77 फीसद लोग आयुष्मान कार्ड से वंचित, लक्ष्‍य पूरा करने के लिए चलाया जाएगा अभियान

जरूरतमंद परिवारों को स्वास्थ्य सुरक्षा के लिए संचालित आयुष्मान भारत योजना एवं मुख्यमंत्री जन आरोग्य योजना का क्रियान्वयन जिले में संतोषजनक नहीं पाया गया है। योजना से आच्‍छादित 77 फीसद लोगों को अभी तक आयुष्‍मान कार्ड नहीं मिल पाया है।

By Navneet Prakash TripathiEdited By: Publish:Sun, 19 Sep 2021 08:50 AM (IST) Updated:Sun, 19 Sep 2021 08:50 AM (IST)
77 फीसद लोग आयुष्मान कार्ड से वंचित, लक्ष्‍य पूरा करने के लिए चलाया जाएगा अभियान
77 फीसद लोग आयुष्मान कार्ड से वंचित। प्रतीकात्‍मक फोटो

गोरखपुर, जागरण संवाददाता। जरूरतमंद परिवारों को स्वास्थ्य सुरक्षा के लिए संचालित आयुष्मान भारत योजना एवं मुख्यमंत्री जन आरोग्य योजना का क्रियान्वयन जिले में संतोषजनक नहीं पाया गया है। आयुष्मान कार्ड धारक का सरकारी एवं संबद्ध निजी चिकित्सालयों में पांच लाख रुपये तक का इलाज किया जाता है लेकिन जिले में अभी तक करीब 23 फीसद लाभार्थियों का ही कार्ड बन सका है।

जिलाधिकारी ने जताई निराशा, लक्ष्‍य पूरा करने का दिया निर्देश

जिलाधिकारी विजय किरन आनंद ने इस स्थिति को बेहद निराशाजनक बताया है। उन्होंने 30 सितंबर तक 'आयुष्मान आपके द्वार 2.0' अभियान चलाकर सभी लाभार्थियों का कार्ड बनवाने का निर्देश दिया है, जिससे जरूरत पड़ने पर उन्हें इसका लाभ प्राप्त हो सके।

15 लाख लोग योजना से आच्‍छादित

जिले में 15 लाख लोग आयुष्मान भारत योजना से आच्छादित हैं लेकिन अभी तक मात्र 3.5 लाख लोगों का ही कार्ड बनाया जा सका है। आयुष्मान कार्ड न बनने से लोग निश्शुल्क इलाज की सुविधा नहीं प्राप्त कर पा रहे हैं। आयुष्मान कार्ड बनाने में लापरवाही पर जिलाधिकारी ने नाराजगी जताते हुए ग्राम पंचायतों में काम करने वाले सभी कर्मचारियों को अभियान में सहयोग करने का निर्देश दिया है। इसकी जिम्मेदारी ग्राम पंचायत अधिकारी या ग्राम विकास अधिकारी की होगी।

कार्ड बनवाने में आशा, आंगनबाडी कार्यकर्ताओं की ली जाएगी मदद

एनआइसी पोर्टल या नजदीकी सीएचसी एवं पीएचसी से लाभार्थियों के बारे में सूचना प्राप्त करनी होगी। ग्राम पंचायत अधिकारी ग्राम सभा की सभी आशा, आंगनबाड़ी कार्यकर्ता, रोजगार सेवक को कार्ड बनवाने के लिए प्रेरित करेंगे। इस कार्य में उन्हें स्वयं भी सहयोग करना होगा। शिविर लगाकर प्रतिदिन कम से कम 50 लाभार्थियों का कार्ड जन सेवा केंद्र या सीएचसी, पीएचसी पर बनवाना होगा। जिस परिवार में किसी सदस्य का आयुष्मान कार्ड नहीं बना है, उस परिवार का कार्ड प्राथमिकता के आधार पर बनवाना होगा। जिन लाभार्थियों का आयुष्मान कार्ड स्वीकृत न होने के बावजूद कार्ड नहीं मिला है, उन्हें जल्द से जल्द कार्ड उपलब्ध कराया जाएगा।

15 दिन के अंदर देनी होगी कार्ड बनने की सूचना

योजना से आच्छादित गांव के सभी लाभार्थियों का आरोग्य कार्ड बनाने की सूचना 15 दिन के भीतर मुख्य चिकित्साधिकारी कार्यालय को उपलब्ध कराना होगा। किसी प्रकार की जानकारी के लिए ग्राम पंचायत अधिकारी जिला स्तर पर गठित जिला अनुपालन इकाई से संपर्क कर सकेंगे। 19 सितंबर को महायोगी गंभीरनाथ प्रेक्षागृह में आयोजित कार्यशाला में इस अभियान के विषय में विस्तार से जानकारी दी जाएगी।

समीक्षा में लापरवाही मिली तो होंगे दंडित

जिलाधिकारी विजय किरन आनंद ने कहा कि अभियान की समाप्ति के बाद प्रगति की समीक्षा की जाएगी। लक्ष्य के सापेक्ष उपलब्धि नहीं हुई तो जिम्मेदार लोगों पर दंडात्मक कार्रवाई की जाएगी। आयुष्मान कार्ड के लिए आच्छादित 15 लाख लोगों में से 3.5 लाख लोगों का ही कार्ड अबतक बन पाया है। यह स्थिति निराशाजनक है। 30 सितंबर तक अभियान चलाकर सभी लोगों का कार्ड बनाया जाएगा। ग्राम सभा स्तर के अधिकारियों को इसकी जिम्मेदारी दी गई है।

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