Gorakhpur Panchayat Election: सुबह से शाम तक बूथों पर लगी रही लंबी कतार, छिटपुट घटनाओं के बीच शांतिपूर्ण हुआ मतदान

गीडा में प्रधान पद के एक प्रत्याशी व उसके समर्थकों पर दूसरे प्रत्याशी व उसके समर्थकों ने हमला दिया। इस दौरान सिपाही व पीआरडी जवान उन्हें बचाने गए तो हमलावारों ने उन्हें भी मारा पीटा। इससे सिपाही पीआरडी जवान प्रधान पद प्रत्याशी समेत करीब छह व्यक्ति घायल हो गए हैं।

By Pradeep SrivastavaEdited By: Publish:Thu, 15 Apr 2021 06:50 AM (IST) Updated:Thu, 15 Apr 2021 08:50 PM (IST)
Gorakhpur Panchayat Election: सुबह से शाम तक बूथों पर लगी रही लंबी कतार, छिटपुट घटनाओं के बीच शांतिपूर्ण हुआ मतदान
गोरखपुर में एक बूथ पर मतदान के लिए लाइन में लगी महिलाएं। - जागरण

गोरखपुर, जेएनएन। त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव के प्रथम चरण के अंतर्गत गोरखपुर में मतदान संपन्न हो गया। मतदान का समय शाम छह बजे तक था लेकिन अधिकतर मतदान केंद्रों पर सात बजे के बाद तक वोट पड़ते रहे। मतदान की गति सुबह से ही धीमी रही, जिसका नतीजा था कि बूथों के बाहर एक बार लगी मतदाताओं की कतार देर शाम तक नहीं टूटी। चिलचिलाती धूप में महिला, पुरुष मतदाता कभी बैठकर तो कभी खड़े होकर अपनी बारी आने की प्रतीक्षा करते रहे।

कुछ स्थानों पर दोपहर बाद तीन बजे के करीब अतिरिक्त मतदान कर्मी भी बढ़ाने पड़े। शाम छह बजे मतदान का समय समाप्त होने पर भी लगभग हर बूथ पर मतदाता मौजूद रहे, उन्हें मतदान कर्मियों की ओर से टोकन दिया गया। टोकन दिखाने वाले आखिरी व्यक्ति का वोट भी डलवाया गया। जगह-जगह से फर्जी मतदान, मतदाता सूची में अचानक नाम काटने की शिकायतें आती रहीं। कुछ बूथों पर कहासुनी भी हुई। सूचनाओं पर प्रशासन की टीमें इधर-उधर दौड़ती रहीं। कहीं सूचना सही निकलती तो कहीं मात्र अफवाह। करीब 150 बूथों पर रात आठ बजे तक मतदान हुआ।

इस बार पहला अवसर था जब जिले में एक साथ त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव के सभी पदों पर मतदान किया गया। प्रशासन भी मतदान की कठिनाई को भांप नहीं पाया। जिले के करीब 50 फीसद बूथों पर मतदाताओं को चार-चार मतपत्र दिए गए तो शेष बूथों पर तीन मतपत्र मिले। जिस वार्ड में ग्राम पंचायत सदस्य निर्विरोध हो चुके थे, वहां तीन मतपत्र दिए गए थे। मतदान करने जाने वाले मतदाता की पहचान करने, सभी मतपत्रों के ऊपर हस्ताक्षर कराने, स्याही लगाने व वोट देने के बाद चारो मतपत्र को मतपेटिका में डालने में काफी समय लग रहा था। शुरू में मतदाताओं की पहचान करने में भी काफी समय लगा। जिसके चलते बूथों पर मतदाताओं की लंबी कतार देर शाम तक लगी रही। जिले में कुछ ही ऐसे बूथ रहे, जहां शाम 6.20 बजे तक वोट डाले जा चुके थे। मतदान की धीमी रफ्तार को लेकर सेक्टर मजिस्ट्रेट, रिटर्निंग आफिसर, जोनल मजिस्ट्रेट से लोगों ने शिकायत भी की लेकिन अधिकतर स्थानों पर राहत नहीं मिली। बूथों के निरीक्षण के दौरान प्रेक्षक संजय कुमार खत्री सहजनवा ब्लाक के रेशमा रावत इंटर कालेज पहुंचे तो वहां भी मतदान की रफ्तार धीमी लगी। उन्होंने बूथ संख्या एक, दो व तीन पर मतदान कर्मी बढ़ाने के लिए उन्होंने एसडीएम सुरेश राय को निर्देशित किया। चरगांवा ब्लाक के पूर्व माध्यमिक विद्यालय पकड़ी में बूथ संख्या 20 पर मतदान की सुस्त रफ्तार को लेकर रिटर्निंग आफिसर एवं सेक्टर मजिस्ट्रेट से शिकायत भी की गई। इसी तरह जंगल कौड़िया ब्लाक के भंडारो व अन्य ग्राम पंचायतों से भी मतदान की रफ्तार को लेकर प्रत्याशियों ने शिकायत की। पिपराइच, गगहा, उरुवा, बड़हलगंज सहित सभी ब्लाकों में इसी तरह की स्थिति नजर आयी। पाली ब्लाक में छोटे परिसर वाले प्राइमरी विद्यालयों को तो केंंद्र बनाया गया था लेकिन आसपास ही कई बड़े परिसर वाले उच्च प्राथमिक विद्यालय बूथ नहीं बने थे।

