भारत-नेपाल सीमा के निकट मृत मिले 58 कौए, दहशत
डीएफओ आकाश दीप बधावन का कहना है कि पोस्टमार्टम के बाद ही मौत की वजह स्पष्ट हो सकेगी लेकिन मौसम में अचानक बदलाव भी कारण हो सकता है। बर्ड फ्लू अथवा कोरोना संक्रमण की आशंका से भी इन्कार नहीं किया जा सकता है। पशुपालन विभाग को जांच के लिए कौवों के शव दे दिए गए हैं। पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही सही तस्वीर सामने आएगी।
सिद्धार्थनगर: नेपाल सीमा के पास कपिलवस्तु थानाक्षेत्र के मजिगवा गांव में खेतों में रविवार की सुबह दो सौ मीटर की परिधि में 58 कौए मृत मिले। शनिवार की शाम को ग्रामीणों ने कौवों के झुंड को देखा और सुबह खेतों में मृत पड़े मिले। उनकी मौत अलग-अलग झुंड में हुई है। इसे लेकर ग्रामीणों में दहशत है।
वन विभाग की टीम ने कौवों के शव को एकत्र कर पोस्टमार्टम के लिए पशुपालन विभाग को सौंप दिया है।
यह गांव नेपाल सीमा से करीब तीन पहले स्थित है। सुबह ग्रामीण नित्यक्रिया के लिए निकले थे। एक खेत में उन्होंने कुछ कौवों को मरा पड़ा देखा। नजदीक के अन्य खेतों में कुछ और कौए मृत मिले। सूचना मिलने पर गांव के काफी लोग जुट गए। ग्रामीणों ने गिनती की तो करीब दो सौ मीटर की परिधि में 58 कौवे मृत पड़े थे। मौके पर उप प्रभागीय वन अधिकारी पीके त्रिपाठी व वनरक्षक विजय पांडेय पहुंचे और कौवों का शव एकत्र किया। गांव निवासी नरेंद्र मिश्रा और छट्ठी ने बताया कि शनिवार की शाम कौए आसमान पर मंडरा रहे थे। सुबह काफी संख्या में कौवों की मौत हो गई।
बर्ड फ्लू या कोरोना संक्रमण की आशंका से इन्कार नही
डीएफओ आकाश दीप बधावन का कहना है कि पोस्टमार्टम के बाद ही मौत की वजह स्पष्ट हो सकेगी, लेकिन मौसम में अचानक बदलाव भी कारण हो सकता है। बर्ड फ्लू अथवा कोरोना संक्रमण की आशंका से भी इन्कार नहीं किया जा सकता है। पशुपालन विभाग को जांच के लिए कौवों के शव दे दिए गए हैं। पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही सही तस्वीर सामने आएगी।
जिलाधिकारी दीपक मीणा ने बताया कि कौवों के झुंड में मरने की सूचना मिली है। अचानक इतनी संख्या में कौवों की मौत की वजह पता करने के लिए वन विभाग के अधिकारियों को निर्देशित किया गया है।