किन्नर अखाड़ा की आचार्य महामंडलेश्वर लक्ष्मी नारायण त्रिपाठी बोलीं किन्नर समाज में नहीं होती जाति-धर्म की दीवार
किन्नर अखाडे की आचार्य महामंडलेश्वर लक्ष्मी नारायण त्रिपाठी गोरखपुर आई थीं। इस दौरान उन्होंने गोरखनाथ मंदिर और गोलघर काली मंदिर में दर्शन-पूजन किया। बाद में एक होटल में आयोजित अपने स्वागत समारोेह में उन्होंने कहा कि किन्नर समाज में जाति धर्म की दीवार नहीं होती।
गोरखपुर, जागरण संवाददाता। किन्नर अखाड़ा की आचार्य महामंडलेश्वर लक्ष्मी नारायण त्रिपाठी ने गोरखपुर में कहा कि किन्नर समाज में धर्म-जाति की दीवारें नहीं होतीं। हमारे यहां हिंदू समाज में किन्नरों को पहले अपनाया नहीं गया, इसलिए इस वर्ग में इस्लाम का बहुत प्रभाव रहा। जब किन्नरों के अखाड़े को मान्यता मिली और मैं महामंडलेश्वर बनी, तब से बहुत परिवर्तन आया है। किन्नर समाज की स्वीकार्यता बढी है।
गोरखनाथ मंदिर पहुंचकर किया दर्शन-पूजन
किन्नर अखाड़ा की आचार्य महामंडलेश्वर लक्ष्मी नारायण त्रिपाठी पहली बार गोरखपुर पहुंचीं। उन्होंने गुरु गोरखनाथ का दर्शन करने के बाद गोलघर स्थित काली मंदिर में पूजा-अर्चना की। कई संगठनों ने गोलघर स्थित एक होटल में उनका स्वागत व अभिनंदन समारोह आयोजित किया। इस दौरान आचार्य महामंडलेश्वर ने किन्नर अखाडा के बारे में बताया। उन्होंने कहा कि किन्नर अखाडे के गठन के बाद इस समाज के प्रति लोगों का नजरिया बदला है। किन्नरों को समाज में प्रतिष्ठा मिली है। किन्नर समाज भी देश व समाज की बेहतरी के लिए अपना योगदान देने के लिए आगे आया है।
कला और संस्कृत के रक्षक रहे है किन्नर समाज
अपने स्वागत से अभिभूत आचार्य महामंडलेश्वर ने कहा कि किन्नर कला और संस्कृति के संरक्षक रहे हैं। उनकी परंपराएं हजारों साल पुरानी हैं। किन्नर अखाड़ा अपनी परंपराओं को सहेजते हुए और देशभर के किन्नरों को जोड़ रहा है। इससे अब तक उपेक्षित किन्नर समाज के लोगों को सम्मान बढेगा। किन्नर अखाडा इस दिशा में बडे पैमाने पर काम कर रहा है।
धर्म की रक्षा करना हम सभी का कर्तव्य
धर्म की रक्षा करना हम सभी का कर्तव्य है। किन्नर समाज भी इसमें योगदान कर रहा है। संचालन शीतल मिश्र व समरेंदु सिंह ने किया। महामंडलेश्वर कनकेश्वरी नंद गिरि ने आभार प्रकट किया। इस अवसर पर किन्नर अखाड़ा की प्रदेश अध्यक्ष कौशल्या नंद गिरि, भारती बरनवाल, ममता तिवारी, नंदू मिश्रा, डीके गुप्ता, राकेश कुमार सिंह, तनिष्क गुप्ता, अमरदीप गुप्ता, नैना सिंह, नेहा मणि आर्या, पुनीत पांडेय, शुभम शुक्ला आदि उपस्थित थे।