गोरखपुर में 59 घंटे की बंदी के लिए प्रशासन तैयार, शासन के दिशा निर्देशों का इंतजार

गोरखपुर में शुक्रवार की रात आठ बजे से सोमवार की सुबह सात बजे तक बंदी को लेकर शासन से विस्तृत दिशा निर्देश जारी होने का इंतजार है। इसके पहले गोरखपुर में 35 घंटे कोरोना कर्फ्यू लग चुका है।

By Pradeep SrivastavaEdited By: Publish:Wed, 21 Apr 2021 07:05 AM (IST) Updated:Wed, 21 Apr 2021 04:43 PM (IST)
गोरखपुर में 59 घंटे की बंदी के लिए प्रशासन तैयार, शासन के दिशा निर्देशों का इंतजार
गोरखपुर में वीकंड कर्फ्यू के लिए प्रशासन ने तैयारी कर ली है। - फाइल फोटो

गोरखपुर, जेएनएन। शासन ने कोरोना के बढ़ते मामलों को रोकने के लिए 59 घंटों का कोरोना कर्फ्यू यानी साप्ताहिक बंदी करने की घोषणा की है। यह बंदी हर सप्ताह शुक्रवार की रात आठ बजे से सोमवार की सुबह सात बजे तक प्रभावी रहेगी। जिला प्रशासन ने इस बंदी को प्रभावी ढंग से लागू कराने की तैयारी तेज कर ली है। इस दौरान मिलने वाली छूट 35 घंटे के कोरोना कर्फ्यू जैसी ही रहेगी या कोई अंतर आएगा, इसको लेकर शासन के दिशा-निर्देशों का इंतजार है। वहां से निर्देश आने के बाद ही जिला प्रशासन विस्तृत आदेश जारी करेगा।

लग चुका है 35 घंटे कोरोना कर्फ्यू 

35 घंटे के कोरोना कर्फ्यू में आवश्यक सेवाओं, स्वास्थ्य सेवाओं को छूट दी गई थी। कोविड 19 प्रोटोकाल का पालन करते हुए पहले से निर्धारित शादी एवं अन्य मांगलिक कार्यक्रम करने की भी छूट दी गई थी। पर, बंदी 24 घंटे और बढ़ जाने के बाद किस तरह के प्रावधान तय किए जाएंगे, इसको लेकर प्रशासन शासन के निर्देशों का इंतजार कर रहा है। सर्वाधिक संशय शादी समारोहों को लेकर है।

संख्या को लेकर कोई भ्रम की स्थिति नहीं है लेकिन शादी में आने-जाने वालों की पहचान को लेकर प्रशासन के पास कोई पैमाना नहीं है। अब तक शादी के कार्ड के आधार पर व्यावहारिक रूप से छूट मिल रही थी। अधिकारियों से इसे लेकर मंगलवार को कई लोगों ने जानकारी भी ली। इसके अलावा कई व्यापारी इस बात की मांग कर रहे हैं कि दुकानें शनिवार एवं रविवार को ही बंद हों। प्रशासन इस बात को लेकर भी फैसला करेगा।

शुक्रवार की रात आठ बजे से सोमवार की सुबह सात बजे तक बंदी को लेकर शासन से विस्तृत दिशा निर्देश जारी होने का इंतजार है। शनिवार एवं रविवार को कई लोगों के यहां शादी है। उम्मीद है कि शासन की ओर से जारी निर्देशों में इस बात का प्रावधान भी होगा कि शादी समारोह में शामिल होने जाने वाले लोगों की पहचान किस तरह की जाए। शासन का दिशा-निर्देश आने के बाद स्थानीय स्तर पर निर्देश जारी किए जाएंगे। - के. विजयेंद्र पाण्डियन, जिलाधिकारी

उद्यमियों ने कहा, लाकडाउन को अंतिम विकल्प के रूप में देखना उचित फैसला

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार की रात राष्ट्र को संबोधित करते हुए कहा कि कोरोना पर नियंत्रण के लिए सरकार की तैयारी पर्याप्त है। उन्होंने लाकडाउन को अंतिम विकल्प बताया और राज्यों से भी इसे इसी रूप में इस्तेमाल करने की अपील की। प्रधानमंत्री के संबोधन पर उद्यमियों एवं व्यापारियों ने मिली-जुली प्रतिक्रिया व्यक्त की है। उनका कहना है कि देश में आर्थिक गतिविधियों का संचालन होते रहना बेहद जरूरी है लेकिन कोरोना पर नियंत्रण के लिए कड़े कदम भी उठाने होंगे। उनका कहना है कि लाकडाउन का नाम सुनते ही श्रमिकों का हौसला टूटने लगता है, उनमें आत्मविश्वास का होना बेहद जरूरी है।

गोरखपुर में विभिन्न सेक्टर से जुड़े उद्यमियों ने दैनिक जागरण से बातचीत में कहा कि जिस तरह से कोरोना का संक्रमण बढ़ रहा है, वह चिंताजनक है लेकिन पूरी तरह से सबकुछ बंद हो जाने से दूसरी समस्या बढ़ सकती है। सरकारों की ओर से धीरे-धीरे सख्ती बढ़ायी जा रही है। कोरोना संक्रमण का चेन टूटना चाहिए इसलिए कड़े प्रतिबंध भी जरूरी हैं। प्रधानमंत्री ने कोरोना से निपटने के लिए किए गए उपायों पर भरोसा जताया है। उद्यमियों एवं व्यापारियों ने प्रधानमंत्री की बातों से सहमति व्यक्त करते हुए उम्मीद जतायी है कि आने वाले दिनों में अच्छे परिणाम आएंगे।

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