आखिर क्यों महिलाओं को घेरनी पड़ी चौकी, जानिए पूरा मामला
सहजनवां थाने की घघसरा चौकी को कुसम्हाखुर्द गांव की महिलाओं ने घेर लिया। आरोप लगाया कि सहजनवां थाना पुलिस ने एक मत्स्य पालक के दबाव में गांव के तीन युवकों को हिरासत में ले लिया। स्वजन का आरोप है कि पुलिस ने विपक्षी पर कार्रवाई नहीं की।
गोरखपुर, जेएनएन : सहजनवां थाने की घघसरा चौकी को कुसम्हाखुर्द गांव की महिलाओं ने घेर लिया। आरोप लगाया कि सहजनवां थाना पुलिस ने एक मत्स्य पालक के दबाव में गांव के तीन युवकों को हिरासत में ले लिया। स्वजन का आरोप है कि पुलिस ने इस मामले में विपक्षी पर कार्रवाई नहीं की। जबकि उनके परिवार के युवकों का रातभर हवालात में बंद कर उत्पीड़न किया जा रहा है। करीब दो घंटे तक महिलाओं ने प्रदर्शन किया।
छोटी मछलियों को पकड़ने के लिए पानी में डाल दिया था जहरीला पदार्थ
कुसम्हा ताल में एक व्यक्ति ने मछली पालन किया है। आरोप है कि शुक्रवार को उसने तालाब में छोटी मछलियों को पकड़ने के लिए जहरीला पदार्थ डाल दिया। तालाब का पानी पीने के कारण गांव के मवेशी भी बीमार हैं। पीड़ित पक्ष ने इसकी शिकायत थाने में की, लेकिन पुलिस ने इस पर ध्यान नहीं दिया। उल्टे मत्स्य पालक के कहने पर पुलिस गांव के पूरन मल, नन्हें व रतन को थाने उठा ले गई। आरोप है कि रात में युवकों को भोजन भी नहीं करने दिया गया। ग्रामीणों ने वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक से इस मामले की शिकायत कर आरोपित के विरुद्ध कार्रवाई की मांग की है। एसपी नार्थ मनोज अवस्थी ने कहा कि मामला संज्ञान में है। मामले की जांच की जाएगी, किसी भी पक्ष के साथ ज्यादती नहीं होगी।
दो पक्षों में मारपीट, पूर्व प्रधान समेत पांच घायल
खजनी थाने के ग्राम सरया तिवारी में मनरेगा मजदूरी को लेकर दो पक्षों में जमकर मारपीट हुई। बीचबचाव करने पहुंचे पूर्व प्रधान को भी आरोपितों ने पीट दिया। पूर्व प्रधान समेत समेत पांच व्यक्ति घायल हो गए हैं। पूर्व प्रधान व एक महिला की स्थिति गंभीर है। पिछले पांच वर्षों से मनरेगा की मजदूरी न मिलने को लेकर गांव के दो पक्षों में विवाद हो गया। पूर्व प्रधान गोरख प्रसाद के समझौता कराने पर दोनों पक्ष शांत हो गए। इसके बाद विवाद करने वाले करीब आधा दर्जन लोग पूर्व प्रधान के दरवाजे पर पहुंच गए। दोनों पक्षों में वहां जमकर लाठी-डंडे चले, जिसमें पांच व्यक्ति घायल हो गए। इसमें पूर्व प्रधान गोरख प्रसाद, राहुल, रामकरन, रामपाल व कमलावती शामिल हैं। कमलावती व गोरख प्रसाद को गंभीर चोटें आई हैं।