गोरखपुर के 35 हजार उपभोक्ताओं पर भारी पड़ेगी बिजली, जानें-क्‍या है वजह

बरहुआ से बिजली गुल होने की स्थिति में रुस्तमपुर और रानीबाग को तारामंडल के रास्ते मोहद्दीपुर पारेषण उपकेंद्र से बिजली मिलेगी। रुस्तमपुर रानीबाग लालडिग्गी और नार्मल उपकेंद्रों से जुड़े 35 हजार उपभोक्ताओं पर बरहुआ से बिजली कटौती भारी नहीं पड़ेगी।

By Satish Chand ShuklaEdited By: Publish:Tue, 15 Jun 2021 03:08 PM (IST) Updated:Tue, 15 Jun 2021 05:39 PM (IST)
गोरखपुर के 35 हजार उपभोक्ताओं पर भारी पड़ेगी बिजली, जानें-क्‍या है वजह
गोरखपुर में बिजली निगम से संबधित फाइल फोटो, जेएनएन।

गोरखपुर, जेएनएन। रुस्तमपुर, रानीबाग, लालडिग्गी और नार्मल उपकेंद्रों से जुड़े 35 हजार उपभोक्ताओं पर बरहुआ से बिजली कटौती भारी नहीं पड़ेगी। बिजली निगम वैकल्पिक व्यवस्था के तहत चारो उपकेंद्रों को रिंग मेन सिस्टम से जोडऩे जा रहा है। रुस्तमपुर-रानीबाग को एक रिंग मेन और लालडिग्गी व नार्मल को दूसरे रिंग मेन से जोड़ा जाएगा। बरहुआ से बिजली गुल होने की स्थिति में रुस्तमपुर और रानीबाग को तारामंडल के रास्ते मोहद्दीपुर पारेषण उपकेंद्र से बिजली मिलेगी। लालडिग्गी और नार्मल उपकेंद्रों को बरहुआ की दूसरी लाइन से बिजली दी जाएगी।

तकरीबन 10 किलोमीटर दूर बरहुआ पारेषण उपकेंद्र से रुस्तमपुर, रानीबाग, लालडिग्गी और नार्मल उपकेंद्रों को आपूर्ति दी जाती है। लंबी लाइन होने के कारण आए दिन गड़बड़ी आती रहती है। कभी राजघाट पुल के पास जंपर कट जाता है तो कभी इंसुलेटर पंक्चर होने से घंटों आपूर्ति ठप रहती है। हाल के पांच दिनों में बरहुआ से आने वाली 33 हजार की लाइन में तीन बार गड़बड़ी आ चुकी है। उमस भरी गर्मी में उपभोक्ता घंटों परेशान रहे। लगातार बिजली गुल होने की जानकारी के बाद पूर्वांचल विद्युत वितरण निगम लिमिटेड के प्रबंध निदेशक ने अफसरों से वैकल्पिक व्यवस्था के निर्देश दिए।

तारामंडल से रुस्तमपुर तक बनी है लाइन

रुस्तमपुर से तारामंडल उपकेंद्र तक 33 हजार की लाइन बनी है। इस लाइन में तकनीकी खराबी के कारण इसे शुरू नहीं किया जा सका। हालांकि बिजली निगम ने लाइन हटाई भी नहीं है। अब इसी लाइन से तारामंडल के रास्ते मोहद्दीपुर पारेषण उपकेंद्र से रुस्तमपुर को जोड़ा जाएगा। रुस्तमपुर से रानीबाग उपकेंद्र पहले से ही जुड़ा है।

ऐसे खर्च होंगे रुपये

लालडिग्गी-नार्मल रिंग मेन - 74.61 लाख।

रुस्तमपुर- रानीबाग रिंग मेन - 13.88 लाख।

अधीक्षण अभियंता शहर यूसी वर्मा का कहना है कि पूर्वांचल विद्युत वितरण निगम लिमिटेड के प्रबंध निदेशक ने चार उपकेंद्रों को ङ्क्षरग मेन सिस्टम से जोडऩे का प्रस्ताव मांगा था। प्रस्ताव भेज दिया गया है। रिंग मेन बनने से उपभोक्ताओं को काफी राहत मिल जाएगी।

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