गोरखपुर मंडल के ग्रामीण क्षेत्र में हुई 624 मौतें, अंतिम संस्कार के लिए मिलेंगे पांच हजार

कोरोनावायरस से मौत होने पर अंतिम संस्कार के लिए पांच हजार रुपये मिलेंगे। ग्रामीण क्षेत्र में निर्धन व्यक्तियों के भरण पोषण के लिए सरकार की ओर से ग्राम पंचायताें के माध्यम से एक-एक हजार रुपये की तत्काल सहायता उपलब्ध कराने को कहा गया है।

By Pradeep SrivastavaEdited By: Publish:Tue, 18 May 2021 03:30 PM (IST) Updated:Tue, 18 May 2021 03:30 PM (IST)
गोरखपुर मंडल के ग्रामीण क्षेत्र में हुई 624 मौतें, अंतिम संस्कार के लिए मिलेंगे पांच हजार
कोरोना पीड़ित के अंतिम संस्कार के लिए सरकार पांच हजार रुपये देगी।

गोरखपुर, जेएनएन। कोरोना एवं अन्य कारणों से जान गंवाने वाले ग्रामीण क्षेत्र के लोगों के शव नदियों में प्रवाहित न किए जाएं, इसको लेकर शासन ने दिशा-निर्देश जारी किए हैं। अंत्येष्टि के लिए पांच हजार रुपये देने की घोषणा पहले ही कर दी गई थी, अब इसे अमलीजामा भी पहनाया जा रहा है।

कोविड पोर्टल पर दर्ज ग्रामीण क्षेत्र में मृत लोगों की सूची पंचायती राज विभाग को भेज दी गई है। ग्राम पंचायतों के माध्यम से उनका सत्यापन कराकर या तो नकद या एक सप्ताह के भीतर खाते में सहायता राशि भेज दी जाएगी। गोरखपुर मंडल के ग्रामीण क्षेत्रों में 14 मई तक 624 लोगों की मौत दर्ज की गई है।

पंचायती राज विभाग ग्राम पंचायतों के जरिए सत्यापन के बाद देगा सहायता

पंचायती राज विभाग को प्राप्त मृत व्यक्तियों की सूची का सत्यापन भी किया जाएगा। आर्थिक रूप से विपन्न लोगों तक सहायता पहुंचाई जाएगी, जिससे वे मृतक का अंतिम संस्कार पूरे सम्मान के साथ कर सकें। कोरोना के अलावा अन्य कारणों से हुई मौत के मामले में भी यह सहायता मिलेगी।

भरण पोषण के लिए भी है व्यवस्था

ग्रामीण क्षेत्र में निर्धन व्यक्तियों के भरण पोषण के लिए भी सरकार की ओर से ग्राम पंचायताें के माध्यम से एक-एक हजार रुपये की तत्काल सहायता उपलब्ध कराने को कहा गया है। इसके अतिरिक्त इलाज के लिए भी प्रति व्यक्ति दो हजार रुपये की सहायता देने का निर्देश दिया गया है।

जिलों में हुई मौत

जिला - मौत

देवरिया 135

गोरखपुर 323

कुशीनगर 78

महराजगंज 88

कोरोना या अन्य किसी कारण से मृत लोगों के अंतिम संस्कार के लिए पांच हजार रुपये दिए जाएंगे। सभी ग्राम पंचायतों के सचिवों को इस संबंध में निर्देश दे दिए गए हैं। शासन से मिली सूची का सत्यापन भी कराया जाएगा।

- हिमांशु शेखर ठाकुर, जिला पंचायत राज अधिकारी।

chat bot
आपका साथी