घंटेभर की तकरार के बाद राजघाट में हुआ विश्‍वविद्यालय की छात्रा का अंतिम संस्‍कार

दीनदयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय की बीएससी तृतीय वर्ष की छात्रा प्रियंका का अंतिम संस्कार सोमवार सुबह राजघाट पर काफी तकरार के बाद हो गया। प्रियंका के अंतिम संस्कार के बाद जिला प्रशासन ने राहत की सांस ली है।

By Rahul SrivastavaEdited By: Publish:Mon, 02 Aug 2021 02:41 PM (IST) Updated:Mon, 02 Aug 2021 02:48 PM (IST)
घंटेभर की तकरार के बाद राजघाट में हुआ विश्‍वविद्यालय की छात्रा का अंतिम संस्‍कार
प्रियंका के परिजनों से बात करते अधिकारी। जागरण

गोरखपुर, जागरण संवाददाता : दीनदयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय की बीएससी तृतीय वर्ष की छात्रा प्रियंका का अंतिम संस्कार सोमवार सुबह राजघाट पर काफी तकरार के बाद हुआ। प्रियंका के अंतिम संस्कार के बाद जिला प्रशासन ने राहत की सांस ली।

विश्‍वविद्यालय में परीक्षा देने गई थी प्रियंका

प्रियंका शनिवार को विश्वविद्यालय में सुबह नौ बजे से परीक्षा देने गई थी। उसी दिन पूर्वाह्न करीब साढ़े 11 बजे प्रियंका शव विश्वविद्यालय के गृह विज्ञान विभाग के स्टोर के पास फंदे से लटका मिला था, लेकिन स्वजन ने मौत को कई सवाल खड़े किए थे। इसे लेकर रविवार शाम कैंट थाने में प्रियंका के हत्या के आरोप में गृह विज्ञान विभाग की विभागाध्यक्ष व उनके सहयोगियों के विरुद्ध मुकदमा दर्ज करना पड़ा। स्वजन प्रियंका के दुबारा पोस्टमार्टम कराने की मांग सहित 17 सूत्रीय मांगों को लेकर घर के बाहर धरने पर बैठ गए थे। रात करीब नौ बजे वह किसी तरह प्रशासन के आश्वासन पर अंतिम संस्कार के लिए राजी हो गए।

प्रियंका का शव लेकर विवि जाने की तैयारी में थे स्‍वजन

स्वजन का कहना था कि वह प्रियंका का शव लेकर विश्वविद्यालय के गेट पर जाएंगे। वहां छात्र-छात्राओं द्वारा मृतका को श्रद्धांजलि दी जाएगी। जिला प्रशासन के लोग इसके लिए तैयार भी हो गए थे। सुबह एंबुलेंस से प्रियंका का शव उसके घर शिवपुर सहबाजगंज से लाया जा रहा था, लेकिन गोलघर से पुलिस शव को लेकर सीधे राजघाट लेकर चली गई। उनके पीछे दूसरी गाड़ी स्वजन व कालोनी के लोग पहुंचे। राजघाट पहुंचते ही स्वजन भड़क गए। उन्होंने कहा कि जिला प्रशासन व पुलिस लोगों ने उनके साथ छल किया है। थोड़ी देर में मौके पर कांग्रेस नगर अध्यक्ष अंशुमान, सामाजिक कार्यकर्ता शांति भवानी सहित तमाम छात्र नेता भी राजघाट पहुंचे। पुलिस उन्हें राजघाट के गेट ही रोक लिया। पुलिस ने स्वजन के अलावा अन्य लोगों को परिसर के भीतर नहीं जाने दिया।

स्‍वजन को समझाने में जुटे रहे सिटी मजिस्ट्रेट

सिटी मजिस्ट्रेट अर्पित गुप्ता, एसपी सिटी सोनम कुमार, एसपी नार्थ मनोज अवस्थी स्वजन को समझाने में जुटे रहे। प्रशासन के लोगों ने उन्हें समझाया कि उनकी मांगों को पूरा करने में जिला प्रशासन लगा हुआ है। ऐसे में वह भी सहयोग करें। करीब डेढ़ घंटे के बाद जिला प्रशासन व पुलिस स्वजन को मनाने में सफल हो गई। सुबह 10.40 पर मृतका के पिता विनोद ने प्रियंका के शव को मुखाग्नि दी। शव जलने के बाद जिला प्रशासन व पुलिस ने राहत की सांस ली। इस अवसर पर राजघाट में अपर जिलाधिकारी वित्त एवं राजस्व राजेश कुमार सिंह भी मौजूद रहे।

chat bot
आपका साथी