गोरखपुर में 35 सौ स्मार्ट मीटर गायब, जानें-क्या है असली कारण
शहर के चार खंड क्षेत्रों में 55 हजार से ज्यादा घरों पर स्मार्ट बिजली मीटर लगाए जा चुके हैं। बिजली निगम के निर्देश पर गोरखपुर में पांच हजार रुपये से ज्यादा के बकायेदारों की लाइन काट दी गई है।
गोरखपुर, जेएनएन। स्मार्ट मीटरों में फिर बड़ी गड़बड़ी सामने आयी है। पांच हजार रुपये से ज्यादा के बकाये में बिजली निगम ने 35 सौ स्मार्ट मीटरों की लाइन काट दी। लखनऊ के शक्ति भवन स्थित सर्वर से लाइन कटने के बाद उपभोक्ताओं ने बकाया जमा कर अधिशासी अभियंताओं (एक्सईएन) को सूचना दी। अधिशासी अभियंताओं ने लाइन जोडऩे के लिए सर्वर से जुड़े इंजीनियरों को मेल किया। घंटों लाइन नहीं आयी तो उपभोक्ताओं ने शिकायत की। पता चला कि सर्वर से स्मार्ट मीटर का कम्युनिकेशन ही नहीं हो पा रहा है। आनन-फानन लार्सन एंड टूब्रो (एलएंडटी) के कर्मचारियों को घर-घर भेजकर लाइन ठीक कराई गई।
शहर के चार खंड क्षेत्रों में 55 हजार से ज्यादा घरों पर स्मार्ट बिजली मीटर लगाए जा चुके हैं। कभी ज्यादा बिल आने से कभी बार-बार लाइन ट्रिप होने की उपभोक्ता आए दिन शिकायत करते रहते हैं। बिजली निगम ने पांच हजार रुपये से ज्यादा के बकायेदारों की लाइन काटने का निर्देश दिया था। 18 जून को शहर के 35 सौ बकायेदार उपभोक्ताओं का कनेक्शन सर्वर से काटा गया।
बकाया है फिर भी नहीं कटा कनेक्शन
सैकड़ों स्मार्ट मीटर सर्वर से काफी समय से कनेक्ट ही नहीं हैं। इस कारण इन मीटरों का बिल भी नहीं बन पा रहा है। इसकी जानकारी पिछले दिनों तब हुई जब बकाये में कनेक्शन काटने के लिए अफसरों ने सर्वर को संचालित करने वाले इंजीनियरों को मेल किया। मेल करने के दो दिन बाद कनेक्शन नहीं कटा तो इंजीनियरों से बात की गई। पता चला कि स्मार्ट मीटर सर्वर से कनेक्ट नहीं हो पा रहा है। इसके बाद उपभोक्ता के घर एलएंडटी के कर्मचारियों को भेजा गया। कर्मचारियों ने मीटर की सील खोलकर नेटवर्क ठीक किया। इसके बाद बकाये में कनेक्शन कट सका।
मीटर में दिख रहा एरर-9
जिन स्मार्ट मीटरों का कम्युनिकेशन लखनऊ स्थित सर्वर से नहीं हो रहा है उनके डिस्प्ले पर एरर-9 लिखा दिख रहा है। कई मीटरों का सिमकार्ड भी बदलना पड़ रहा है। कई सिमकार्ड को निकालकर साफ करने के बाद लगाया गया। इससे नेटवर्क आ गया। इस प्रक्रिया में मीटर की सील तोड़ी गई और सिम ठीक कर दोबारा सील लगाई गई। अधीक्षण अभियंता शहर यूसी वर्मा का कहना है कि चेयरमैन के निर्देश पर पांच हजार रुपये से ज्यादा के बकायेदारों का कनेक्शन काटा जा रहा है। स्मार्ट मीटर वाले 35 सौ उपभोक्ताओं का कनेक्शन काटा गया था लेकिन बकाया जमा होने के बाद सर्वर से मीटर का कम्युनिकेशन नहीं हो पा रहा था। कर्मचारियों ने उपभोक्ता के घर पहुंचकर स्मार्ट मीटर की सेटिंग ठीक की। कई मीटरों के सिमकार्ड भी बदलने पड़े।