सिद्धार्थनगर में शाहपुर-भोजपुर बांध के लिए स्वीकृत हुए 74 करोड़
बेसिक शिक्षा राज्यमंत्री स्वतंत्र प्रभार डा. सतीश द्विवेदी ने कहा कि बाढ़ की समस्या के लिए केंद्र की मोदी और यूपी की योगी सरकार संवेदनशील है। सिद्धार्थनगर में 150 करोड़ रुपये से अधिक की परियोजना या तो स्वीकृत हुई है अथवा उस पर कार्य संपन्न कराए जा चुके हैं।
गोरखपुर, जेएनएन : प्रदेश सरकार के बेसिक शिक्षा राज्यमंत्री स्वतंत्र प्रभार डा. सतीश द्विवेदी ने कहा कि बाढ़ की समस्या के लिए केंद्र की मोदी और यूपी की योगी सरकार संवेदनशील है। चार वर्ष के कार्यकाल में अब तक सिद्धार्थनगर क्षेत्र में 150 करोड़ रुपये से अधिक की परियोजना या तो स्वीकृत हुई है अथवा उस पर कार्य संपन्न कराए जा चुके हैं। शाहपुर-भोजपुर बांध जो 1994 में बना था और तभी 16 स्थानों पर गैप से बांध की उपयोगिता बेमतलब थी, इसको पूरा करने के लिए केंद्र सरकार ने 74 करोड़ की परियोजना को स्वीकृति दे दी है, जिसे नाबार्ड धन उपलब्ध कराएगा।
पहले दिया जाएगा किसानों को मुआवजा
पहले किसानों को मुआवजा दिया जाएगा, इसके बाद गैप भरे जाएंगे। यह कार्य पूर्ण होने पर आसपास के सभी गांव जहां सुरक्षित हो सकेंगे, वहीं किसानों की फसलें भी बर्बाद नहीं होंगी। निरीक्षण भवन में पत्रकारों से बातचीत में डा. सतीश ने बताया कि इस बांध पर गागापुर वाला कटान क्षेत्र भी सुरक्षित किया जाएगा, जहां नदी मुख्य सड़क तक पहुंच गई है। सड़क कटने पर पूरा गांव नदी में समा जाने का खतरा बना हुआ है। यहां पिच मार्ग को बांध की तरह ऊंचा किया जाएगा। इटवा विधानसभा क्षेत्र के असनहरा-उतरौला पर बने पुल के एप्रोच मार्ग के निर्माण तथा पुल के बाएं और दाएं दोनों तरफ नदी की कटान से पुल और क्षेत्र के गांवों को बचाने के लिए प्रदेश सरकार ने 40 करोड़ 55 लाख 23 हजार की परियोजना की स्वीकृति दी है। उक्त दोनों ही परियोजनाएं बहुत ही महत्वपूर्ण हैं।
आठ करोड़ रुपये से चल रहा कटानरोधी कार्य
मंत्री ने कहा कि इसके अलावा बेतनार में राप्ती नदी के किनारे आठ करोड़ 17 लाख से कटान रोधी कार्य जहां तेजी से चल रहा है। वहीं मदरहवा-अशोगवा बांध पर नवेल के अहिरन डीह पर छह करोड़ 41 लाख से पक्की ठोकर, सोनौली नानकार में आठ करोड़ से लांचिंग एप्रन व बोल्डर पिचिंग लूप कटिंग, सोनौली व नवेल के बीच रेगुलेटर डबल कराने के साथ बड़हरा में कटान रोधी उपाय तथा मिर्जापुर-गौरा बांध का सुद्ढ़ीकरण कार्य संपन्न हो चुका है।