होने के बाद सामान्य मरीजों के लिए बंद हुई OPD सेवा
एम्स के उप चिकित्सा अधीक्षक डा. गौरव गुप्ता ने बताया है कि सामान्य बीमारियों जैसे सर्दी जुकाम बदन दर्द जोड़ों में दर्द के मरीज एम्स न आएं। सिर्फ वही आएं जिन्हें मध्यम या गंभीर दर्जे की बीमारी हो।
गोरखपुर, जेएनएन। कोरोना संक्रमण के चलते अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) गोरखपुर में इलाज की व्यवस्था में बदलाव किया गया है। ओपीडी पूर्व की भांति चलती रहेगी। लेकिन अब सामान्य मरीजों के पर्चे नहीं बनेंगे। उन्हें गेट पर ही बता दिया जाएगा कि फोन से संपर्क करें। डाक्टर यदि जरूरी समझे तो ओपीडी में बुलाएंगे। कोरोना के दौरान भीड़ से बचने के लिए एम्स प्रशासन ने यह निर्णय लिया है। एम्स में लगभग 18 लोग संक्रमित हो चुके हैं। इसमें डाक्टर, रजिस्टार व छात्र शामिल हैं।
सामान्य मरीज न आएं एम्स
उप चिकित्सा अधीक्षक डा. गौरव गुप्ता ने बताया है कि सामान्य बीमारियों जैसे सर्दी, जुकाम, बदन दर्द, जोड़ों में दर्द के मरीज एम्स न आएं। सिर्फ वही आएं जिन्हें मध्यम या गंभीर दर्जे की बीमारी हो। कोरोना मरीजों की बढ़ती संख्या को देखते हुए बहुत जरूरी होने पर ही ओपीडी की सेवा लें। अन्य लोग फोन पर संपर्क करें। जारी किए नंबरों पर सुबह नौ से दोपहर बाद एक बजे तक फोन किया जा सकता है।
पहले फोन पर करें बात, स्थिति गंभीर हुई तो ओपीडी में बुलाया जाएगा
फोन पर समस्या बताने पर यदि डाक्टर जरूरी समझेंगे तो मरीज को ओपीडी में बुलाएंगे। मरीज के मोबाइल पर एप्वाइंटमेंट की पर्ची भेज दी जाएगी। नियत तिथि व समय पर उन्हें उपस्थित होना होगा।
इन नंबरों पर मरीज कर सकते हैं फोन
0551-2205501, 2205585
कई छात्र संक्रमित मिलेेे, बंद किया जाएगा हास्टल
एम्स के हास्टल में रह रहे चार छात्र संक्रमित हो चुके हैं। इसे देखते हुए एम्स प्रशासन ने हास्टल को बंद करने का फैसला किया है। डा. गौरव गुप्ता ने बताया कि संक्रमित छात्रों को हास्टल के कमरों में क्वारंटाइन किया गया है। उनके सहपाठियों को आइसोलेशन में रखा गया है। जो छात्र संक्रमित नहीं हैं उन्हें घर जाने की इजाजत दे दी गई है। गर्मी की छुट्टियां समय से पहले दे दी गई हैं। सभी कक्षाएं बंद कर दी गई है। अब एक मई से आनलाइन कक्षाएं चलाई जाएंगी।