बुद्ध की धरा पर धर्मांतरण की आहट, बदल रही आस्था या फिर सक्रिय है गिरोह
इस समय कुशीनगर जिले में एक गिरोह सक्रिय है। वह गरीबों और अशिक्षित परिवार में जा रहे हैं और उन्हें धर्मातरण के लिए लालच दे रहे हैं।
गोरखपुर, जेएनएन। कुशीनगर जनपद मुख्यालय से सटे गांव दमवतिया में आयोजित विशेष प्रार्थना-सभा की आड़ में धर्म परिवर्तन कराने का मामला अभी थमा भी नहीं था कि रामकोला क्षेत्र में धर्म परिवर्तन से इंकार करने पर 50 वर्षीय एक दलित महिला की पिटाई की घटना ने कई सवाल खड़े कर दिए हैं। सवाल उठ रहा है कि बदलते परिवेश में लोगों की आस्था बदल रही या फिर कोई गिरोह सक्रिय है।
जिसके निशाने पर गरीब बस्ती व उसमें रह रहे वह लोग हैं, जिनके बीच ऐसा आयोजन कर व लालच दे उन्हें धर्म परिवर्तन के लिए प्रेरित किया जा रहा। दलित महिला ने यह आरोप भी लगाया है कि धर्म परिवर्तन करने के लिए पहले उसे पैसे का लालच दिया गया। हालांकि पुलिस मामले में महराजगंज जिले के थाना व कस्बा निचलौल निवासी आशा, उर्मिला सहित चार महिलाओं के खिलाफ केस दर्ज कर जांच कर रही है। 17 जनवरी की रात में रामकोला थाने के गांव पिपरा बुजुर्ग के टोला घोरठ की दलित बस्ती में विशेष प्रार्थना-सभा का आयोजन हुआ था।
सभा में शामिल होने से इंकार करने पर उक्त चारों महिलाओं ने दलित 50 वर्षीय शोभा की पिटाई कर दी थी। 13 जनवरी को दमवतिया में भी दलित बस्ती में आयोजित प्रार्थना सभा में धर्म परिवर्तन कराने की घटना सामने आई थी। कुबेरस्थान पुलिस ने मामले में शिवा कुमार, मधू भारती व सुधा भारती निवासी दमवतिया थाना कुबेरस्थान समेत सात के खिलाफ केस दर्ज किया था।
फिलहाल बुद्ध की धरा पर सामने आई इन घटनाओं की सच्चाई क्या है यह पुलिस की जांच में पता चलेगा पर इन घटनाओं ने समाज के ¨चतकों को सोचने पर मजबूर कर दिया है।
पहले भी सामने आ चुके हैं मामले
- नवंबर 2018 में खड्डा थाने का गांव सालिकपुर।
- 2017 में जटहाबाजार थाने का गांव घूर छपरा। इसमें सुभाष कुशवाहा की शिकायत पर पुलिस ने गांव के ही संवरु सहित छह के खिलाफ केस दर्ज किया था।
- वर्ष 2010 में खड्डा थाना क्षेत्र का गांव मदनपुर। इस मामले में केरल निवासी ऊना मास्टर नामक व्यक्ति को शांति भंग में चालान किया था।
जबरन धर्म परिवर्तन अपराध
इस संबंध में एसपी राजीव नारायण ने कहा कि जिले में धर्मांतरण जैसी कोई बात नहीं है। धर्म अंत:करण व आस्था का विषय है। जबरन धर्म परिवर्तन अपराध है। ऐसा कराने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई होगी। थानेदारों के साथ ही स्थानीय अभिसूचना इकाई को विशेष निर्देश दिया गया है, ताकि वह इसे लेकर सजगता बरतें। हर सभा व आयोजनों पर पुलिस की नजर है।
जिसके निशाने पर गरीब बस्ती व उसमें रह रहे वह लोग हैं, जिनके बीच ऐसा आयोजन कर व लालच दे उन्हें धर्म परिवर्तन के लिए प्रेरित किया जा रहा। दलित महिला ने यह आरोप भी लगाया है कि धर्म परिवर्तन करने के लिए पहले उसे पैसे का लालच दिया गया। हालांकि पुलिस मामले में महराजगंज जिले के थाना व कस्बा निचलौल निवासी आशा, उर्मिला सहित चार महिलाओं के खिलाफ केस दर्ज कर जांच कर रही है। 17 जनवरी की रात में रामकोला थाने के गांव पिपरा बुजुर्ग के टोला घोरठ की दलित बस्ती में विशेष प्रार्थना-सभा का आयोजन हुआ था।
सभा में शामिल होने से इंकार करने पर उक्त चारों महिलाओं ने दलित 50 वर्षीय शोभा की पिटाई कर दी थी। 13 जनवरी को दमवतिया में भी दलित बस्ती में आयोजित प्रार्थना सभा में धर्म परिवर्तन कराने की घटना सामने आई थी। कुबेरस्थान पुलिस ने मामले में शिवा कुमार, मधू भारती व सुधा भारती निवासी दमवतिया थाना कुबेरस्थान समेत सात के खिलाफ केस दर्ज किया था।
फिलहाल बुद्ध की धरा पर सामने आई इन घटनाओं की सच्चाई क्या है यह पुलिस की जांच में पता चलेगा पर इन घटनाओं ने समाज के ¨चतकों को सोचने पर मजबूर कर दिया है।
पहले भी सामने आ चुके हैं मामले
- नवंबर 2018 में खड्डा थाने का गांव सालिकपुर।
- 2017 में जटहाबाजार थाने का गांव घूर छपरा। इसमें सुभाष कुशवाहा की शिकायत पर पुलिस ने गांव के ही संवरु सहित छह के खिलाफ केस दर्ज किया था।
- वर्ष 2010 में खड्डा थाना क्षेत्र का गांव मदनपुर। इस मामले में केरल निवासी ऊना मास्टर नामक व्यक्ति को शांति भंग में चालान किया था।
जबरन धर्म परिवर्तन अपराध
इस संबंध में एसपी राजीव नारायण ने कहा कि जिले में धर्मांतरण जैसी कोई बात नहीं है। धर्म अंत:करण व आस्था का विषय है। जबरन धर्म परिवर्तन अपराध है। ऐसा कराने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई होगी। थानेदारों के साथ ही स्थानीय अभिसूचना इकाई को विशेष निर्देश दिया गया है, ताकि वह इसे लेकर सजगता बरतें। हर सभा व आयोजनों पर पुलिस की नजर है।