धूप ने किया परेशान, कोरोना का बना रहा खतरा

कई बूथों पर छाया के लिए टेंट लगाए गए थे लेकिन उससे लोगों को बहुत राहत नहीं मिली। महिलाएं एवं पुरुष मतदाता धूप में खड़े रहे। परिसर में जगह कम होने के कारण शारीरिक दूरी का पालन भी नहीं हो सका, जिससे लोगों में कोरोना संक्रमण फैलने का खतरा भी रहा। मास्क को लेकर कई स्थानों पर जागरूकता जरूर दिखी लेकिन कुछ स्थानों पर मतदान कर्मियों ने ही मास्क लगाने से परहेज किया।

अधिकारियों की लापरवाही से पांच घंटे बाद शुरू हुआ मतदान

दो ब्लाकों में अधिकारियों की लापरवाही के कारण कुछ मदों पर मतदान विलंब से शुरू हुआ। बड़हलगंज में पांच घंटे तक मतदाताओं को इंतजार करना पड़ा। भटहट में क्षेत्र पंचायत सदस्य पद का मतपत्र न मिलने से मतदाताओं ने हंगामा किया।

ग्राम पंचायत छपिया उमराव के मौजा झाझाशिव के वार्ड संख्या 13 में जिला पंचायत एवं क्षेत्र पंचायत पदों पर मतदान पांच घंटे की देरी से शुरू हो सका। इस वार्ड के बूथ संख्या 235 में 135 मतदाता थे। सुबह मतदान शुरू होने पर यहां के मतदाताओं को केवल ग्राम प्रधान पद का मतपत्र दिया गया। क्षेत्र पंचायत एवं जिला पंचायत सदस्य पद का मतपत्र न मिलने के सवाल पर मतदानकर्मी कोई संतोषजनक जवाब नहीं दे सके।

पीठासीन अधिकारी साबिद अली ने कहा कि उन्हें केवल ग्राम पंचायत प्रधान पद का मतपत्र मिला है। इसके बाद प्रत्याशियों एवं मतदाताओं में आक्रोश बढ़ गया। एसडीएम राजेंद्र बहादुर ने बीडीओ से बात कर मतपत्रों की व्यवस्था की। इस कवायद में मतदान दोपहर 12 बजकर 30 मिनट पर शुरू हो सका। भटहट संवाददाता के अनुसार भटहट ग्राम पंचायत के जामिया केके एजुकेशनल कालेज बड़हरिया में बने बूथ पर सुबह से ही पीठासीन अधिकारी मतदाताओं को क्षेत्र पंचायत सदस्य पद का मतपत्र नहीं दे रहे थे। 15 मतदाताओं को यह कहकर लौटा दिया गया कि क्षेत्र पंचायत सदस्य के लिए दूसरे बूथ पर जाना होगा। जानकारी होने पर प्रत्याशियों ने हंगामा किया तो सेक्टर मजिस्ट्रेट मौके पर पहुंचे। उन्होंने पीठासीन अधिकारी को समझाते हुए क्षेत्र पंचायत सदस्य पद का मतपत्र भी देने को कहा। पीठासीन अधिकारी रामदरश ने बताया कि बैलेट पेपर कम आने के कारण असमंजस की स्थिति बनी थी। यहां सुबह 8.30 बजे छूटे हुए मतदाताओं को दोबारा क्षेत्र पंचायत सदस्य पद का मतपत्र देकर वोट डलवाया गया।

