भू-माफिया ओमप्रकाश पर सख्त हुआ प्रशासन, जालसाजी के छह नए केस दर्ज
कार्रवाई होने के बाद से ओमप्रकाश ने अपना मोबाइल नंबर बंद कर लिया है। कमिश्नर के आदेश पर कैंट पुलिस ने सभी के प्रार्थना पत्र पर ओमप्रकाश के खिलाफ अलग-अलग मुकदमा दर्ज किया है। प्रभारी निरीक्षक कैंट सुधीर सिंह ने बताया कि आरोपित की तलाश चल रही है।
गोरखपुर, जागरण संवाददाता। मंडलायुक्त के आदेश पर कैंट पुलिस ने मोहद्दीपुर में रहने वाले भू-माफिया ओमप्रकाश पांडेय पर जालसाजी कर रुपये हड़पने के छह नए केस दर्ज किए हैं।आरोप है कि विवादित जमीन की रजिस्ट्री करके ओमप्रकाश ने सभी लोगों से रुपये ले लिए। लेकिन किसी को भी कब्जा नहीं मिला।कैंट पुलिस आरोपित की तलाश कर रही है।
कुशीनगर जिले के रहने वाले हैं सभी पीडि़त
कुशीनगर जिले के कसया क्षेत्र स्थित वरवा सुकदेव निवासी दुर्गावती देवी, रमेश मिश्र, किरन राय, लक्ष्मीपुर बुजुर्ग निवासी अलका पांडेय, कुबेरस्थान के सिंहन जोड़ी निवासी मंजू देवी और कोहरवलिया निवासी मीरा पांडेय ने मंडलायुक्त रवि एनजी को प्रार्थना पत्र दिया था। जिसमें उन्होंने लिखा था कि मोहद्दीपुर, चार फाटक के रहने वाले ओमप्रकाश पांडेय ने 10 साल पहले उन लोगों को जमीन रजिस्ट्री की थी।खारिज दाखिल होने के बाद भी किसी को कब्जा नहीं मिला। जो जमीन ओमप्रकाश ने उन लोगों को रजिस्ट्री की है उस पर कई लोग अपना दावा करते हैं।
गैंगस्टर की कार्रवाई होने के बाद से ओमप्रकाश ने अपना मोबाइल नंबर बंद कर लिया है। कमिश्नर के आदेश पर कैंट पुलिस ने सभी के प्रार्थना पत्र पर ओमप्रकाश के खिलाफ अलग-अलग मुकदमा दर्ज किया है। प्रभारी निरीक्षक कैंट सुधीर सिंह ने बताया कि आरोपित की तलाश चल रही है। जल्द ही उसे गिरफ्तार कर लिया जाएगा।
रसूख की वजह से नहीं होती कार्रवाई
कमिश्नर को प्रार्थना पत्र देने वाली महिलाओं ने उनसे बताया कि पिछले 10 साल से सभी लोग कब्जा पाने के लिए परेशान है।तहसील और थाने में कई बार शिकायत की गई लेकिन अपने रसूख की वजह से आरोपित बच गया।उसके ऊपर शिकंजा कसने के बाद न्याय की आस जगी है।
13 अगस्त को दर्ज हुआ था गैंगस्टर का केस
प्रभारी निरीक्षक कैंट सुधीर सिंह ने 13 अगस्त को मोहद्दीपुर चारफाटक निवासी ओमप्रकाश पांडेय, महादेव झारखंडी निवासी सनी देवल, वहीं के धीरज साहनी उर्फ धीरेंद्र और संजय पांडेय के खिलाफ गैंगस्टर का केस दर्ज कराया था।तहरीर में प्रभारी निरीक्षक लिखा है कि ओमप्रकाश और उसके साथी शातिर किस्म के अपराधी और भू माफिया हैं। इनका एक संगठित गिरोह है। गैंग के लोग अार्थिक लाभ के लिए संगठित गिरोह बनाकर आम लोगों मारपीट व धरा धमका कर जमीन पर कब्जा करने व जमीन के नाम पर रुपये हड़पने जैसी घटनाओं को करते हैं।