देवरिया में स्कूल जा रही साइकिल सवार छात्रा को ट्रक ने रौंदा, चली गई जान

सलेमपुर-देवरिया मार्ग पर खुखुंदू थाना क्षेत्र के मुंडेरा बुजुर्ग गांव के समीप साइकिल से पढ़ने जा रही छात्रा को ट्रक ने रौंद दिया जिससे घटनास्थल पर ही उसकी मौत हो गई। लोगों ने ट्रक चालक को पकड़ कर पुलिस के हवाले कर दिया।

By Rahul SrivastavaEdited By: Publish:Fri, 08 Oct 2021 03:54 PM (IST) Updated:Fri, 08 Oct 2021 03:54 PM (IST)
देवरिया में स्कूल जा रही साइकिल सवार छात्रा को ट्रक ने रौंदा, चली गई जान
भरौली गांव की रहने वाली रिमझिम कुशवाहा। फाइल फोटो

गोरखपुर, जागरण संवाददाता : सलेमपुर-देवरिया मार्ग पर खुखुंदू थाना क्षेत्र के मुंडेरा बुजुर्ग गांव के समीप साइकिल से पढ़ने जा रही छात्रा को ट्रक ने रौंद दिया, जिससे घटनास्थल पर ही उसकी मौत हो गई। लोगों ने ट्रक चालक को पकड़ कर पुलिस के हवाले कर दिया। हादसे की खबर जैसे ही स्कूल में पहुंची, शोक की लहर दौड़ गई।

कक्षा नौ की छात्रा थी भरौली गांव की रिमझिम

खुखुंदू थाना क्षेत्र के भरौली गांव की रहने वाली रिमझिम कुशवाहा 16 वर्ष पुत्री रामनारायण कुशवाहा जनता इंटर कालेज सोनूघाट में कक्षा नौ की छात्रा थी। प्रतिदिन की तरह वह साइकिल से स्कूल जा रही थी। अभी वह मुंडेरा बुजुर्ग निरंकारी आश्रम के समीप पहुंची थी कि सलेमपुर की तरफ से तेज गति से आ रहे ट्रक ने उसे रौंद दिया। घटना के बाद भीड़ इकट्ठा हो गई। ट्रक चालक को लोगों ने पकड़कर 112 नंबर पर सूचना दी। इसी बीच मौके पर सीओ कपिल मुनि सिंह भी पहुंच गए। पुलिस ने चालक को हिरासत में ले लिया। स्वजन मौके पर पहुंच गए। शव को पोस्टमार्टम के लिए देवरिया भेज दिया गया। थानाध्यक्ष नवीन चौधरी ने बताया कि हादसे में छात्रा की मौत हो गई है।

देवरिया में गबन की पुष्टि होने पर ग्राम विकास अधिकारी निलंबित, प्रशासक पर होगी कार्रवाई

पंचायत चुनाव के पहले प्रशासक व सचिवों ने विकास कार्य कराने के नाम पर लूट-खसोट किया है। बरहज विकास खंड के परसिया देवार ग्राम पंचायत में पांच लाख 61 हजार रुपये का गबन पाए जाने पर जिला विकास अधिकारी ने ग्राम विकास अधिकारी को निलंबित कर दिया है। प्रशासक (तत्कालीन खंड विकास अधिकारी) पर कार्रवाई के लिए रिपोर्ट शासन को भेजी गई है। जल्द ही प्रशासक पर भी कार्रवाई होने की बात कही जा रही है।

बीडीओ व सचिव को दी गई जिम्मेदारी

त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव के पहले प्रशासक के रूप में बीडीओ व सचिव को जिम्मेदारी दे दी गई, ताकि वह विकास कार्य कराएं। परसिया देवार में विकास कार्य कराने के नाम पर लाखों रुपये निकाल लिए गए। चुनाव में बाद गांव के लोगों ने शिकायत की। शिकायत को संज्ञान में लेकर डीपीआरओ अविनाश कुमार, एसडीएम संजीव यादव ने जांच की। जांच में पांच लाख 61 हजार रुपये बिना कार्य के ही निकाले जाने की पुष्टि हुई है। 

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