खूब हुई फर्जी मतदान की शिकायत

प्रत्याशियों की ओर से फर्जी मतदान को लेकर भी खूब शिकायतें हुईं। प्रत्याशियों का आरोप था कि मतदानकर्मी ठीक से पहचान पत्र नहीं चेक कर रहे हैं। कई प्रत्याशियों ने स्वयं ही कम उम्र के मतदाताओं को पकड़ा। खिरवनियां गांव में फर्जी मतदान करने आयी एक किशोरी को पकड़ा गया। आधार कार्ड देखने पर उसकी उम्र मात्र 16 साल थी। काफी देर तक बूथ पर गहमा गहमी का माहौल रहा। इसी तरह गहिरा में भी फर्जी मतदान की खूब शिकायत हुई। यहां प्रत्याशियों के समर्थकों ने दो लोगों को पकड़ा। पिपराइच क्षेत्र के बैलो में फर्जी मतदान की शिकायत पर लाइन में खड़े चार नाबालिग लड़कों को पुलिस ने हिरासत में लिया। भरोहिया के ग्राम सभा मझौना में फर्जी मतदाता को लेकर दो पक्षों में झड़प हो गई।

फर्जी आधार कार्ड बनाने की सूचना पर दुकान सील

गुलरिहा क्षेत्र के मलंगस्थान चौराहे पर स्थित दुकान से फर्जी आधार कार्ड बनाने की शिकायत की गई। शिकायत के बाद मौके पर पहुंचे ज्वाइंट मजिस्ट्रेट सदर कुलदीप मीणा मौके पर पहुंचे। दुकानदार दुकान का शटर बंद कर फरार हो चुका था। ज्वाइंट मजिस्ट्रेट ने दुकान को सील कर दिया। उन्होंने बताया कि ग्रामीणों ने फर्जी आधार कार्ड बनाने की सूचना दी थी। दुकानदार के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। जंगल कौड़िया ब्लाक के कुछ गांवों में भी कुछ मतदाताओं के आधार कार्ड पर सवाल उठाए गए। देखने में उनकी उम्र कम लग रही थी लेकिन आधार कार्ड में 18 वर्ष अंकित था।

परिधान पर उठाए सवाल

कैंपियरगंज क्षेत्र में प्रधान पद का एक प्रत्याशी कोट पहनकर बूथ पर मौजूद था। उसका चुनाव चिन्ह भी कोट है। इसपर कुछ प्रत्याशियों ने आपत्ति जतायी कि वह कोट पहनकर मतदाताओं को प्रभावित कर रहे हैं। प्रत्याशी का कहना था कि कोट उसका परिधान है और यही पहनकर वह घूमता है। दोनों पक्षों में इस बात को लेकर काफी नोंकझोंक हुई।

मतदाता सूची से प्रत्याशी का नाम गायब, एसडीएम ने डलवाया वोट

गगहा ब्लाक के ग्राम पंचायत नेवादा में अंतिम सूची में शामिल रहे 100 से अधिक नाम विलोपित कर दिए गए थे। एक प्रत्याशी सपना पत्नी रामसिंहासन का नाम भी काट दिया गया। प्रत्याशी के समर्थक व मतदाता इस बात का विरोध करने लगे। प्रत्याशी को चुनाव चिन्ह भी आवंटित कर दिया गया था। मौके पर पहुंचे एसडीएम ने उन्हें वोट देने की अनुमति दी। अन्य मतदाता वोट नहीं डाल सके। प्रत्याशी के अनुसार उनके घर सहित गांव के कई लोगों के नाम मिलीभगत से विलोपित कर दिए गए। गांव में मौजूद करीब 100 लोग वोट नहीं डाल पाए। इसी तरह गजपुर में भी मतदाता सूची से नाम गायब होने की शिकायत की गई।

300 मीटर दूर रखा गया एजेंट

सहजनवा ब्लाक के ग्राम सभा रामनगर के बूथ नंबर 54 पर तैनात एजेंट को 300 मीटर दूर रखने का आरोप लगाया गया। बीडीसी प्रत्याशी वंदना मिश्र के पति दीनदयाल मिश्र ने आरोप लगाया गया कि जानबूझकर एजेंट को दूर रखा गया है। उन्होंने कहा कि प्रेक्षक के दोनों नंबर पर फोन करने पर फोन नहीं उठा।

