सीएम योगी आदित्‍यनाथ के निर्देश के बाद AIIMS Gorakhpur में शुरू हुआ 40 बेड का कोरोना अस्पताल

सीएम योगी आदित्‍यनाथ के निर्देश पर AIIMS Gorakhpur में 40 बेड का लेवल दो श्रेणी का अस्पताल शुरू हो गया है। आक्सीजन की पर्याप्त व्यवस्था कर ली गई है। डाक्टरों और पैरामेडिकल स्टाफ की भी तैनाती की जा चुकी है।

By Pradeep SrivastavaEdited By: Publish:Sun, 16 May 2021 10:21 AM (IST) Updated:Sun, 16 May 2021 07:40 PM (IST)
सीएम योगी आदित्‍यनाथ के निर्देश के बाद AIIMS Gorakhpur में शुरू हुआ 40 बेड का कोरोना अस्पताल
सीएम के निर्देश पर AIIMS Gorakhpur में कोरोना अस्‍पताल शुरू हो गया है। - प्रतीकात्‍मक तस्‍वीर

गोरखपुर, जेएनएन। अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान एम्स में 40 बेड का कोरोना अस्पताल शनिवार से शुरू हो गया। लेवल दो श्रेणी के इस अस्पताल में पहले दिन कोई मरीज भर्ती नहीं हुआ। शासन की ओर से जारी कोविड अस्पतालों की सूची में भी एम्स का नाम नहीं दिख रहा है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने एम्स में कोरोना अस्पताल शुरू करने के निर्देश दिए थे। इसके बाद अस्पताल में संसाधनों को बढ़ाया गया।

अभी वेंटिलेटर की सुविधा नहीं

एम्स के मीडिया प्रभारी डा. शशांक शेखर ने बताया कि 40 बेड का लेवल दो श्रेणी का अस्पताल शुरू हो गया है। आक्सीजन की पर्याप्त व्यवस्था कर ली गई है। डाक्टरों और पैरामेडिकल स्टाफ की भी तैनाती की जा चुकी है। अस्पताल में अभी वेंटिलेटर की सुविधा नहीं है।

दो मरीज लौटाए गए

एम्स में शनिवार को कोरोना संक्रमित दो मरीजों को भर्ती कराने के लिए स्वजन लेकर पहुंचे थे लेकिन उन्हें गेट से ही लौटा दिया गया। बताया गया कि दोनों मरीजों की स्थिति गंभीर थी और उन्हें लेवल तीन अस्पताल की जरूरत थी। इस कारण उन्हें बाबा राघवदास मेडिकल कालेज भेज दिया गया।

सफाई व सैनिटाइजेशन के मामले में आत्मनिर्भर बन रहीं ग्राम पंचायतें

कोरोना संक्रमण पर नियंत्रण के लिए किए जा रहे उपायों के क्रम में ग्राम पंचायतें सफाई एवं सैनिटाइजेशन के मामले में धीरे-धीरे आत्मनिर्भर बन रही हैं। विभिन्न ब्लाकों की 19 ग्राम पंचायतों में फागिंग मशीन खरीदी गई है। इसमें 100 लीटर की टंकी लगी है। प्रेसर पाइप के जरिए सड़क व गलियों में आसानी से सैनिटाइजेशन हो जा रहा है। पंचायतों द्वारा घरों में छोटी फागिंग मशीनों से छिड़काव कराया जा रहा है।

कोविड की दूसरी लहर में गांवों में भी संक्रमण फैल गया है। ऐसी स्थिति में वहां सैनिटाइजेशन का काम तेज करने का निर्देश शासन की ओर से दिया गया है और इसकी जिम्मेदारी पंचायती राज विभाग को दी गई है। विभाग अपने स्तर पर छिड़काव करा रहा है लेकिन अब ग्राम पंचायतों को भी इस मामले में आत्मनिर्भर बनाया जा रहा है।

ग्राम पंचायत निधि से फागिंग मशीन की खरीद की जा रही है। पिछले करीब एक महीने में 19 ग्राम पंचायतों में यह मशीन खरीदी जा चुकी है, कुछ ग्राम पंचायतों में पहले से यह सुविधा है। इसमें लगे पहिए के जरिए आसानी से इसे खींचा जा सकता है। मोटर के सहारे प्रेसर पाइप से छिड़काव भी हो जाता है। 100 लीटर की टंकी अलग से लगाई जा सकती है। सड़क पर दो इस मशीन के सहारे आसानी से छिड़काव किया जा सकता है। हाथ वाली फागिंग मशीन से सड़क के किनारे, नालियों में बेहतर ढंग से सफाई नहीं हो पाती थी। अब हाथ वाली मशीन से घरों में सैनिटाइजेशन हो सकेगा।

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