आयुष्मान भारत योजना से 5055 को मिली नई जिदगी
आयुष्मान भारत योजना के तहत जनपद में 5055 लोगों ने इलाज कराया। इनके इलाज पर तीन करोड़ 78 लाख 97292 रुपये खर्च हुआ है। इनमें 2661 मरीजों ने गैर जनपद में पंजीकृत अस्पताल में इलाज कराया। सर्वाधिक 425 लोगों की सर्जरी हुई।
सिद्धार्थनगर: आयुष्मान भारत योजना के तहत जनपद में 5055 लोगों ने इलाज कराया। इनके इलाज पर तीन करोड़ 78 लाख 97292 रुपये खर्च हुआ है। इनमें 2661 मरीजों ने गैर जनपद में पंजीकृत अस्पताल में इलाज कराया। सर्वाधिक 425 लोगों की सर्जरी हुई। कैंसर के इलाज में 28 लाख रुपये खर्च हुआ। जबकि इससे जुड़ी सर्जरी पर सिर्फ पांच लाख रुपये का भुगतान किया है। सर्वाधिक 67 लाख रुपये भर्ती के दौरान दवाओं की खरीद पर खर्च हुआ है। जबकि पात्रों की संख्या सात लाख 41 हजार है। इलाज के लिए सरकारी एवं गैर सरकारी 16 अस्पतालों को चयनित किया गया है।
सरकार ने गरीबों के निश्शुल्क इलाज के लिए आयुष्मान भारत योजना लागू किया है। पात्रता पूरी करने वाले लोगों को पांच लाख रुपये तक पंजीकृत अस्पताल में इलाज कराने की सुविधा मिलती है। पर यह योजना मंशा के अनुरूप सफल नहीं हो पा रही है। इसके पीछे सभी पात्रों का कार्ड न बनना है। अभी तक सिर्फ 153000 लाभार्थियों का कार्ड बन पाया है। इसकी असली वजह तकनीकी समस्या है। आधार कार्ड या इलाज के लिए बने कार्ड में अंतर होने पर इलाज की सुविधा नहीं मिल पाती है। परेशान मरीज इसे ठीक कराने के बजाय पैसा देकर इलाज कराने को मजबूर हैं। अधिकतर लोगों के हाथ में अभी तक कार्ड नहीं पहुंच पाया है। हालांकि कार्ड बनवाने के लिए विभाग लगातार अभियान चला रहा है।
पंजीकृत अस्पताल
सरकारी अस्पताल
जिला अस्पताल
12 सीएचसी-पीएचसी (नौगढ़-बढ़नी पीएचसी छोड़कर)
निजी अस्पताल-
अग्रवाल मल्टी स्पेशलिटी हास्पिटल, नौगढ़
वात्सल्य हास्पिटल, नौगढ़
विनोद प्रकाश लाइफ केयर, नौगढ़
अमान हास्पिटल, बढ़नी।
आयुष्मान भारत की जिला समन्वयक डा. लक्ष्मी सिंह ने कहा कि पात्रों का कार्ड बनाने के लिए लगातार कैंप का आयोजन किया जा रहा है। योजना के तहत इलाज कराने में लोग कम रुचि ले रहे हैं। सभी को जागरूक किया जा रहा है। इसका परिणाम भी दिखने लगा है। काफी संख्या में लोग अब अस्पताल जाने लगे हैं।