दोपहर बाद तीन बजे हो पायी बिजली की व्यवस्था

सरदारनगर ब्लाक के प्राथमिक विद्यालय फुलवरिया में बने तीनों बूथ पर बिजली की व्यवस्था नहीं थी। यहां लाइट व पंखा न होने से काफी समस्या हुई। दोपहर बाद तीन बजे बिजली की व्यवस्था की गई। इस बूथ पर शाम 7.30 बजे तक मतदान हुआ।

प्रत्याशी व समर्थक पर विपक्षियों ने बोला हमला, सिपाही समेत छह घायल

गीडा थाना क्षेत्र के बेलवाड़ाडी बूथ पर गुरुवार शाम प्रधान पद के एक प्रत्याशी व उसके समर्थकों पर दूसरे प्रत्याशी व उसके समर्थकों ने हमला दिया। बूथ पर मौजूद सिपाही व पीआरडी जवान उन्हें बचाने गए तो हमलावारों ने उन्हें भी मारा पीटा। इससे सिपाही, पीआरडी जवान, प्रधान पद प्रत्याशी समेत करीब छह व्यक्ति घायल हो गए हैं। पुलिस आरोपित प्रत्याशी को हिरासत में लेकर पूछताछ में जुटी है। 

बेलवाड़ाडी स्थित बूथ संख्या 50 पर शाम पांच बजे प्रधान प्रत्याशी अवधेश यादव का समर्थक गांव की एक बुजुर्ग महिला को वोट डलवाने के लिए लेकर गया हुआ था। महिला को बूथ के भीतर भेजकर वह पर्ची कटवाने में जुटा हुआ था। इसी दौरान प्रधान पद के एक और प्रत्याशी सुरेंद्र के समर्थक भी बूथ पर पहुंच गए। उन्होंने अवधेश के समर्थक पर फर्जी वोट डलवाने का आरोप लगाया। उसने विरोध किया तो वह उसे मारने पीटने लगे। थोड़ी देर अवधेश व कुछ अन्य लोग भी बूथ पर पहुंच गए, जबकि सुरेंद्र के समर्थन में बड़ी संख्या में लोग बूथ पर पहुंच और वह बूथ पर बैरिकेटिंग के लिए लगाई गई बांस-बल्ली को ही उखाड़कर अवधेश व उनके समर्थकों को मारने पीटने लगे। इस दौरान बूथ पर मौजूद सिपाही श्रवण कुमार व पीआरडी जवान परमेश्वर ने उन्हें बचाने की कोशिश की तो उन्होंने उन्हें भी पीटा। मारपीट के चलते बूथ पर मतदान ठप हो गया। 

श्रवण को सीने में व परमेश्वर को हाथ में चोट आई है। दोनों की स्थिति गंभीर देख उन्हें इलाज के लिए एंबुलेंस से सीएचसी पिपरौली भेजा गया। इसके अलावा प्रधान पद प्रत्याशी अवधेश यादव व उनके समर्थक विनोद यादव, परमात्मा, सुचिर, राजेंद्र, हर्षित व विवेक को हल्की चोटें आई हैं। उन्हें प्राथमिक उपचार के बाद घर भेज दिया गया है। पीठासीन अधिकारी उमेश मणि त्रिपाठी सूचना पर पहुंचे जोनल मजिस्ट्रेट ने मतपेटी को सील करके स्ट्रांग रूम तक सुरक्षित रखा दिया है। पुलिस ने दूसरे पक्ष से प्रधान प्रत्याशी सुरेंद्र सहित दो व्यक्तियों को हिरासत में लेकर पूछताछ कर रही है। जबकि अन्य आरोपित गांव से फरार हो गए हैं। तहसीलदार शशि भूषण पाठक ने कहा कि विवाद की जांच हो रही है और दोषियों पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी। एसपी नार्थ मनोज कुमार अवस्थी का कहना है कि दो व्यक्तियों को हिरासत में लेकर मामले की जांच की जा रही है। जो भी दोषी होगा, उस पर कठोर कार्रवाई की जाएगी।

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