कोरोना से पति की मौत के बाद बोली महिलाएं-CM ने परिवार संभाला

गोरखनाथ निवासी रेखा श्रीवास्तव का कहना है कि मेरे दो बच्चे हैं और उनके पालन-पोषण की जिम्मेदारी मेरे ही पास है। सरकार की ओर से प्रति बच्चे के लिए चार-चार हजार रुपये हर माह दिए जाएंगे इससे काफी मदद मिलेगी। इस कदम के लिए पूरा परिवार मुख्यमंत्री का आभारी है।

By Satish Chand ShuklaEdited By: Publish:Fri, 23 Jul 2021 05:09 PM (IST) Updated:Fri, 23 Jul 2021 06:41 PM (IST)
कोरोना से पति की मौत के बाद बोली महिलाएं-CM ने परिवार संभाला
सीएम को धन्‍यवाद देतीं गोरखनाथ निवासी रेखा श्रीवास्तव, जागरण।

गोरखपुर, जागरण संवाददाता। एनेक्सी भवन के सभागार में महिलाओं की संख्या अधिक रही। ये वे महिलाएं हैं, जिन्होंने कोरोना के चलते अपने पति को खो दिया और बच्चों की जिम्मेदारी उनके कंधों पर आ गई। कोरोना में दुखों का पहाड़ टूटने के बाद बच्चों को पालना उनके लिए किसी चुनौती से कम नहीं था लेकिन इसी बीच मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की ओर से सरकार के साथ खड़ा रहने की घोषणा से उन्हें संबल मिल गया। इन महिलाओं ने बातचीत में बताया कि सरकार की ओर से मिलने वाली सहायता से निश्चित ही बच्चों का पालन पोषण हो जाएगा।

पति को खोने के बाद महिलाओं के कंधे पर आई बच्चों की जिम्मेदारी

गोरखनाथ निवासी रेखा श्रीवास्तव का कहना है कि मेरे दो बच्चे हैं और उनके पालन-पोषण की जिम्मेदारी मेरे ही पास है। सरकार की ओर से प्रति बच्चे के लिए चार-चार हजार रुपये हर माह दिए जाएंगे, इससे काफी मदद मिलेगी। इस कदम के लिए पूरा परिवार मुख्यमंत्री का आभारी है। कौड़ीराम के भेउसा गांव निवासी रोशनी देवी का कहना है कि बेटे के पालन-पोषण व पढ़ाई को लेकर मन काफी ङ्क्षचतित रहता था लेकिन सरकार की इस योजना से हौसला बढ़ा है। चार हजार रुपये प्रतिमाह मिलेंगे, जिससे पालन-पोषण में कुछ आसानी होगी।

हर बच्चे के लिए आर्थिक सहायता मिलने से मिला संबल

बड़हलगंज निवासी रश्मि सिंह का कहना है कि मेरे दो लड़के व एक लड़की है। उनका पालन-पोषण व पढ़ाई काफी कठिन लग रही थी लेकिन मुख्यमंत्री की आरे से लांच की गई इस योजना से काफी मदद मिलेगी। हर महीने 12 हजार रुपये की सहायता से कुछ मदद मिलेगी। पिपराइच के नथुआ गांव निवासी शकरुन्निशा का कहना है कि तीन बच्चों की देखभाल आसान नहीं होती। मुख्यमंत्री की ओर से घोषित इस योजना के बाद जो सहायता मिल रही है, उससे काफी मदद मिलेगी। इस विपरीत परिस्थिति में मिली सहायता के लिए हम मुख्यमंत्री के आभारी हैं। खजनी क्षेत्र के सहजीचक निवासी संध्‍या सिंह का कहना है कि मेरे दो बच्चे हैं। उनकी देखभाल को लेकर काफी चिंता हो रही थी। लेकिन, सरकार की इस योजना से काफी मदद मिलेगी। मुख्यमंत्री ने हम महिलाओं को रोजगार उपलब्ध कराने की भी बात कही है, रोजगार मिला तो काफी आसानी होगी।

विमलावती को हर महीने मिलेंगे 24 हजार रुपये

एनेक्सी भवन में आई लाभार्थी विमलावती देवी के चेहरे पर काफी सुकून था। पति की मौत के बाद पांच बेटियों एवं एक बेटे की जिम्मेदारी ने उनकी नींद उड़ा दी थी। पर, मुख्यमंत्री की ओर से घोषित योजना के चलते अब हर महीने उन्हें 24 हजार रुपये मिलेंगे। विमलावती ने कहा कि मुख्यमंत्री की मदद से उनके बच्चे पल जाएंगे। लड़कियों की शादी के लिए भी अनुदान अलग से मिलेगा। कार्यक्रम में नगर विधायक डा. राधामोहन दास अग्रवाल के पूछने पर विमलावती ने बताया कि उनके छह बच्चे हैं। पति की कोरोना संक्रमण के कारण मौत हो गई थी। उनकी बड़ी बेटी 15 साल की है। इसके बाद चार और बेटियां हैं। सबसे छोटा बेआ है। विमलावती के खाते में सभी बच्चों की तीन माह की आर्थिक मदद मिला कर 72 हजार रुपये आएंगे।

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