Panchayat elections: गोरखपुर में 30 लाख मतदाता, 1849 मतदान केंद्रों पर देंगे वोट
Panchayat electionsएक मतदाता ग्राम प्रधान ग्राम पंचायत सदस्य क्षेत्र पंचायत सदस्य (बीडीसी) एवं जिला पंचायत सदस्य पद के लिए वोट देंगे। एनेक्सी भवन सभागार में जिलाधिकारी ने प्रशासन एवं पुलिस के अधिकारियों के साथ बैठक कर शांतिपूर्ण माहौल में चुनाव कराने के लिए का निर्देश दिया है।
गोरखपुर, जेएनएन। जिले में त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव को लेकर तैयारियां अंतिम चरण में हैं। अभी चुनाव की घोषणा भले न हुई हो लेकिन प्रशासन अपने स्तर पर तैयारी कर चुका है। जिले में 1849 केंद्रों पर करीब 30 लाख मतदाता वोट देंगे। एक बूथ पर अधिकतम 800 वोट पड़ेंगे। एक मतदाता ग्राम प्रधान, ग्राम पंचायत सदस्य, क्षेत्र पंचायत सदस्य (बीडीसी) एवं जिला पंचायत सदस्य पद के लिए वोट देंगे। एनेक्सी भवन सभागार में जिलाधिकारी ने प्रशासन एवं पुलिस के अधिकारियों के साथ बैठक कर शांतिपूर्ण माहौल में चुनाव कराने के लिए सभी तैयारियां पूरी कर लेने का निर्देश दिया। जिले में 1294 ग्राम प्रधान, 1700 बीडीसी एवं 68 जिला पंचायत सदस्य चुने जाएंगे। यहां 189 न्याय पंचायतें हैं।
चुनाव से जुड़ी जिम्मेदारी तय
जिलाधिकारी ने चुनाव से जुड़ी जिम्मेदारी भी तय की। कार्मिक नियुक्ति एवं प्रशिक्षण व्यवस्था एडीएम वित्त एवं राजस्व राजेश कुमार सिंह, शांति व्यवस्था एवं जोनल/सेक्टर मजिस्ट्रेट की नियुक्ति व्यवस्था एडीएम सिटी आरके श्रीवास्तव, मतपत्र व्यवस्था बंदोबस्त अधिकारी चकबंदी मातादीन मौर्य, नियंत्रण कक्ष, आदर्श आचार संहिता व्यवस्था एडीएम प्रशासन डा. चतुर्भजी गुप्त, प्रेक्षक व्यवस्था सिटी मजिस्ट्रेट अभिनव रंजन श्रीवास्तव देखेंगे। जिलाधिकारी ने संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिया कि संवेदनशील एवं अति संवेदनशील बूथों पर निरंतर निगरानी रखें तथा असामाजिक एवं अराजक तत्वों को चिन्हित कर उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई करें।
समस्त बीडीओ को निर्देश
सभी बीडीओ को दो दिन के भीतर स्ट्रांगरूम, मतदान स्थल एवं रूटचार्ट के अनुसार सेक्टर व जोनल की सूची उपलब्ध करानी होगी। 30 हजार कार्मिकों का डाटा फीड हो चुका है। जिलाधिकारी ने कहा कि कंट्रोल रूम को क्रियाशील किया जाए। डीआइजी/एसएसपी जोगेंद्र कुमार ने कहा कि सभी एसडीएम, सीओ एवं थानाध्यक्ष बैठक कर चुनाव की तैयारी कर लें। उन्होंने कहा कि अवैध शराब किसी भी हालत में नहीं बननी चाहिए। शराब भ_ियों को नष्ट कर दिया जाए। अगर किसी ईंट भ_े पर अवैध शराब बनते पाया जाएगा तो भ_ा मालिक के खिलाफ एफआइआर दर्ज की जाएगी। मुख्य विकास अधिकारी इंद्रजीत ङ्क्षसह ने कहा कि सभी संबंधित टीम भावना से कार्य करें।