बीआरडी के ट्रामा सेंटर के बाहर तड़प रहे युवक को सिपाही ने कराया भर्ती, जानें-क्‍या था मामला Gorakhpur News

सुबह 8.30 बजे 40 वर्षीय घायल 108 नम्बर एंबुलेंस से मेडिकल कालेज के ट्रामा सेंटर पहुंचा। मरीज लावारिस होने के की वजह भर्ती नहीं किया जा रहा था। जानकारी होने पर पहुंचे सिपाही आजाद अली ने मरीज को भर्ती करवाकर इलाज शुरू कराया।

By Satish Chand ShuklaEdited By: Publish:Wed, 12 May 2021 05:07 PM (IST) Updated:Wed, 12 May 2021 06:34 PM (IST)
बीआरडी के ट्रामा सेंटर के बाहर तड़प रहे युवक को सिपाही ने कराया भर्ती, जानें-क्‍या था मामला Gorakhpur News
बीआरडी मेडिकल कालेज ट्रामा सेंटर का फाइल फोटो, जागरण।

गोरखपुर, जेएनएन। मेडिकल कालेज में ट्रामा सेंटर के पास मंगलवार की सुबह हादसे में घायल युवक तड़प रहा था।जिला अस्पताल से ले आया एंबुलेंस चालक छोड़कर चला गया था।जानकारी होने पर पहुंचे मेडिकल कालेज चौकी पर तैनात सिपाही ने उसे भर्ती कराया। जेब में मिले 18300 रुपये चौकी प्रभारी को सुपुर्द किया।घायल युवक की पहचान नहीं हुई है।

सुबह 8.30 बजे 40 वर्षीय घायल 108 नम्बर एंबुलेंस से मेडिकल कालेज के ट्रामा सेंटर पहुंचा। मरीज लावारिस होने के की वजह भर्ती नहीं किया जा रहा था।जानकारी होने पर पहुंचे सिपाही आजाद अली ने मरीज को भर्ती करवाकर इलाज शुरू कराया। युवक के बारे में छानबीन करने पर पता चला कि वह दिल्ली से घर लौट रहा था। हादसे में घायल होने पर सिपाही ने जिला अस्पताल में भर्ती कराया था।स्थिति गंभीर होने पर मंगलवार को मेडिकल कालेज भेज दिया गया।युवक के सिर में चोट लगी है।उसने काला पैंट, नीला अंडरवीयर और सफेद बनियान पहना है।

जानलेवा हमले में घायलों का पुलिस नहीं करा रही मेडिकल

गोला के तीरा गांव में मनबढ़ों ने चुनावी रंजिश में हमला कर युवक की हत्या कर दी। हमले में घायल हुए परिवार के लोगों का एक सप्ताह भी पुलिस ने मेडिकल नहीं कराया। आरोप है कि थानेदार दूसरे पक्ष की मदद कर रहे हैं। तीरा गांव के रमाशंकर निषाद ने एडीजी व एसएसपी को पत्र लिखकर बताया है कि चचार मई की रात में गांव के विजय शंकर, अनिल समेत आठ लोगों ने उसके घर में घुसकर परिवार के लोगों पर हमला कर दिया।हमले में घायल उनके रामशंकर की अस्पताल ले जाते समय मौत हो गई।पेट में चोट से परिवार की एक महिला का गर्भपात हो गया और चार लोग घायल हो गए। सूचना देने पर पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर आरोपितों को जेल भेज दिया लेकिन घायलों का मेडिकल नहीं कराया।आरोपित परिवार को जान से मारने की धमकी दे रहे हैं।मेडिकल कराने के लिए कहने पर स्थानीय पुलिस टाल मटोल कर लौटा देती है। मंगलवार को मेडिकल कराने के लिए सिपाही अस्पताल ले आया लेकिन कोई कागजात न होने पर लौटा दिया गया।पुलिस आरोपितों को बचाने की कोशिश कर रही है। एसपी दक्षिणी अरुण ङ्क्षसह ने बताया कि मामले की जांच कराई जाएगी।आरोप सही मिलने पर कार्रवाई होगी।

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