सिद्धार्थनगर में 1050 एंटीजन किट के साथ एक युवक पकड़ा गया

सिद्धार्थनगर जिले में एंटीजन किट बेचने के मामले में एसओजी टीम को एक और बड़ी सफलता मिली है। बस्ती निवासी सूरज पांडेय को 1050 एंटीजन किट के साथ डिड़ई के पास स्थित एक होटल के पास से गिरफ्तार किया है।

By Rahul SrivastavaEdited By: Publish:Mon, 21 Jun 2021 06:15 AM (IST) Updated:Mon, 21 Jun 2021 06:15 AM (IST)
सिद्धार्थनगर में 1050 एंटीजन किट के साथ एक युवक पकड़ा गया
1050 एंटीजन किट के साथ पकड़ा गया युवक। प्रतीकात्‍मक तस्‍वीर

गोरखपुर, जेएनएन : सिद्धार्थनगर जिले में एंटीजन किट बेचने के मामले में एसओजी टीम को एक और बड़ी सफलता मिली है। बस्ती निवासी सूरज पांडेय को 1050 एंटीजन किट के साथ डिड़ई के पास स्थित एक होटल के पास से गिरफ्तार किया है। वह किट को गोरखपुर के एक दवा व्यवसायी को बेचने के लिए जा रहा था। इसने सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र उस्का बाजार से मात्र 33 हजार में 1050 किट खरीदे थे। बाजार में इसकी कीमत 15 लाख रुपये है। अभी इससे जुड़े कुछ और लोगों की गिरफ्तारी हो सकती है। इसके पूर्व उसका पुल के पास से चार लोगों को दो हजार किट के साथ प्रशासन व एसओजी की टीम ने गिरफ्तार कर जेल भेजा था।

लैब सहायक से खरीदी थी 1050 एंटीजन किट

बस्ती जनपद के कोतवाली निवासी सूरज पांडेय सर्जिकल सामानों की सप्लाई करता है। बस्ती में उसका पैथोलाजी सेंटर व एक्सरे केंद्र भी है। उसने सीएससी उसका पर तैनात लैब सहायक से 1050 एंटीजन किट की खरीद की थी। इसे वह बेचने की फिराक में था। एसओजी टीम के प्रभारी जीवन त्रिपाठी स्वाट टीम के साथ उसे पकड़ने की फिराक में थे। सूचना मिली कि आरोपित डिड़ई के पास स्थित होटल के निकट हाईवे पर खड़ा है। जीवन ने सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र प्रभारी डा. अविनाश चौधरी को साथ लिया और छापेमारी कर किट के साथ आरोपित को गिरफ्तार कर लिया। बाजारों में किट बेचने का मुख्य सरगना संविदा पर कार्यरत रहा शिव शंकर चौधरी को माना जा रहा है। पुलिस ने मुख्तार अली, विनोद कुमार त्रिपाठी और ओमकार त्रिपाठी को कार से 15 जून को गिरफ्तार किया था। एसपी राम अभिलाष त्रिपाठी ने कहा कि पुलिस व एसओजी टीम काम कर रही है। एक आरोपित को गिरफ्तार किया गया है।

मामले की चल रही है जांच

किट बेचने के मामले में एसीएमओ डा. डीके चौधरी के नेतृत्व में तीन सदस्यीय टीम जांच कर रही है। डीएम दीपक मीणा के निर्देश पर हो रही जांच में अभी तक कोई नतीजा सामने नहीं आया है। इसके पूर्व ही एसओजी की पांचवीं गिरफ्तारी से सवाल उठ खड़ा हुआ है।

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