सरयू के बाद अब राप्ती भी खतरे के निशान की ओर, बंद किए गए तीन रेग्युलेटर बंद Gorakhpur News
गोरखपुर में बाढ़ का खतरा गहरा गया है। सरयू के बाद अब राप्ती नदी भी खतरे के निशान की ओर बढ़ रही है।
गोरखपुर, जेएनएन। राप्ती नदी के जलस्तर में लगातार बढ़ोत्तरी से डोमिनगढ़, इलाहीबाग और बसियाडीह में सिंचाई विभाग के रेग्युलेटर को बंद कर दिया गया है। कटनिया में शुक्रवार को ही रेग्युलेटर को बंद कर दिया गया था। नगर निगम द्वारा चारों स्थानों पर पंङ्क्षपग स्टेशन को चालू कर पानी पंप कर नदी में डाला जा रहा है। जिलाधिकारी के.विजयेंद्र पाण्डियन ने बाढ़ की आशंका के दृष्टिगत सिंचाई विभाग के अधिकारियों की ड्यूटी कंट्रोल रूम में लगा दी है। नलकूप खंड के अधिशासी अभियंता अमरीश शर्मा प्रात: छह बजे से दोपहर दो बजे व अधिशासी अभियंता राजीव कुमार दोपहर दो बजे से रात्रि 10 बजे तक इंट्रीग्रेटेड कंट्रोल रूम में मौजूद रहेंगे। रात्रि 10 बजे से सुबह छह बजे तक अधिशासी अभियंता विजय कुमार की ड्यूटी लगाई गई है। इनके अलावा छह अन्य कर्मचारियों की भी शिफ्टवार ड्यूटी लगाई गई है।
खतरे के निशान के पास पहुंची राप्ती
राप्ती का खतरे के निशान से मात्र 94 सेमी नीचे बह रही है। राप्ती का जलस्तर रविवार की शाम चार बजे बर्डघाट में 74.04 मीटर दर्ज किया गया। यहां पर खतरे का निशान 74.98 मीटर है। सरयू और राप्ती के जल स्तर में वृद्धि के कारण रोहिन और कुआनों का पानी भी लगातार बढ़ रहा है। जलस्तर बढऩे के साथ ही नदियों ने तेजी से कटान करना शुरू कर दिया है। इस कारण तटवर्ती इलाकों के लोगों को बाढ़ का खौफ सताने लगा है। जिला आपदा प्रबंध प्राधिकरण कार्यालय से रविवार की शाम जारी बाढ़ बुलेटिन के मुताबिक सभी नदियों के जल स्तर में तेजी से बढ़ोत्तरी हो रही है। सरयू तुर्तीपार में खतरे के निशान से 12 सेमी ऊपर बह रही है। रविवार को जलस्तर 64.13 मीटर दर्ज किया गया जबकि तुर्तीपार में लाल निशान 64.01 मीटर पर है। इसके अलावा रोहिन, कुआनों और गोर्रा नदियां भी उफान पर हैं। विभाग के मुताबिक राप्ती कभी भी खतरे के निशान को पार कर सकती है। सरयू नदी भी बड़हलगंज और गोला क्षेत्र के कई जगहों पर कटान कर रही है। जिला प्रशासन ने बाढ़ की आशंका के मद्देनजर सभी 86 बाढ़ चौकियों को सक्रिय कर दिया है। बाढ़ चौकियों पर तैनात राजस्व-पुलिस और स्वास्थ्य कर्मियों को अलर्ट कर दिया गया है। चौकियों पर एक-एक लाउड हेलर, एक-एक सर्चलाइट, एक-एक लाइफ जैकेट और तीन-तीन एप्रेन उपलब्ध कराए गए हैं।
अफसरों ने किया निरीक्षण
एसडीएम चौरीचौरा ने ङ्क्षसचाई विभाग के इंजीनियरों के साथ बरही पाथ व इटौवा तटबंध का निरीक्षण किया। चकदेइया के पास तटबंध से लगभग 150 मीटर खेतों में नदी कटान कर रही है। आपात स्थिति से निपटने के लिए जरूरी इंतजाम कर लिए गए हैं। एसडीएम गोला, एसडीएम कैंपियरगंज व एसडीएम खजनी ने भी तटबंधों का निरीक्षण किया।
नदियों का जलस्तर
नदी स्थान खतरे का निशान जलस्तर
सरयू अयोध्या 92.73 मीटर 92.75 मीटर
तुर्तीपार 64.01 मीटर 64.13 मीटर
राप्ती बर्डघाट 74.98 मीटर 74.04 मीटर
रोहिन त्रिमुहानी घाट 82.44 मीटर 81.37 मीटर
कुआनो मुखलिसपुर 78.65 मीटर 77.77 मीटर
गंडक वाल्मीकि बैराज 109.67 मीटर 108.50 मीटर
खड्डा 96.00 मीटर 95.65 मीटर
अमवा खास 79.40 मीटर 77.75 मीटर